Jharkhand: इंजीनियर वीरेंद्र राम और आलोक रंजन के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट, मनी लॉन्ड्रिंग का है आरोप

पद का दुरुपयोग कर सवा सौ करोड़ की संपत्ति अर्जित करने के आरोपित झारखंड में ग्रामीण कार्य विभाग के सस्पेंड चीफ इंजीनियर कर वीरेंद्र राम के खिलाफ ईडी ने स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। ईडी ने ईडी के स्पेशल कोर्ट में इंजीनियर के चचेरे भाई आलोक रंजन के विरुद्ध भी चार्जशीट दाखिल किया है। 

Jharkhand: इंजीनियर वीरेंद्र राम और आलोक रंजन के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट, मनी लॉन्ड्रिंग का है आरोप
  • ईडी ने इंजीनियर व परिजनों की 39.28 करोड़ की चल-अचल संपत्ति किया है जब्त

रांची। पद का दुरुपयोग कर सवा सौ करोड़ की संपत्ति अर्जित करने के आरोपित झारखंड में ग्रामीण कार्य विभाग के सस्पेंड चीफ इंजीनियर कर वीरेंद्र राम के खिलाफ ईडी ने स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। ईडी ने ईडी के स्पेशल कोर्ट में इंजीनियर के चचेरे भाई आलोक रंजन के विरुद्ध भी चार्जशीट दाखिल किया है। 

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चार्जशीट में वीरेंद्र राम के कुछ पारिवारिक सदस्यों व चार्टर्ड अकाउंटेंट के नाम उल्लेख होने की बात कही जा रही है। सभी आरोपितों पर मिल-जुलकर एक साजिश के तहत ब्लैक मनी उगाहने से लेकर उसके निवेश तक के आरोप हैं। ईडी ने चार्जशीट में बताया है कि वीरेंद्र राम ने अपने सहयोगियों की मदद से भ्रष्टाचार से अकूत संपत्ति अर्जित की। झारखंड पुलिस की एसीबी जमशेदपुर ब्रांच की जांच के आधार पर ईसीआइआर दर्ज कर ईडी ने इन्विस्टीगेशन में चौंकाने वाले खुलासे किये हैं। ब्लैक मनी के निवेश में चार्टर्ड अकाउंटेंट का भी सहयोग पाया गया है।
होटवार जेल में बंद हैं वीरेंद्र व आलोक
मामले में ईडी ने वीरेंद्र राम उनके चचेरे भाई आलोक रंजन को पूर्व में ही अरेस्ट कर लिया है। दोनों वर्तमान में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं। संभावना है कि इस मामले में ईडी की स्पेशन कोर्ट 29 अप्रैल को संज्ञान ले सकती है।

ईडी ने जब्त की थी 39.28 करोड़ की की संपत्ति
ईडी ने तीन दिन पहले ही वीरेंद्र राम व उनके पारिवारिक सदस्यों से जुड़ी 39.28 करोड़ की चल-अचल संपत्ति जब्त की थी। ये संपत्तियां रांची, जमशेदपुर व दिल्ली में रिहायशी इलाके में हैं। 
ईडी ने 30 ठिकानों पर की थी रेड
ईडी ने गत 21 फरवरी को वीरेंद्र राम से जुड़े विभिन्न शहरों में 30 ठिकानों पर एक साथ रेड किया था। इस रेड में ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। ईडी ने रेड के दौरान 40 लाख रुपये कैश, लगभग डेढ़ करोड़ की सात कीमती एसयूवी कारें व ज्वेलरी बरामद किये थे। ईडी ने 23 फरवरी को वीरेंद्र राम को अरेस्ट कर लिया था। ईडी ने वीरेंद्र राम के सभी मोबाइल को भी जब्त किया था। मोबाइल से डेटा निकालकर उसकी जांच की गई थी, जिसमें कमीशन के लेन-देन के बड़े मामले का खुलासा हुआ। ईडी का इन्विस्टीगेशन अभी जारी है।

