राकेश अस्थाना बने दिल्ली पुलिस के नये कमिश्नर, गुजरात कैडर के आइपीएस अफसर वर्तमान में हैं बीएसएफ के डीजी

1984 बैच के गुजरात कैडर के IPS अफसर राकेश अस्थाना को दिल्ली पुलिस को नया कमिश्नर बनाया गया है। अस्थाना फिलहाल बीएसएफ के डीजी हैं। होम मिनिस्टरी के आदेश के अनुसार बीएसएफ के डीजी एवं और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के चीफ अस्थाना को नई जिम्मेदारी दी गई है।

राकेश अस्थाना बने दिल्ली पुलिस के नये कमिश्नर, गुजरात कैडर के आइपीएस अफसर वर्तमान में हैं बीएसएफ के डीजी

नई दिल्ली। 1984 बैच के गुजरात कैडर के IPS अफसर राकेश अस्थाना को दिल्ली पुलिस को नया कमिश्नर बनाया गया है। अस्थाना फिलहाल बीएसएफ के डीजी हैं। होम मिनिस्टरी के आदेश के अनुसार बीएसएफ के डीजी एवं और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के चीफ अस्थाना को नई जिम्मेदारी दी गई है।

बालाजी श्रीवास्तव के पास सिर्फ विजिलेंस की जिम्मेवारी रहेगी

दिल्ली पुलिस कमिश्नर का एडीशनल चार्ज संभाल रहे यूटी कैडर के 1988 बैच के आइपीएस अफसर बालाजी श्रीवास्त से तत्काल प्रभाव से यह जिम्मेदारी हटा ली गई है। अब इनके पास अब केवल विजिलेंस की जिम्मेदारी रहेगी। वह विजिलेंस के स्पेशल कमिश्नर पद पर बने रहेंगे। बालाजी श्रीवास्तव ने 30 जून 2021 को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर का पद संभाला था। उन्हें यह जिम्मेदारी पूर्व कमिश्वर SN श्रीवास्तव के रिटायरमेंट के बाद मिली थी।

अस्थाना को मिल सकता है सेवा विस्तार

बताया जा रहा है कि राकेश अस्थाना 31 जुलाई को रिटायर होने वाले हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें एक या दो साल का सेवा विस्तार भी मिल सकता है। यह दूसरी बार है, जब दिल्ली पुलिस के आयुक्त की जिम्मेदारी दूसरे कैडर को दी गई है। इनसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी गवर्नमेंट में जब आडवाणी होम मिनिस्टर थे तब यूपी कैडर के आइपीएस अफसर अजय राज शर्मा को दिल्ली पुलिस का कमिश्नर बनाया गया था। वह थे।  राकेश अस्थाना को वर्ष 2020 की 18 अगस्त को BSF का DG बनाया गया। वे 31 जुलाई को वे रिटायर होने वाले थे।ITBP के DG सुरजीत सिंह देसवाल को BSF का एडीशनल चार्ज दिया गया है।BSF के DG बनाए जाने से पहले अस्थाना के पास नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के DG का एडीशनल चार्ज था। वे नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो के DG का प्रभार भी संभाल रहे थे।

CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा से हुआ था विवाद 
राकेश अस्थाना जब CBI में स्पेशल डायरेक्टर के पद पर तैनात थे तो उनका डायरेक्टर, आलोक वर्मा के साथ विवाद हुआ था। इसे लेकर दोनों अफसर कोर्ट चले गये थे। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने बीच बचाव किया था, लेकिन उसके बाद राकेश अस्थाना के खिलाफ CBI में ही भ्रष्टाचार के आरोपों की एक इंक्वायरी हुई थी। इस विवाद के बाद सरकार को आगे आकर मामले को सुलझाना पड़ा था। इस विवाद के बाद ही सीबीआइ से राकेश अस्थाना का तबादला किया गया था। हालांकि, CBI ने उन्हें क्लीन-चिट दे दी थी। इसके बाद उन्हें BSF और NCB दोनों का प्रमुख बना दिया गया था।

झारखंड से की थी पढ़ाई, सीबीआइ में लालू के केस में की थी जांच

आइपीएस अधिकारी अस्थाना ने अपनी पढ़ाई झारखंड से नेतरहाट स्कूल से की है। उनके पिता कृष्ण अस्थाना नेतरहट स्कूलमें ही शिक्षक थे। 1994 में उन्हें आइपीएस के सलेक्शन में गुजरात कैडर मिला था।वह लंबे समय तक धनबाद सीबीआइ के एसपी रहे हैं। एकीकृत बिहार और झारखंड का जब बंटवारा नहीं हुआ था, तब के सबसे कुख्या त चारा घोटाला जिससे बिहार की सत्ता हिल गई थी उसकी जांच में अस्थाबना की भूमिका काफी अहम रही थी। बिहार की सत्ता में इस घोटाले की आंच के पहुंचते ही वहां की राजनीति में भूचाल आ गया था। तत्कालीन सीएम रहे लालू प्रसाद को कुर्सी छोड़नी पड़ी थी।