नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक 2020 में देश के लिए मेडल लेकर लौटे भारतीय खिलाड़ियों हुए सम्मानित

टोक्यो ओलंपिक 2020 में देश के लिए मेडल लेकर लौटे भारतीय खिलाड़ियों का एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत हुआ। दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित समारोह में नीरज चोपड़ा व बजरंग पूनिया सभी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद थे। 

नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक 2020 में देश के लिए मेडल लेकर लौटे भारतीय खिलाड़ियों हुए सम्मानित
  • यह मेरा नहीं, पूरे देश का गोल्ड है: नीरज चोपड़ा

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक 2020 में देश के लिए मेडल लेकर लौटे भारतीय खिलाड़ियों का एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत हुआ। दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित समारोह में नीरज चोपड़ा व बजरंग पूनिया सभी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद थे। 

खेल मिनिस्टर ने कहा कि ओलंपिक 2020 में भारत की सफलता इस बात को दर्शाती है कि नया भारत दुनिया पर हावी होने की इच्छा और आकांक्षा रखता है। यहां तक कि खेल में भी। ठाकुर ने कहा कि टोक्यो 2020 में भारत के लिए कई ऐसी चीजें हुई जो ओलंपिक में पहली बार हुई। ओलंपिक खेलों ने हमें दिखाया कि आत्म-अनुशासन और समर्पण के साथ हम चैंपियन बन सकते हैं। टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन से प्रेरित किया, जबकि भारत के लोगों ने इस सफलता पर खुशी और जश्न मनाया।

खेल मंत्री ने कहा कि हम अपने खिलाड़ियों का समर्थन करना जारी रखेंगे और हम भारत को एक खेल महाशक्ति बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने गोल्फर अदिति अशोक के चौथे स्थान पर रहने की भी तारीफ की। ठाकुर ने कहा कि भारत अगले ओलिंपिक में इससे भी बेहतर प्रदर्शन करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार खिलाड़ियों को हर तरीके की सुविधा प्रदान करेगी। किसी भी खिलाड़ी को किसी तरह की कोई कमी नहीं होने देगी। कानून मंत्री किरण रीजीजू ने सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन की प्रशंसा की और दोहराया कि भारत 2028 ओलंपिक तक एक ताकत बन जायेगा।
ओलिंपक गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने कहा कि सभी का बहुत बहुत शुक्रिया, सबसे पहले तो मैं यह दिखाना चाहूंगा। ये गोल्ड मेरा नहीं पूरे इंडिया का है और मैं उस दिन से ही अपनी जेब में लेकर घूम रहा हूं इस मेडल को। मैं सही बताउं तो उस दिन से सही तरीके से सो नहीं पाया, खा नहीं पाया लेकिन जब भी मैं इसको निकालकर देख लेता हूं तो लगता है सबकुछ ठीक है, कोई परेशानी नहीं। उन्होंने कहा कि मैं ये कहना चाहूंगा मेहनत तो काफी अच्छी हुई थी लेकिन मन में यह लगता था कि काफी तगड़े कॉम्पिटिटर हैं हमारे, और मेरी वर्ल्ड रैंकिम 4 चल रही थी प्रतियोगिता काफी जबरदस्त था वहां। क्वालीफिकेशन में जैसे मेरा थ्रो लगा तो मुझे लगा यह मेरे लाइफ का सबसे तगड़ा मौका है ओलिंपिक। यह तो मैं नहीं छोड़ूंगा। मुझे लगता है कभी भी विरोधी खिलाड़ी को देखकर घबराना नहीं चाहिए। यह मैंने अपने पहले ओलिंपिक में अनुभव किया है। क्योंकि इतना अच्छा कॉम्पिटिशन होने के बाद और इतने अच्छे एथलीट होने के बावजूद भी हमने गोल्ड जीता है तो मुझे लगता है अपना 100 प्रतिशत दो और किसी से घबराओ मत।  
बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल हासिल करने वालीं महिला मुक्केबाज लवलीना ने कहा कि मैं घर वापस आकर बहुत खुश हूं।मुझे पता था कि भारत में लोग बहुत खुश होंगे लेकिन यहां वापस आने के बाद पहली बार इतना प्यार पाकर बहुत अच्छा लग रहा है। मैं इस तरह के और पदकों के लिए अपना बेस्ट प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी। रेसलिंग में कांस्य पदक जीतने वाले बजरंग पूनिया ने कहा कि उन्होंने सिर्फ अपना बेस्ट प्रदर्शन देने की कोशिश की। पुरुष हॉकी टीम को भारत के लिए 41 साल बाद कांस्य पदक जीतने के लिए सम्मानित किया गया। कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहाकि भारत सरकार का बहुत शुक्रिया जिनकी तरफ से हमें मुश्किल समय में सहायता दी गई। सरकार का बहुत ही ज्यादा शुक्रगुजार हूं जिनकी तरफ से साफ तौर पर कहा गया था कि जब कभी भी किसी भी तरह की परेशानी हो तो सीधा बात करें। 
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल अपने नाम करने वाले नीरज चोपड़ा को स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट की। 
भारत के अभियान में कई चीजें पहली बार हुई, जिसमें अब तक का सबसे बड़ा 128 सदस्यीय खिलाड़ियों का दल, सात ओलंपिक पदक, एथलेटिक्स इवेंट में पहला ओलंपिक गोल्ड मेडल, सिंधु द्वारा लगातार खेलों (रियो और टोक्यो) में मेडल  और भारतीय पुरुष हॉकी टीम का 41 साल के बाद एक मेडल (ब्रॉन्ज) जीतना शामिल हैं। इसके साथ ही, महिला हॉकी टीम ने खेलों में अपना बेस्ट चौथा स्थान हासिल कियां।
समारोह में केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू, खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक, सचिव (खेल) रवि मित्तल और भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान भी उपस्थित थे।