वीरेंद्र राम को कमीशन में मिले पांच करोड़ हवाला के जरिए जमशेदपुर से पहुंचा था दिल्ली
ग्रामीण कार्य विभाग के सस्पेंड चीफ इंडीनियर वीरेंद्र राम अपने कमीशन की मोटी रकम हवाला के माध्यम से दिल्ली भिजवाता था। ईडी ने अस्थायी जब्ती रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, कमीशन में मिले पांच करोड़ रुपये जमशेदपुर से दिल्ली हवाला के माध्यम से पहुंचे थे। दिल्ली में वीरेंद्र राम के चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल ने रुपये को खपाने का पूरा इंतजाम किया था।
हवाला कारोबारी ने मुकेश मित्तल को पहुंचाये थे ये पैसै
हवाला कारोबारी रवि वाधवानी ने जमशेदपुर से अपने सहयोगी के माध्यम से पांच करोड़ रुपये दिल्ली मंगावाया। दिल्ली में चांदनी चौक पर उक्त राशि लेने के बाद उसे मुकेश मित्तल तक पहुंचाया था। चांदनी चौक, दिल्ली से मुकेश मित्तल के दिल्ली स्थित ऑफिस तक पांच करोड़ रुपये पहुंचाने के बदले में रवि वाधवानी को राशि से 4.48 करोड़ रुपये को सीए मुकेश मित्तल ने विभिन्न तिथियों में अलग-अलग खातों से वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के अकाउंट में जमा कराया था।

गेंदा राम के अकाउंट से अंसल सतबारी की संपत्ति खरीदने में हुआ था पेमेंट
वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के बैंक अकाउंट से ही दिल्ली के ई-8 अंसल सतबारी की संपत्ति खरीदने के लिए पेमेंट किया गया था। उक्त संपत्ति के लिए गेंदा राम ने अपने अकाउंट में पड़े 4.48 करोड़ रुपये में से 3.96 करोड़ रुपये प्रीति सिंह को पेमेंट किया था। इसके लिए गेंदा राम ने गत वर्ष 31 दिसंबर को एक करोड़ रुपये आटीजीएस किया। दो जनवरी को 50 लाख, चार जनवरी को 50 लाख, नौ जनवरी को 50 लाख, 12 जनवरी को 50 लाख, 16 जनवरी को 50 लाख, 23 जनवरी को 46 लाख रुपये का आरटीजीएस किया। उक्त संपत्ति के लिए 20 जनवरी तक करीब 22 करोड़ रुपये का पेमेंट किया गया था।
बरामद कागजात में है उल्लेख है पेमेंट का डिटेल्स
वीरेंद्र राम के अशोक नगर रोड नंबर फोर-ए स्थित आवास में विगत 21 फरवरी को ईडी की रेड में कई कागजात मिले थे। इनमें से एक कागज 28 जून 2022 से 16 जुलाई 2022 तक 11.69 लाख रुपये के पेमेंट से संबंधित है। इस कागज के मामले में पूछताछ में वीरेंद्र राम ने बताया कि कुछ अकाउंट उनके बच्चों से संबंधित हैं, जबकि कुछ अन्य लोग भी हैं, जिन्हें भुगतान किया गया था। कागज में मेम साहब, रिपोर्टर मैडम, रिलायंस ज्वेलरी, सतीश श्रीवास्तव, हरी कुमार यादव सहित 25 नाम हैं, जिन्हें उक्त राशि दी गई थी।
मनबाद सबर से जमशेदपुर में खरीदी तीन कट्ठा जमीन
वीरेंद्र राम ने आलोक रंजन के बैंक अकाउंट में 12 व 13 जुलाई 2022 को 95 हजार रुपये जमा किया था। इसके बाद आलोक रंजन ने जमशेदपुर के मनबाद सबर को 1.1 लाख रुपये का पेमेंट किया। आलोक रंजन ने ईडी को बताया कि मनबाद सबर से 6.60 लाख रुपये में जमशेदपुर में उसने तीन कट्ठा का एक प्लाट खरीदा था।
स्काटलैंड में पढ़ रहे बेटे आर्यन अंकुश को भेजे गए 1.25 करोड़ रुपये

