झारखंड: स्टेट के 300 पुलिस स्टेशन में महिला हेल्प डेस्क बनेगा, हाइ स्पीड बाइक चलाने पर होगी कार्रवाई: डीजीपी

डीजीपी एमवी राव ने कहा है कि स्टेट के 300 पुलिस स्टेशनों में 300 महिला हेल्प डेस्क बनेगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए यह निर्भया फंड से बनाया जायेगा। महिला या बच्ची से क्राइम होने पर जो पुलिस अफसर  मामले को दबाने, समझौता कराने की कोशिश करेंगे, उनपर भी कानून सम्मत कार्रवाई होगी और एफआइआर दर्ज होगी।

झारखंड: स्टेट के 300 पुलिस स्टेशन में महिला हेल्प डेस्क बनेगा, हाइ स्पीड बाइक चलाने पर होगी कार्रवाई: डीजीपी
  • कहीं भी महिला या बच्ची की बॉडी मिलेगा तो वहां एसपी स्वयं जायेंगे
  • संबंधित मामले गिरफ्तारी से सज़ा तक की पूरी मॉनिटरिंग एसपी की होगी

रांची। डीजीपी एमवी राव ने कहा है कि स्टेट के 300 पुलिस स्टेशनों में 300 महिला हेल्प डेस्क बनेगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए यह निर्भया फंड से बनाया जायेगा। महिला या बच्ची से क्राइम होने पर जो पुलिस अफसर  मामले को दबाने, समझौता कराने की कोशिश करेंगे, उनपर भी कानून सम्मत कार्रवाई होगी और एफआइआर दर्ज होगी। पंचायती कर समझौता कराने की कोशिश की गई तो समझौता कराने वालों पर एफआइआर दर्ज कर उसे सलाखों के पीछे भेजा जायेगा। डीजीपी मंगलवार को पुलिस हेडक्वार्टर में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। मौके पर डीजी हेडक्वार्टर अजय कुमार सिंह, आइजी प्रिया दूबे, साकेत कुमार सिंह भी उपस्थित थे। 

डीजीपी ने कहा कि मानीय सीएम ने यह घोषणा कर दी है कि महिलाओं-बच्चियों से होने वाले अपराध को रोकने में अगर तकनीकी दक्षता को और मजबूत करना है तो उसके लिए फंड की कमी नहीं होगी। पुलिस अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद करेगी। स्टेट में निर्भया फंड से भी राज्य के 300 थानों में 300 महिला हेल्प लाइन बनेगा, जहां महिला अपनी हर तरह की समस्या को बता सकेगी और समाधान पा सकेगी।

एसपी से लेकर थानेदार की जिम्मेवारी तय
डीजीपी ने कहा कि क्राइम के अनुसार पुलिस अफसरों की जवाबदेही तय की गई है। अगर किसी स्थान पर महिला या बच्ची का शव मिलता है तो वहां मौके पर एसपी का जाना अनिवार्य है।एसपी उस केस के सर्वेसर्वा होंगे। अपनी देखरेख में अनुसंधान के साथ-साथ न्यायालय में अभियुक्त को सजा दिलाने तक में एसपी अपनी भूमिका निभाएंगे। अगर एसपी के लेवल से किसी तरह की चूक हुई तो वे कार्रवाई के दायरे में आयेंगे। इसी तरह किसी इलाके में अवैध शराब, गांजा, ड्रग्स, अफीम या नशे के अन्य कारोबार की जानकारी मिलती है तो संबंधित थानेदार जिम्मेवार हेंगे।  किसी क्षेत्र में गुंडागर्दी, फायरिंग आदि की घटनाएं घटती है तो संबंधित डीएसपी जवाबदेह होंगे। 

मादक द्रव्य के विरुद्ध नवंबर में चलेगा दो सप्ताह का अभियान

उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में मादक द्रव्य के विरुद्ध एक नवंबर से दो सप्ताह का विशेष अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान के दौरान अवैध शराब, गांजा, अफीम, ब्राउन शूगर सहित सभी प्रकार के नशीले पदार्थों की तलाश की जाएगी। इसके धंधेबाजों की धर-पकड़ तेज होगी।डीजीपी ने कहा कि हाइ स्पीड बाइक चलाने, साइलेंसर मॉडिफाई कर बाइक चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। एमवी के अंतर्गत मोटरसाइकिल जब्त होगी और ऐसे बाइकर्स जेल भी जायेंगे। अभिभावक अपने बच्चों पर नजर रखें। ऐसे बाइकर्स को सीसीटीवी व इंटरसेप्टर के माध्यम से दबोचा जायेगा।अभिभावक अपने बच्चों को समझाएं नहीं तो वे जेल जायेंगे और गाड़ी भी जब्त होगी। अवैध शराब निर्माण की जानकारी मिलने पर संबंधित थानेदार जवाबदेह होंगे। सड़क पर गुंडई, फायरिंग होगी तो डीएसपी को जवाब देना होगा।
डीजीपी ने  हाल के दिनों में राज्य में घटित घटनाओं एवं उनके विरूद्ध पुलिस द्वारा उठाये गये कदमों की डिटेल जानकारी दी।  उन्होंने बताया कि विगत सप्ताह राज्य के सभी एसएसपी,एसपी व डीआइजी को महिलाओं के विरूद्ध हो रहे अपराधों को रोकने के लिये संबंधित जिलों में एक वाट्सएप्प नंबर प्रसारित करने का निर्देश दिया था।उक्त के आलोक में विभिन्न जिलों द्वारा प्रसारित वाट्सएप्प नंबर पर अबतक कुल 108 कंपलेन मिली जिसमें सर्वाधिक राजधानी रॉची में कुल 28, गिरीडीह में कुल 18 तथा जमशेदपुर से कुल 12 शिकायतें आयी। साहेबगंज जामताड़ा एवं खुंटी में किसी प्रकार की कंपलेन नहीं मिली। इसमें अधिकांश मामले शादी का झांसा देकर यौन शोषन एवं घरेलु हिंसा के है।