Surya Hansda Encounter Godda: सूर्या हांसदा एनकाउंटर की CBI जांच को ले झारखंड हाईकोर्ट में याचिका
गोड्डा एनकाउंटर मामले में नया मोड़, सूर्या हांसदा की मां और पत्नी ने झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की। आरोप – राजनीतिक साजिश के तहत हत्या हुई, अब सीबीआई जांच की मांग।

- सूर्या हांसदा की मां बोलीं – “राजनीतिक बदले में की गई हत्या”
- फर्जी एनकाउंटर बताकर याचिका दायर
रांची। झारखंड के गोड्डा में सूर्या हांसदा एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गयी है। सूर्या हांसदा की वाइफ सुशीला और मां नीलमुनि मुर्मू ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है।
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याचिका में चीफ सेकरटेरी, होम सेकरेटरी, डीजीपी, गोड्डा और देवघर के एसपी सहित अन्य अफसर को प्रतिवादी बनाया गया है। गोड्डा पुलिस ने 11 अगस्त को पुलिस से एनकाउंटर में सूर्या हांसदा मार गिराया था।बोआरीजोर पुलिस स्टेशन एरिया के ललमटिया धमनी पहाड़ में एनकाउंटर हुई थी। सूर्या हांसदा की मां नीलमुनि मुर्मू ने याचिका में सूर्या के एनकाउंटर को राजनीतिक हत्या बताया है। याचिका में कहा गया है कि घटना से पहले देवघर के मोहनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के नावाडीह गांव से उनके बेटे सूर्या की गिरफ्तारी हुई थी।
सूर्या हांसदा के थे कई राजनीतिक दलों से संबंध
सूर्या हांसदा का कई राजनीतिक दलों से संबंध रहा है। वह बोरियो विधानसभा से चार बार चुनाव लड़ चुका है। पहली बार 2009 में झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। दूसरी बार 2014 में भी जेवीएम से चुनाव लड़ा। तीसरी बार वर्ष 2019 में भाजपा ने उसे टिकट दिया था। इस चुनाव में वह दूसरे स्थान पर रहा था। वर्ष 2024 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर उसने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उसने जेएलकेएम से चुनाव लड़ा।
मां का कहना है कि साहिबगंज के मिर्जा चौकी पुलिस स्टेशन और गोड्डा के ललमटिया पुलिस स्टेशन में सूर्या हांसदा के खिलाफ आपराधिक मामले भी थे, लेकिन राजनीतिक बदले के कारण उसके बेटे की मर्डर की गयी है। इस मामले की सीबीआई जांच कराने का आग्रह परिजनों ने किया है।
सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले में मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, एसपी से मांगी चार वीक में रिपोर्ट
गोड्डा जिले में 11 अगस्त को एक आदिवासी सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता सूर्या हांसदा के एनकाउंटर में मारे जाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान ले लिया है। आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव संजय मेहता के आवेदन पर आयोग ने संज्ञान लिया है।
आयोग ने कहा है कि शिकायतकर्ता के लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया पीड़ित के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। आयोग ने विशेषकर गोड्डा के एसपी को यह स्पष्ट करने का निर्देश दिया है कि वे आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार एनकाउंटर में हुई मौत के बारे में सूचना निर्धारित समय के भीतर आयोग को क्यों नहीं दी।
आयोग ने इस पूरे प्रकरण में गोड्डा के डीसी व एसपी से चार सप्ताह के भीतर कृत कार्रवाई रिपोर्ट आयोग को भेजने का निर्देश दिया है। इसके लिए आयोग ने शिकायतकर्ता की शिकायत की कॉपी भी दोनों ही अफसरों को भेजी है, ताकि वे उस अनुरूप अपना जवाब दे सकें। वे अपनी रिपोर्ट एनएचआरसी पोर्टल पर या स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज सकते हैं। कोई भी ऑडियो-वीडियो या पेन ड्राइव भी स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज सकते हैं। ईमेल के माध्यम से भेजी गई रिपोर्ट व प्रतिक्रियाओं पर विचार नहीं किया जायेगा।
मानवाधिकार आयोग में की गयी है कंपलेन
शिकायतकर्ता ने आयोग को जानकारी दी है कि सूर्या हांसदा की एक फर्जी पुलिस एनकाउंटर में गैर कानूनी तरीके से मर्डर की गयी है। शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाया कि सूर्या हांसदा के विरुद्ध कोई कोर्ट वारंट नहीं था। इसके बावजूद उसे 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया और बाद में पुलिस ने उसे मार डाला।
वहीं, पुलिस का दावा था कि सर्च ऑपरेशन के दौरान एनकाउंटर हुई थी। शिकायतकर्ता के अनुसार सूर्या हांसदा के परिवार के लोग पुलिस के बयान से असहमत थे। वे सूर्या हांसदा के शरीर के अगले हिस्से पर जलने के निशान व गोली के घाव, पुलिस या कथित हमलावरों को कोई चोट न लगने की जानकारी दे रहे थे। परिजन का कहना था कि पुलिस ने पहले भी एनकाउंटर में मारने की धमकी दी थी। शिकायतकर्ता ने इसे मर्डर का स्पष्ट मामला बताते हुए गहन जांच व न्याय की मांग की है।
विधानसभा में उठा सूर्या हांसदा का मामला , सीआईडी कर रही है जांच
गोड्डा में एनकाउंटर में सूर्या हांसदा की मौत का मामला झारखंड विधानसभा में भी मुद्दा बना। इस मामले में विधानसभा की कार्यवाही भी बाधित हुई। विपक्ष पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने पर अड़ा रहा, जिसके लिए अब भी आंदोलन जारी है। वहीं, सत्ता पक्ष ने सदन को आश्वस्त किया कि पूरे मामले की जांच सीआईडी से कराई जा रही है। सत्ता पक्ष के अनुसार एनकाउंटर फर्जी नहीं था।
फ्लैश बैक
उल्लेखनीय है कि गोड्डा में 11 अगस्त को पुलिस एनकाउंटर में सूर्या हांसदा मारा गया था। यग एनकाउंटर बोआरीजोर पुलिस स्टेशन एरिया स्थित ललमटिया धमनी पहाड़ में हुई थी। 10 अगस्त शाम ही उसकी गिरफ्तारी हुई थी। सूर्या चार बार विधानसभा चुनाव लड़ चुका था। हालांकि उसे इलेक्शन में जीत नहीं मिल पायी थी। सूर्या हांसदा की मां नीलमुनि मुर्मू ने बताया कि रविवार शाम को देवघर के मोहनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के नावाडीह गांव से उनके बेटे सूर्या की गिरफ्तारी हुई थी। उन्होंने बताया कि शाम लगभग पांच बजे सादे लिबास में बाइक से आए पुलिसकर्मियों ने सूर्या को उसकी मौसी के घर नावाडीह से पकड़ा और अपने साथ ले गये। हाल ही में साहिबगंज के मिर्जा चौकी पुलिस स्टेशन और गोड्डा के ललमटिया पुलिस स्टेशन में सूर्या हांसदा के खिलाफ कई संगीन अपराधों में संलिप्त रहने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गयी थी। बीजेपी एमपी दीपक प्रकाश ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर प्रकरण की जांच के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को पत्र लिखा था। इसके बाद आयोग ने जांच टीम गठित कर पूरे मामले की पड़ताल करने का फैसला लिया।