वीरेंद्र राम व उनके चचेरे भाई आलोक रंजन के विरुद्ध तैयार अस्थाई जब्ती रिपोर्ट में ईडी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जब्ती रिपोर्ट के अनुसार वीरेंद्र राम का बेटा आर्यन अंकुश स्काॅटलैंड में पढ़ता है। उसने अब तक 1.25 करोड़ रुपये विदेश में ट्रांसफर किया है। इसमें 20 लाख रुपये जमशेदपुर के मानगो निवासी महेंद्र गोप ने आर्यन अंकुश के अकाउंट में भेजा था।
महेंद्र से टेंडर के बदले वीरेंद्र राम वसूलता था कमीशन
महेंद्र गोप मेसर्स लार्ड्स इंफ्राकान प्राइवेट लिमिटेड का संचालक है। उससे वीरेंद्र राम ने 2.40 करोड़ रुपये का लोन लेने का दावा किया, जिसमें उसने 20 लाख रुपये जमा किया। लोन की राशि नई दिल्ली के छतरपुर में संपत्ति खरीदने के लिए ली थी। इस बात का भी खुलासा हुआ कि महेंद्र गोप से वीरेंद्र राम टेंडर के बदले कमीशन वसूलता था।
1.88 करोड़ रुपये लिए कमीशन
ईडी की छानबीन में पता चला है कि मेसर्स राजेश कुमार कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड व मेसर्स परमानंद सिंह बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर राजेश कुमार उर्फ बबलू है। वर्ष 2015 के बाद इन दोनों कंपनियों को वीरेंद्र राम ने 62 करोड़ रुपये के 22 टेंडर दिए। इसके बदले में वीरेंद्र राम को कमीशन के रूप में 1.88 करोड़ रुपये का पेमेंट हुआ। राजेश कुमार ने वीरेंद्र राम को एक इनोवा व एक फार्च्यूनर भेंट की थी। वीरेंद्र राम के आईफोन से राजेश कुमार के खास सहयोगी अनूप कुमार राय का तीन फरवरी 2020 का एक वाट्सएप मैसेज सामने आया है, जिसमें तीन करोड़ रुपये के लेन-देन का उल्लेख है।
टेंडर के बदले लेता था तीन से 14 परसेंट कमीशन
अनूप कुमार राय से ईडी ने पांच से सात अप्रैल तक पूछताछ की है, जिसमें उस वाट्सएप चैट के बारे में भी जानकारी ली है। अनूप कुमार राय ने ईडी को बताया है कि वह मेसर्स रायल इंजीनियरिंग वर्क्स में पार्टनर है, जो मैकेनिकल कार्य देखते हैं। उन्होंने भी 1.78 करोड़ रुपये के टेंडर के बदले में वीरेंद्र राम को 14 लाख रुपये कमीशन में दिया था। वीरेंद्र राम को तीन से लेकर 14 परसेंट तक कमीशन देना पड़ता था।
अतिकुल रहमान वसूलता था वीरेंद्र राम के कमीशन के रुपये
ईडी की रेड में वीरेंद्र राम के रांची स्थित आवास से एक डायरी मिली थी, जिसमें अतिकुल रहमान अंसारी नामक व्यक्ति के जरिए लेन-देन की पुष्टि हुई। पूछताछ में वीरेंद्र राम ने स्वीकारा कि कमीशन की राशि अतिकुल रहमान अंसारी वसूलता था। उसने अब तक 47 लाख 45 हजार रुपये वसूलकर वीरेंद्र राम तक पहुंचाने की बात स्वीकारी है।
बैंकिंग से ज्यादा कैश में किया अचल संपत्तियों के लिए पेमेंट
वीरेंद्र राम ने अचल संपत्तियों की खरीद में बैंकिंग से ज्यादा कैश में पेमेंट किया है। नई दिल्ली के साकेत स्थित डी-70 के पहले तल्ले के लिए पांच करोड़ में सौदा हुआ था। इसमें 1.78 करोड़ रुपये ही बैंकिंग से पेमेंट हुए, जबकि 3.28 करोड़ रुपये कैश में पेमेंट हुआ है। डिफेंस कालोनी वाली संपत्ति की कुल कीमत 11.30 करोड़ रुपये थी। इसके लिए 4.95 करोड़ रुपये बैंकिंग से व 6.3 करोड़ रुपये कैश पेमेंट हुआ था।
