धनबाद में 28 अप्रैल को 218 कोरोना पॉजिटिव मिले, सात की मौत, 168 स्वस्थ हुए

धनबाद जिले में बुधवार 28 अप्रैल को 218 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। आज 168 कोरोना संक्रमित स्वस्थ भी हुए हैं। 

धनबाद में 28 अप्रैल को 218 कोरोना पॉजिटिव मिले, सात की मौत, 168 स्वस्थ हुए
  • गंभीर पेसेंट को आईसीयू बेड उपलब्ध कराने के लिए डीडीएमए ने लिया महत्वपूर्ण निर्णय
  • अब हर दिन होगी आईसीयू में इलाजरत पेसेंट के वाइटल्स की जांच, योग्य मिलने पर होंगे डिस्चार्ज
  • टेलीमेडिसिन स्टूडियो से की गई 70 से अधिक मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी,हिम्मत एप्प से दी जा रही है टेलीमेडिसिन सेवा 
  • कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने, पेसेंट की संख्या कम बताने के लिए पाटलिपुत्र नर्सिंग होम को स्पष्टीकरण देने का निर्देश
  • पीजी ब्लॉक एसएनएमएमसीएचएएनओ, एमएनओ को कमियों को दूर कर व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश
  • डीसी ने किया कैथ लैब का औचक निरीक्षण
  • डीसी ने किया पाटलिपुत्र नर्सिंग होम का औचक निरीक्षण

धनबाद। जिले में बुधवार 28 अप्रैल को 218 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। आज 168 कोरोना संक्रमित स्वस्थ भी हुए हैं। 

जिले में आज हीरापुर में 22, बैंक मोड़ में 11, सरायढेला में 11, बरटांड़ में 10,भेलाटांड़ में छह, कुसुम बिहार में छह,गोविंदपुर बाजार में आठ,जामाडोबा में पांच, झरिया बाजार में पांच, तेतुलमारी में छह कोरोना संक्रमित मिले हैं। जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 11,536 हो गयी है। इनमें से 9,627 लोग ठीक हो चुके हैं। कोरोना से अब तक 204 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में अभी 1705 एक्टिव केस है।
1024 रेल यात्रियों की जांच में 21 मिले पॉजिटिव,194 बस यात्रियों की जांच में शून्य पॉजिटिव

कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के उद्देश्य से डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह के निर्देश पर धनबाद रेलवे स्टेशन पर व धनबाद बस स्टैंड में ट्रू-नाट व आरटी पीसीआर से कोरोना जांच शुरू की गई है।इस क्रम में आज विभिन्न ट्रेनों से धनबाद आने वाले 1024 यात्रियों की जांच के क्रम में 21 यात्री पॉजिटिव मिले। बस अड्डे पर 194 यात्रियों की जांच की गई। बस स्टैंड में सभी यात्री नेगटिव मिले।

कोरोना को हराकर 168 हुए डिस्चार्ज

आज कोरोनावायरस को हराकर 168 व्यक्ति स्वस्थ हुए हैं।इस संबंध में डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने बताया कि आज विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती 168 व्यक्तियों ने कोरोनावायरस को हराया है और सभी पुरी तरह से स्वस्थ हो गये हैं। उपायुक्त ने बताया की अस्पताल से सभी को हेल्थ किट प्रदान कर सम्मान के साथ डिस्चार्ज कर 14 दिनों के होम कोरेंटिन में उनके घर भेज दिया गया है। साथ ही होम कोरेंटिन की अवधि में कोविड 19 गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने, समय पर दवाइयां लेने, पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी गई है।

गंभीर पेसेंट को आईसीयू बेड उपलब्ध कराने के लिए डीडीएमए ने लिया महत्वपूर्ण निर्णय,हर दिन होगी आईसीयू में इलाजरत के वाइटल्स की जांच, योग्य मिलने पर होंगे डिस्चार्ज

गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित मरीजों को आईसीयू बेड उपलब्ध कराने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद (डीडीएमए) ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।इसकी जानकारी देते हुए डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में कोविड कंट्रोल रूम में प्राप्त विभिन्न सूचनाओं का अध्ययन एवं विश्लेषण करने के क्रम में यह बात उभरकर सामने आई है कि कोरोना संक्रमित मरीज जिनका ऑक्सीजन 60-65 या इसके नीचे के स्तर पर है, उन्हें समय पर आईसीयू बेड नहीं मिल पा रहा है।उन्होंने कहा अध्ययन में यह भी बात उजागर हुई है कि आईसीयू में इलाजरत बहुत सारे मरीज स्टेबल होने के बाद भी आईसीयू से डिस्चार्ज होना नहीं चाहते हैं। जिस कारण जरूरतमंद गंभीर रूप से ग्रसित कोरोना संक्रमित मरीजों को समय पर आईसीयू बेड उपलब्ध कराने में बड़ी बाधा उत्पन्न हो रही है।

डीसी ने कहा कि सारे डेटा का विश्लेषण और अध्ययन करने के बाद जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, ने यह निर्णय लिया है और सभी डेडीकेटेड कॉविड हेल्थ केयर सेंटर एवं अस्पताल तथा निजी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि प्रत्येक दिन आईसीयू में भर्ती मरीजों के वाइटल्स की जांच करते हुए तत्काल निर्णय लेकर वैसे मरीज, जो आईसीयू में इलाज के क्रम में स्टेबल हो चुके हैं, उन्हें ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चिकित्सक के देखरेख में नन आईसीयू में रखे। यदि मरीज डिस्चार्ज हेतु पूरी तरह से योग्य हो तो उन्हें डिस्चार्ज करना भी सुनिश्चित करें। जिससे अन्य गंभीर रूप से ग्रसित कोरोना संक्रमित मरीजों को आईसीयू में उपचार मिले और वे भी कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो सके। डीसी ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद ने यह भी निर्णय लिया है कि सभी निजी चिकित्सालय संस्थानों को कोविड जांच के लिए आरएटी किट उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे आईसीयू एवं नॉन आईसीयू में इलाजरत मरीजों की तत्काल जांच कराते हुए उन्हें तत्काल अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा सके। जांच के लिए कोई भी चिकित्सालय संस्थान किसी भी मरीज से अतिरिक्त शुल्क नहीं लेंगे।

उन्होंने कहा कंट्रोल रूम से सभी निजी चिकित्सालय संस्थानों में आईसीयू, नन आईसीयू में इलाजरत मरीज, उनके डिस्चार्ज, एडमिशन की निगरानी की जायेगी। उन्होंने कहा कि उपरोक्त निर्देश का गंभीरता से पालन करने के लिए सभी प्रशासनिक नोडल पदाधिकारी, सभी मेडिकल नोडल पदाधिकारी, डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर व अस्पतालों, टाटा जामाडोबा अस्पताल, एशियन जालान अस्पताल, प्रगति नर्सिंग होम, जिम्स, यसलोक अस्पताल, अशर्फी अस्पताल, आम्रपाली, हिलमैक्स, राज क्लीनिक एवं अनुसंधान केंद्र, शक्ति नर्सिंग होम, पाटलिपुत्र नर्सिंग होम, आरोग्य नर्सिंग होम, चक्रवर्ती नर्सिंग होम, चौधरी नर्सिंग होम, पॉपुलर नर्सिंग होम, संजीवनी ग्रामीण मेडिकेयर एवं अनुसंधान केंद्र, सनराइज हॉस्पिटल, ओम साई हॉस्पिटल एवं अनुसंधान केंद्र, हेल्थी लाइफ केयर अस्पताल, नारायणी नर्सिंग होम, पार्क क्लिनिक को निर्देश दिया है।
पीजी ब्लॉक, एसएनएमएमसीएच में 12 जीएनएम की प्रतिनियुक्त

डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद,  उमा शकर सिंह ने पीजी ब्लॉक, एसएनएमएमसीएच डेडिकेटिड कोविड हेल्थ केयर सेंटर में 12 जीएनएम की तत्काल प्रभाव से प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया है।साथ ही सभी जीएनएम को कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल, सुरक्षा के लिए तय मापदंडों व पीपीई किट की उपयोगिता पर विशेष प्रशिक्षण देने का भी निर्देश दिया है।

