Surya Hansda Encounter Godda: गोड्डा पहुंची ST आयोग की टीम, सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच शुरु
गोड्डा में सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की टीम पहुंची। बीजेपी की मांग पर यह कार्रवाई हुई है। स्थानीय लोग जांच से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
गोड्डा। झारखंड में गोड्डा के चर्चित सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले ने राजनीति और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। बीजेपी की कंपलेन के बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति (ST) आयोग की टीम रविवार को गोड्डा पहुंची। टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
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राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की नौ सदस्यीय टीम जांच के क्रम में सबसे पहले टीम ने बोआरीजोर पुलिस स्टेशन एरिया के रहड़बडिया जंगल स्थित घटनास्थल का मुआयना किया। 11 अगस्त को इसी जगह पुलिस एनकाउंटर में आदिवासी नेता सूर्या हांसदा मारे गये थे। इसके बाद टीम ललमटिया क्षेत्र के डकैता गांव जाकर दिवंगत आदिवासी नेता सूर्या हांसदा की पुलिस एनकाउंटर में हुई मौत के मामले की जांच की। पीड़ित परिजनों व ग्रामीणों का बयान दर्ज किया। आयोग की टीम शाम को सर्किट हाउस में डीसी अंजली यादव और एसपी मुकेश कुमार के साथ बैठक कर सूर्या हांसदा एनकाउंटर प्रकरण पर जिला प्रशासन का पक्ष लिया।
टीम का नेतृत्व आयोग की सदस्य डॉ आशा लकड़ा और निरुपम चकमा कर रहे हैं। टीम में आयोग के सदस्य सचिव वाईपी यादव, सलाहकार एचआर मीना,सुभाष रशिक सोरेन,राहुल यादव, अनुसंधानकर्ता राहुल कुमार सहित सदस्य के निजी सचिव कुशेश्वर साहू, प्रति रंजन चकमा आदि शामिल है।
नई दिल्ली से आयोग की टीम देवघर एयरपोर्ट पर उतरी। वहां से गोड्डा सर्किट हाउस में विश्राम के बाद आयोग की टीम सूर्या के गांव गयी। इसके बाद गोड्डा व डीसी व एसपी के साथ बैठक की। इससे पहले राष्ट्रीय जनजाति आयोग की सदस्य डॉ आशा लकड़ा की अगुवाई में आयोग की नौ सदस्यीय टीम रविवार को गोड्डा पहुंची। गोड्डा सर्किट हाउस में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आयोग के सदस्यों का स्वागत किया। आयोग की टीम सोमवार को नई दिल्ली लौट जायेगी।
फ्लैश बैक
सूर्या हांसदा का कई राजनीतिक दलों से संबंध रहा है। वह बोरियो विधानसभा से चार बार चुनाव लड़ चुका है।पहली बार 2009 में झारखंड विकास मोर्चा (JVM) से चुनाव लड़ा था। दूसरी बार 2014 में भी JVM से चुनाव लड़ा। तीसरी बार 2019 में भाजपा ने उसे टिकट दिया था। इस चुनाव में वह दूसरे स्थान पर रहा था। 2024 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर उसने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उसने JLKM पार्टी से चुनाव लड़ा, लेकिन वह किसी भी चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाया था। हाल ही में साहिबगंज के मिर्जा चौकी पुलिस स्टेशन और गोड्डा के ललमटिया पुलिस स्टेशन में सूर्या हांसदा के खिलाफ कई संगीन अपराधों में संलिप्त रहने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गयी थी। बीजेपी एमपी दीपक प्रकाश ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर प्रकरण की जांच के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को पत्र लिखा था। इसके बाद आयोग ने जांच टीम गठित कर पूरे मामले की पड़ताल करने का फैसला लिया था।
उल्लेखनीय है कि गोड्डा में 11 अगस्त को पुलिस एनकाउंटर में सूर्या हांसदा मारा गया था। यग एनकाउंटर बोआरीजोर पुलिस स्टेशन एरिया स्थित ललमटिया धमनी पहाड़ में हुई थी। 10 अगस्त शाम ही उसकी गिरफ्तारी हुई थी। सूर्या चार बार विधानसभा चुनाव लड़ चुका था। हालांकि उसे इलेक्शन में जीत नहीं मिल पायी थी। सूर्या हांसदा की मां नीलमुनि मुर्मू ने बताया कि रविवार शाम को देवघर के मोहनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के नावाडीह गांव से उनके बेटे सूर्या की गिरफ्तारी हुई थी। उन्होंने बताया कि शाम लगभग पांच बजे सादे लिबास में बाइक से आए पुलिसकर्मियों ने सूर्या को उसकी मौसी के घर नावाडीह से पकड़ा और अपने साथ ले गये।






