Surya Hansda Encounter Godda : सूर्या हांसदा एनकाउंटर केस की जांच को एनसीएसटी की टीम 24 अगस्त को पहुंचेगी गोड्डा

झारखंड के गोड्डा में सूर्या हांसदा एनकाउंटर की जांच अब राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) करेगा। 24 अगस्त को नौ सदस्यीय टीम मौके पर पहुंचकर केस की गहराई से पड़ताल करेगी।

Surya Hansda Encounter Godda : सूर्या हांसदा एनकाउंटर केस की जांच को एनसीएसटी की टीम 24 अगस्त को पहुंचेगी गोड्डा
सूर्या हांसदा (फाइल फोटो)।

गोड्डा। झारखंड के गोड्डा जिले में सूर्या हांसदा की पुलिस एनकाउंटर में हुई मौत की सीबीआई जांच की मांग तेज हो गयी है। बीजेपी इस मुद्दे को सड़क से सदन से उठा रही है। सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच के लिए 24 अगस्त को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की ( एनसीएसटी) की नौ सदस्यीय टीम गोड्डा पहुंच रही है। 
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एनसीएसटी की नौ सदस्यीय टीम ललमटिया के डकैता स्थित सूर्या हांसदा के पैतृक गांव का दौरा करेगी। टीम का नेतृत्व आयोग की सदस्य डॉ आशा लकड़ा और निरुपम चकमा करेंगी। टीम में आयोग के सदस्य सचिव वाईपी यादव, सलाहकार एचआर मीना, सुभाष रशिक सोरेन, राहुल यादव, अनुसंधानकर्ता राहुल कुमार सहित सदस्य के निजी सचिव कुशेश्वर साहू, प्रति रंजन चकमा आदि शामिल है।नई दिल्ली से आयोग की टीम देवघर एयरपोर्ट पर उतरेगी। वहां से गोड्डा सर्किट हाउस में विश्राम के बाद आयोग की टीम ललमटिया के डकैता गांव जाकर दिवंगत आदिवासी नेता सूर्या हांसदा की पुलिस एनकाउंटर में हुई मौत के मामले की जांच करेगी। वहीं, उसी दिन शाम को सर्किट हाउस में आयोग की टीम डीसी अंजली यादव और एसपी मुकेश कुमार के साथ बैठक कर सूर्या हांसदा एनकाउंटर प्रकरण पर जिला प्रशासन का पक्ष लेगी। एनसीएसटी के डिप्टी डायरेक्टर आरके दुबे ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए आयोग के प्रस्तावित दौरे का मिनट्स जारी किया।
सूर्या हांसदा एनकाउंटर पर सियासत गरमायी
गोड्डा जिले में हुए सूर्या हांसदा एनकाउंटर का मामला अब झारखंड की सियासत के केंद्र में आ गया है। झारखंड बीजेपी इस मुद्दे को लेकर काफी मुख रही है। पार्टी मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही है। इस मुजद्दे पर बीजेपी के सभी लीडर एकजुट हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पुलिस एनकाउंटर को मर्डर करार देते हुए राज्य सरकार पर गंभीर सवाल उठाया है। उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से शीघ्र मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा की अपील की है।
बाबूलाल खुद सूर्या हांसदा के गांव पहुंच परिजन व ग्रामाणों से मिल चुके हैं। बीजेपी ने इस घटना की गहन जांच के लिए सात सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। मामले की सीबीआई जांच की मांग तेज कर दी है। सूर्या हांसदा कथित एनकाउंटर मामले में आज झारखंड क्रांति सेना संगठन ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से सर्किट हाउस दुमका में मिलकर ज्ञापन सौंपा। जिसमें आगामी विधानसभा सत्र में सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले को विधानसभा में CBI जांच की मांग करने का अनुरोध किया गया।
भाजपा की विशेष जांच दल की रिपोर्ट में पुलिस दोषी!