रेल व हवाई टिकट पर चार साल में खर्च किया 14.09 लाख
वीरेंद्र राम व आलोक रंजन रांची-दिल्ली, जमशेदपुर-दिल्ली आना-जाना करते रहते थे। इसके लिए वीरेंद्र राम ने अनिश खिरवाल नामक एक ट्रेवल एजेंट को रखा था, जिसे वह खुद पेमेंटकरते थे। पांच फरवरी 2018 से 21 दिसंबर 2022 के बीच वीरेंद्र राम ने रेल व हवाई टिकट के एवज में 14 लाख 09 हजार 488 रुपये कैश पेमेंट किया था।
जब्त संपत्ति व उसकी कीमत
वीरेंद्र राम की पत्नी राजकुमारी के नाम पर साकेत, नई दिल्ली स्थित डी-70 का पहला तल्ला। दस्तावेज के अनुसार इसकी कीमत 1.78 करोड़ रुपये हैं। वर्तमान में इस फ्लैट की कीमत पांच करोड़ रुपये है।
राजकुमारी के नाम पर नई दिल्ली के डिफेंस कालोनी में तृतीय तल्ला सी-334 है। दस्तावेज के अनुसार   इसकी कीमत पांच करोड़ रुपये है। वर्तमान में इस संपत्ति की कीमत 11.30 करोड़ रुपये हैं।
 वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के नाम पर नई दिल्ली के साकेत अंसल तहसील में दो बीघा, आठ बिस्वा   जमीन पर बना फार्म हाउस। दस्तावेज के अनुसार इसकी कीमत चार करोड़ रुपये है। वर्तमान में इसकी कीमत 22.50 करोड़ रुपये है। - वीरेंद्र राम के बेटे आर्यन अंकुश के खाते में 13.43 लाख रुपये।
राजकुमारी व आर्यन अंकुश के अकाउंट में 14.46 लाख रुपये।
 वीरेंद्र कुमार राम के अकाउंट में 8.10 लाख रुपये।
वीरेंद्र राम व उनकी पत्नी राजकुमारी के नाम पर जमशेदपुर के डिमना रोड, वाटिका ग्रीन सिटी में घर। दस्तावेज के अनुसार इसकी कीमत 12.57 लाख रुपये है। वर्तमान में इसकी कीमत एक करोड़ रुपये है।
वीरेंद्र कुमार राम की पिठोरिया में जमीन, जिसकी दस्तावेज के अनुसार कीमत 25 हजार रुपये है। वर्तमान में इसकी कीमत 22 लाख रुपये है।
गाड़ियों के लिए राजकुमारी ने केनरा बैंक के अकाउंट से किया पेमेंट
टोयटा फर्च्यूनर (29.90 लाख), ऑडी (44.26 लाख), आडी (53.66 लाख) का पेमेंट किया। ईडी ने अपनी रिपोर्ट में इसका भी उल्लेख किया है कि वीरेंद्र राम के अलावा उनके परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है।
जब्त की गईं संपत्तियां
वाटिका ग्रीन सिटी जमशेदपुर में डुप्लेक्स ई-3 (2003), डुप्लेक्स ई-2 (2019), साकेत डी-ब्लाक में हाउस नंबर डी-70 (2015) व डिफेंस कालोनी, सी-ब्लाक, तृतीय तल्ले पर फ्लैट नंबर 334 (2019)।
पिता गेंदा राम के नाम पर : प्लाट नंबर ई-8, सतबारी, छतरपुर (2023)।
वीरेंद्र राम के नाम पर : पिठोरिया रांची में एक प्लाट। (2006-07 में)।
पूर्व में जब्त हुईं थीं गाड़ियां
टोयटा फार्च्यूनर (वीरेंद्र राम के बेटे आयुष रापसन के नाम पर), आडी एजी (यह भी आयुष रापसन के नाम पर), टोयटा फार्च्यूनर सिग्मा-4 (मेसर्स परमानंद सिंह बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड), आडी एजी 35 टीडीआइ (वीरेंद्र राम की पत्नी राजकुमारी देवी के नाम पर), स्कोडा सुपर्ब इलेगेंस (पानामती देवी), इनोवा (मेसर्स राजेश कुमार कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड), टोयटा फार्च्यूनर (अंकित साहू, गुमला के नाम)।