जामताड़ा से किडनैप सागर मंड़ल धनबाद के निरसा से बरमद, पुलिस ने सात को किया अरेस्ट

जामताड़ा के सिकरपोशनी दो दिन पहले किडनैप सागर मंडल को पुलिस ने गुरुवार को धनबाद जिले के निरसा से सकुशल बरामद कर लिया है।

जामताड़ा से किडनैप सागर मंड़ल धनबाद के निरसा से बरमद, पुलिस ने सात को किया अरेस्ट

धनबाद। जामताड़ा के सिकरपोशनी दो दिन पहले किडनैप सागर मंडल को पुलिस ने गुरुवार को धनबाद जिले के निरसा से सकुशल बरामद कर लिया है। जामताड़ा पुलिस ने निरसा पुलिस स्टेशन एरिया से मनीष कुमार, विशाल कुमार,उत्तम रजक,मंडमन कॉलोनी से दिवाकर तिवारी व मृत्युंजय तिवारी को अरेस्ट किया। इन युवकों की निशानदेही पर सागर मंडल को सकुशल बरामद किया गया। 
सागर को एक ट्रक के अंदर बांध कर रखा गया था। जामताड़ा पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार युवकों ने बताया कि सागर मंडल को मुगमा एरिया आफिस पेट्रोल पंप के समीप लगे ट्रक में बांध कर रखा गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुगमा एरिया आफिस पेट्रोल पंप के समीप खड़ा ट्रक से सागर मंडल को मुक्त कराया।जामताड़ा पुलिस सागर मंडल के अलावा पकड़े गये सातों युवकों को आपने साथ ले गई। जिस ट्रक से सागर मंडल को बरामद किया गया वह विशाल कुमार का है। मनीष कुमार पहले भी कई बार जेल जा चुका है।

पुलिस ने तीन किडनैपर निरसा मुगमा की इंदिरा नगर कॉलोनी, दो को मुगमा के मंडमन कॉलोनी, एक को धनबाद और एक को जामताड़ा से दबोचा।  सागर का पिता गांव में ही किराना दुकान चलाता है।10 मई को सागर मंडल को जामताड़ा के सिकरपोशनी से किडनैप किया गया था। सागर मंडल के स्वजनों ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। किडनैपर द्वारा चार लाख की फिरौती मांगी गई थी। जब परिवार वालों ने पुलिस को इसकी सूचना दी तो जामताड़ा एसपी द्वारा करमाटांड़ थाना प्रभारी रजनीश आनंद के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गई।

पुलिस की स्पेशल टीम को सागर मंडल को निरसा पुलिस स्टेशन एरिया के मुगमा में रखे जाने की सूचना मिली। किडनैपर विशाल शर्मा व मनीष कुमार बंद होटल में शराब पी रहे थे। पुलिस ने दोनों को दबोचते हुए सागर मंडल को उनके चंगुल से छुड़ा लिया। पुलिस सख्ती के बाद उन्होंने अपने बाकी साथियों के नाम उगल दिये। उनकी निशानदेही पर बाकी पांच अपहरणकर्ताओं को मुगमा, धनबाद व जामताड़ा से गिरफ्तार किया। दिवाकर व मृत्युंजय तिवारी दोनों सगे भाई हैं। बताया जाता है कि दिवाकर तिवारी एयरफोर्स में था। वह एयरफोर्स छोड़कर भागा हुआ है। मनीष कुमार पहले भी कई बार जेल जा चुका है।