भाजपा की ओर से गठित इस विशेष जांच दल का नेतृत्व एक्स सीएम अर्जुन मुंडा कर रहे हैं। जांच दल में एक्स एमपी सुनील सोरेन,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, एक्स एमएलए भानु प्रताप शाही, रणधीर सिंह, अमित मंडल, व महिला मोर्चा की लीडर अनिता सोरेन मेंबर हैं। यह टीम 17 अगस्त को गोड्डा पहुंच सूर्या हांसदा के परिजनों एवं स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात कर विस्तृत जानकारी जुटाकर लौट गयी है। बीजेपी का कहना है कि सरकार और पुलिस की भूमिका संदेहास्पद है। पार्टी इस पूरे मामले को लेकर सच्चाई सामने लाना चाहती है।
पुलिस के विरोधाभासी बयान पर सवाल
बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पुलिस की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति और दर्ज एफआईआर को विरोधाभासी बताया है। मरांडी ने कहा कि एक ही घटना की दो अलग-अलग कहानियां कैसे हो सकती हैं। एफआईआर संस्करण: पुलिस के अनुसार, सूर्या हांसदा को गिरफ्तार कर पहाड़ी इलाके में ले जाया गया था। इसी दौरान उसके साथियों ने पुलिस टीम पर घात लगाकर हमला कर दिया। झड़प के दौरान हांसदा ने एक जवान की राइफल छीन ली और भागने की कोशिश की। पुलिस ने इसे एनकाउंटर साबित करने में पूरा बल लगा दिया है। लेकिन पुलिस के बयान और उनके द्वारा लिखी गयी डायरी में विरोधाभास है। इससे भी साफ साबित होता है कि सूर्या की मर्डर करके एनकाउंटर की स्क्रिप्ट लिखी जा रही है। इतना ही नहीं बल्कि सूर्या हांसदा को अरेस्ट करके पुलिस द्वाराउसके साथ बेरहम बर्ताव किया गया है। सूर्या के शरीर को देखने से साफ लगता था कि उन्हें थर्ड डिग्री टॉर्चर करके इलेक्ट्रिक सेउनके शरीर को जलाया भी गया है। 
एक्स सीएम सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गोड्डा के सूर्या हांसदा का एनकाउंटर नहीं बल्कि मर्डर हुआ है। अभी तक जो परिदृश्य सामने आया है, उससे यही प्रतीत होता है। उनके परिवार के लोगों का भी यही आरोप है कि सूर्या हांसदा का पुलिस के हाथों मर्डर किया गया है। पीड़ित परिवार जब इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं तो सरकार क्यों नहीं करा रही है। सीबीआई जांच होने से दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जायेगा। लेकिन कहीं न कहीं दोषी पुलिस को बचानेका काम किया जा रहा है।
मिनरल के लिए रची गई साजिश, तैयार हो रही जांच रिपोर्ट: अर्जुन मुंडा 
एक्स सीएम अर्जुन मुंडा ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर केस को गहरी साजिश बताया है। एक्स सेंट्रल मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि मिनरल के लिए गहरी साजिश रची गयी है। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से एक जांच रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा जायेगा। मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा ने कहा कि सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले में वह गोड्डा के ललमटिया गये थे।यह एनकाउंटर मिनरल के लिए गहरी साजिश लग रही है।
बीजेपी के सभी आदिवासी नेता हुए एक्टिव
