Tamil Nadu: ED की कार्रवाई के बाद मिनिस्टर सेंथिल बालाजी की बिगड़ी तबीयत, जल्द बाईपास सर्जरी की सलाह

तमिलनाडु में जॉब स्कैम केस में चेन्नई में डीएमके सरकार के बिजली मिनिस्टर सेंथिल बालाजी को ईडी ने अरेस्ट कर लिया है। इसके बाद वह बीमार पड़ गये। उन्हें हॉस्पिटल एडमिट कराना पड़ा था। डॉक्टर्स ने सेंथिल बालाजी को जल्द बाईपास सर्जरी कराने को कहा है। 

Tamil Nadu: ED की कार्रवाई के बाद मिनिस्टर सेंथिल बालाजी की बिगड़ी तबीयत, जल्द बाईपास सर्जरी की सलाह
ईडी एक्शन से बीमार पड़े मिनिस्टर।

चैन्नई। तमिलनाडु में जॉब स्कैम केस में चेन्नई में डीएमके सरकार के बिजली मिनिस्टर सेंथिल बालाजी को ईडी ने अरेस्ट कर लिया है। इसके बाद वह बीमार पड़ गये। उन्हें हॉस्पिटल एडमिट कराना पड़ा था। डॉक्टर्स ने सेंथिल बालाजी को जल्द बाईपास सर्जरी कराने को कहा है। 

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हॉस्पिटल के डॉक्टरों नेकहा कि वह दिल की बीमारी से गंभीर रूप सेपीड़ित हैं। उनकी जल्द से जल्द बाईपास सर्जरी हो जानी चाहिए। उनकी कोरोनरी एंजियोग्राम टेस्ट किया गया, इसके बाद यह सिफारिश की गई है। यह टेस्ट एक तरह से दिल का एक्सरे होता है। ईडी बुधवार सुबह जब बालाजी को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जा रहे थे तो उसी दौरान डीएमके नेता फूट-फूट कर रोने लगे। बालाजी को एंबुलेंस में रोते हुए देखा गया। चेन्नई के गवर्नमेंट मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सेंथिल बालाजी की आज कोरोनरी एंजियोग्राम हुई है। डॉक्टरों ने जल्द से जल्द बाईपास सर्जरी की सलाह दी है। ईडी द्वारा एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के दौरान उनके सीने में दर्द उठा था, जिसके बाद बालाजी को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।

ईडी ने 13 जून को सेंथिल बालाजी के घर पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत रेड की थी। सेंथिल बालाजी 2018 में डीएमके में शामिल हुए। AIADMK के एक्स मिनिस्टर वी सेंथिल बालाजी पर 2011 और 2015 के बीच हुए एक नौकरी घोटाले में आरोपी माना गया है। उस दौरान वह तत्कालीन AIADMK सरकार के तहत तमिलनाडु के परिवहन मंत्री थे।सेंथिल बालाजी फिलहाल तमिलनाडु सरकार में बिजली मंत्री हैं। इससे पहले एआईएडीएमके की सरकार में ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर थे। उसी दौरान हुए कैश फॉर जॉब स्कैम के मामले में उन्हें ईडी ने अरेस्ट किया है।

तमिलनाडु केसीएम एमके स्टालिन ने इसे सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से बदले की कार्रवाई करार दिया है। एमके स्टालिन ने कहा कि जब सेंथिल बालाजी ने मामले की जांच मेंसहयोग करनेकी बात कही थी तो फिर उन्हें क्यों अरेस्ट किया गया। यह राजनीतिक उत्पीड़न है।
एएआईएडीएमके सरकार में 2011 से 2015 तक मंत्री रहने वाले सेंथिल जयललिता के कट्टर समर्थकों में से एक थे। यहां तक कि उनके लिए एक बार अपना सिर तक मुंडवा लिया था। हालांकि जयललिता की मौत के बाद वह डीएमके में शामिल हो गये थे। तब से वह इस पार्टी का हिस्सा हैं। दोबारा मंत्री भी बनाए गये। तमिलनाडु में डीएमके की सरकार कांग्रेस के साथ गठबंधन में है। 

सुप्रीम कोर्ट ने दी थी ईडी को जांच की अनुमति
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने सेंथिल के खिलाफ कथित कैश-फॉर-जॉब घोटाले की पुलिस और ईडी जांच की अनुमति दी थी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी पिछले महीने राज्य में बालाजी के करीबी लोगों के परिसरों पर तलाशी ली थी। सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश मद्रास हाई कोर्ट के पिछले एक फैसले को पलटने के बाद आया है। मद्रास हाई कोर्ट ने पहले ED की तरफ से बालाजी और अन्य को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) मामले में भेजे गए समन को खारिज कर दिया था।