Ladakh violence: लद्दाख में हिंंसा मामले में सोनम वांगचुक NSA में गिरफ्तार, भड़काऊ भाषण का आरोप
लद्दाख हिंसा के बाद सोनम वांगचुक को पुलिस ने NSA के तहत गिरफ्तार किया। सरकार का आरोप है कि उनके भाषणों ने युवाओं को भड़काया। विपक्षी दलों ने गिरफ्तारी का विरोध किया।

लद्दाख। लेह में हाल ही में हुई हिंसा के बाद आंदोलन का नेतृत्व कर रहे पर्यावरणविद् और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक को पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार कर लिया है। उन पर आरोप है कि उनके भाषणों ने युवाओं को भड़काया, जिसके चलते 24 सितंबर को लेह में प्रदर्शन हिंसक हो गये।
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लेह में हिंसा दौरान सरकारी कार्यालयों पर हमले, वाहनों में आगजनी और पुलिस से झड़प हुई थी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में चार लोगों की मौत भी हुई थी। सेंट्रल होम मिनिस्टरी निर्देश पर लोकल पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने वांगचुक के हालिया भाषणों की जांच की थी। रिपोर्ट में कहा गया कि उन्होंने अपने संबोधनों में अरब स्प्रिंग और नेपाल के छात्र आंदोलनों का जिक्र किया, जिससे युवाओं में गुस्सा बढ़ा। इसी आधार पर उनके खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई की गयी।
विपक्षी दलों और नागरिक समाज ने इस गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा है कि इससे हालात शांत होने के बजाय और बिगड़ सकते हैं। एक स्थानीय पार्षद ने सरकार पर आरोप लगाया कि लद्दाख की वास्तविक मांगों को सुनने के बजाय एक सम्मानित आवाज़ को निशाना बनाया जा रहा है।वांगचुक को उनके घर से हिरासत में लिया गया और पूछताछ के लिए पुलिस थाने लाया गया। हालांकि उन्होंने हिंसा में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा था कि उनकी गिरफ्तारी सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी।
इससे पहले होम मिनिस्टरी ने वांगचुक के NGO ‘स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL)’ का FCRA लाइसेंस भी रद्द कर दिया था। अधिकारियों ने इसके पीछे वित्तीय नियमों के उल्लंघन का हवाला दिया। फिलहाल, पुलिस ने 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें बाहरी नागरिक भी शामिल बताए जा रहे हैं। जांचकर्ता अशांति में बाहरी लोगों की भूमिका की भी पड़ताल कर रहे है।