टेलीमेडिसिन स्टूडियो से की गई 70 से अधिक मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी,हिम्मत एप्प से दी जा रही है टेलीमेडिसिन सेवा, *isolate.egovdhn.in*

डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद,  उमा शंकर सिंह के निर्देश पर कोविड अस्पतालों में एडमिट पेसेंट तथा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के उपचार एवं उचित स्वास्थ्य प्रबंधन के उद्देश्य से सर्किट हाउस से संचालित *टेलीमेडिसिन स्टूडियो* से होम आइसोलेट मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है।इसी कड़ी में आज डॉ पीपी पांडे, डॉ ओम प्रकाश अग्रवाल तथा डॉ संजय मुखर्जी ने संध्या 7 बजे तक 70 से अधिक मरीजों का परामर्श टेलिमेडिसिन स्टूडियो से किया।
चार डॉक्टर्स को 24 घंटे के अंदर योगदान देने का निर्देश

डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद,  उमा शंकर सिंह ने डॉ  कृष्ण गुप्ता तेतुलिया, डॉ सुदर्शना मदनपुर, डॉ प्रीति रानी कीर्ति बेनागरिया-2 तथा डॉ मुकेश कुमार निरसा को 24 घंटे के अंदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, निरसा में योगदान देने का निर्देश दिया है।डीसी ने कहा कि कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर, निरसा में नन आईसीयू ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की बढ़ोतरी पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार गंभीरता से विचार कर रहा है। ऐसे में यह आवश्यक है कि चिकित्सक अपना योगदान समय पर देना सुनिश्चित करें। साथ ही कहा कि आपदा की इस घड़ी में सभी पदाधिकारियों, कर्मियों का अवकाश स्थगित किया गया है और बिना सूचना के कार्यस्थल पर अनुपस्थित नहीं रहने का भी निर्देश दिया गया है। जबकि चारों चिकित्सक आज अपने कार्यस्थल पर अनुपस्थित पाये गये।

कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने, पेसेंट की संख्या कम बताने के लिए पाटलिपुत्र नर्सिंग होम को स्पष्टीकरण देने का निर्देश

जोड़ाफाटक रोड स्थित पाटलिपुत्र नर्सिंग होम में कोरोना संक्रमित पेसेंट के इलाज में कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने तथा कंट्रोल रूम को मरीजों की संख्या कम बताने के लिए डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद  उमा शंकर सिंह ने 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है।इस संबंध में डीसी ने कहा कि अस्पताल के निरीक्षण के क्रम में वहां कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल का घोर उल्लंघन देखने को मिला। इस नर्सिंग होम में संक्रमित मरीज के केबिन में उनके परिजन के अलावा वार्ड अटेंडेंट भी बैठे मिले।साथ ही जब कंट्रोल रूम से अस्पताल प्रबंधन को बेड की संख्या पूछी जाती है तब वे गलत जानकारी उपलब्ध कराते हैं। निरीक्षण के क्रम में यह भी पाया गया कि कंट्रोल रूम को बताये गये पेसेंट की संख्या से कहीं अधिक संख्या में वहां पर कोरोना संक्रमित पेसेंट की ट्रीटमेंट की जा रही है। इसलिए अस्पताल प्रबंधन को 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण समर्पित करने का निर्देश दिया।
पीजी ब्लॉक एसएनएमएमसीएचएएनओ, एमएनओ को कमियों को दूर कर व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश

डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद,  उमा शंकर सिंह ने पीजी ब्लॉक एसएनएमएमसीएच के प्रशासनिक नोडल पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता  श्याम नारायण राम, मेडिकल नोडल पदाधिकारी डॉ डीपी भूषण एवं डॉ गणेश को अस्पताल में व्यापक सुधार करने एवं निरीक्षण के क्रम में मिली कमियों को शीघ्र दूर करने का निर्देश दिया है। साथ ही कड़ी टिप्पणी करते हुए निर्देश दिया है कि निर्देश का शत-प्रतिशत पालन नहीं होने पर आपदा प्रबंधन प्राधिकार एएनओ व एमएनओ के विरुद्ध सख्त अनुशासनिक एवं कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा।दरअसल उपरोक्त अस्पताल के निरीक्षण के क्रम में डीसी ने पाया कि वहां पेसेंटको एडमिट कराने एवं उनके परिजन को अटेंड करने के लिए काउंटर पर न तो डॉक्टटर और न ही पर्यवेक्षक या पारा मेडिकल स्टाफ उपस्थित थे। स्वयं डीसी के हस्तक्षेप के बाद पेसेंट के अस्पताल में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हुई।डीसी ने बताया कि वहां पर अंतरिम डॉक्टर भी उपस्थित नहीं थे जो एक गंभीर विषय है। उक्त डॉक्टर के विरुद्ध भी कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा निरीक्षण के क्रम में यह भी प्रकाश में आया कि पारा मेडिकल स्टाफ द्वारा समय पर ऑक्सीजन सिलेंडर का रिप्लेसमेंट तथा नियमित अंतराल पर मरीज के वाइटल्स की जांच नहीं की जाती है। जबकि प्रशासनिक एवं मेडिकल नोडल पदाधिकारी का यह दायित्व है कि ऑन ड्यूटी अंतरिम डॉक्टर तथा पारा मेडिकल स्टाफ द्वारा कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल के अनुसार मरीज का उपचार हो और उसकी सतत निगरानी रखी जाए।

डीसी ने कहा कि निरीक्षण में यह बात भी उभर कर सामने आई कि वहां पर एजेंसी द्वारा उपलब्ध कराए गए मानव बल में अनुशासन की घोर कमी हैै। वहां के मरीजों को समय पर टेलीमेडिसिन से परामर्श के लिए उपस्थित नहीं कराया जाता है। अस्पताल के एएनओ एवं एमएनओ द्वारा आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा सप्लाई किए जाने वाले सामान की समीक्षा भी नहीं की जाती है।डीसी ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि पीजी ब्लॉक एसएनएमएमसीएच के एएनओ एवं एमएनओ को पूर्व में भी मिली कमियों को दूर करने का निर्देश दिया था। परंतु आपदा की घड़ी में उन्होंने वरीय पदाधिकारियों के निर्देश को गंभीरता से लेना आवश्यक नहीं समझा। इसलिए अंतिम रूप से उन्हें स्मारित करते हुए स्पष्ट निर्देश दिया है कि उपरोक्त कर्मियों को अविलंब दूर करें और वहां की व्यवस्था में तत्काल प्रभाव से सुधार लाए अन्यथा उनके विरुद्ध सख्त अनुशासनिक एवं कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

डीसी ने किया कैथ लैब का औचक निरीक्षण

डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद,  उमा शंकर सिंह ने आज देर रात कैथ लैब एसएनएमएमसीएच का निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने आईसीयू में इलाजरत मरीजों के संबंध में चिकित्सकों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की और उनकी मेडिकल रिपोर्ट को देखा। साथ ही मरीजों के उपचार, दवाइयों के स्टॉक, ऑक्सीजन सप्लाई इत्यादि पर दिशा निर्देश दिये।निरीक्षण के दौरान डीएमएफटी के  शुभम सिंघल, नितिन कुमार भी उपस्थित थे।

डीसी ने किया पाटलिपुत्र नर्सिंग होम का औचक निरीक्षण

डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद,  उमा शंकर सिंह ने आज देर रात जोड़ा फाटक रोड़ स्थित पाटलिपुत्र नर्सिंग होम का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोरोना पॉजिटिव मरीजों का कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल के अनुसार उपचार करने का निर्देश चिकित्सकों को दिया।उल्लेखनीय है कि पाटलिपुत्र नर्सिंग होम में संक्रमित मरीजों के इलाज में कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने तथा कंट्रोल रूम को मरीजों की संख्या कम बताने के लिए उपायुक्त ने अस्पताल प्रबंधन से 24 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा है।निरीक्षण के दौरान डीएमएफटी के शुभम सिंघल,  नितिन कुमार भी उपस्थित थे।