सूर्या हांसदा ने पिछला विधानसभा चुनाव जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम से लड़ा था। इससे पहले वह झाविमो और भाजपा जयराम महतो भी इसे फर्जी एनकाउंटर बता चुके हैं। भाजपा के इंटरनेट मीडिया चैनल पर भी सूर्या हांसदा की मौत को फर्जी एनकाउंटर बताकर सरकार से सवाल पूछे जा रहे हैं।पार्टी के तीनों शीर्षस्थ आदिवासी नेता, बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और चम्पाई सोरेन इसे विस्थापन और माफिया के खिलाफ सूर्या हांसदा की सक्रियता खत्म करने की साजिश बता रहे हैं।
पुलिस की प्रेस रिलीज और एफआईआर पर उठे सवाल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का कहना है कि सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच सीआईडी नहीं, सीबीआई से होनी चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स  पर पोस्ट कहा कि पुलिस की प्रेस रिलीज और एफआईआर  में कोई समानता नहीं है। एक ही मामले में दो तरह की बातें आखिर कैसे हो सकती है। उन्होंने कहा है कि एफआईआर  में कहा गया है कि जैसे ही पुलिस टीम  पहाड़ के पास सूर्या को लेकर पहुंची ,उसके सहयोगियों ने हमला बोल दिया। इसके बाद सूर्या  ने एक जवान की राइफल छीन ली और जवान को मारने की कोशिश की, फिर भागने  का प्रयास किया।
जबकि प्रेस रिलीज में कहा गया है कि जिस समय पुलिस सर्च ऑपरेशन चला  रही थी, उसी  समय हांसदा ग्रुप ने फायरिंग शुरू कर दी। इसी क्रम में हांसदा  ने राइफल छीन ली। बाबूलाल का सवाल है कि दो आधिकारिक बात कैसे सामने आ सकती है? इस वजह से यह  एनकाउंटर कई सवाल खड़े कर रहे है। उन्होंने कहा है कि वह सीआईडी इन्वेस्टिगेशन  को स्वीकार नहीं करते है। सीआईडी राज्य पुलिस की अंग है और इससे असलियत बाहर नहीं आ सकती है। उन्होंने कहा है कि मामले की सही जांच के लिए वह सीएम हेमंत सोरेन से आग्रह  करेंगे कि इसकी सीबीआई जांच की अनुशंसा की जाए। डुमरी एमएलए जयराम महतो ने भी इसकी जांच की मांग की है।सूर्या  हांसदा 2024 में बोरियो से  जयराम की पार्टी जेएलकेएम से चुनाव लड़ा था। 
उल्लेखनीय है कि गोड्डा में 11 अगस्त को पुलिस एनकाउंटर में सूर्या हांसदा मारा गया था। यग एनकाउंटर बोआरीजोर पुलिस स्टेशन एरिया स्थित ललमटिया धमनी पहाड़ में हुई थी। 10 अगस्त शाम ही उसकी गिरफ्तारी हुई थी। सूर्या चार बार विधानसभा चुनाव लड़ चुका था। हालांकि उसे इलेक्शन में जीत नहीं मिल पायी थी। सूर्या हांसदा की मां नीलमुनि मुर्मू ने बताया कि रविवार शाम को देवघर के मोहनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के नावाडीह गांव से उनके बेटे सूर्या की गिरफ्तारी हुई थी। उन्होंने बताया कि शाम लगभग पांच बजे सादे लिबास में बाइक से आए पुलिसकर्मियों ने सूर्या को उसकी मौसी के घर नावाडीह से पकड़ा और अपने साथ ले गये।
फ्लैश बैक
सूर्या हांसदा का कई राजनीतिक दलों से संबंध रहा है। वह बोरियो विधानसभा से चार बार चुनाव लड़ चुका है।पहली बार 2009 में झारखंड विकास मोर्चा (JVM) से चुनाव लड़ा था। दूसरी बार 2014 में भी JVM से चुनाव लड़ा। तीसरी बार 2019 में भाजपा ने उसे टिकट दिया था। इस चुनाव में वह दूसरे स्थान पर रहा था। 2024 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर उसने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उसने JLKM पार्टी से चुनाव लड़ा, लेकिन वह किसी भी चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाया था। हाल ही में साहिबगंज के मिर्जा चौकी पुलिस स्टेशन और गोड्डा के ललमटिया पुलिस स्टेशन में सूर्या हांसदा के खिलाफ कई संगीन अपराधों में संलिप्त रहने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गयी थी।