Jharkhand: गलत नाम से सोनू अग्रवाल लेता रहा पुलिस बॉडीगार्ड, टेरर फंडिंग में है आरोपी, सरयू राय ने उठाये सवाल

पश्चिम बंगाल दुर्गापुर के ट्रांसपोर्टर सह जयश्री स्टील प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सोनू अग्रवाल उर्फ अमित अग्रवाल पर छद्म नाम पर विभिन्न जिलों से पुलिस बॉडीगार्ड लेने की पुष्टि हुई है। बावजूद अब तक सोनू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह आरोप कोलकाता की बिजनसमैन रश्मि जैन ने लगाया है। उन्होंने पुलिस की जांच रिपोर्ट का भी हवाला दिया है।

Jharkhand: गलत नाम से सोनू अग्रवाल लेता रहा पुलिस बॉडीगार्ड, टेरर फंडिंग में है आरोपी, सरयू राय ने उठाये सवाल

रांची। पश्चिम बंगाल दुर्गापुर के ट्रांसपोर्टर सह जयश्री स्टील प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सोनू अग्रवाल उर्फ अमित अग्रवाल पर छद्म नाम पर विभिन्न जिलों से पुलिस बॉडीगार्ड लेने की पुष्टि हुई है। बावजूद अब तक सोनू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह आरोप कोलकाता की बिजनसमैन रश्मि जैन ने लगाया है। उन्होंने पुलिस की जांच रिपोर्ट का भी हवाला दिया है।

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बिजनसमैन रश्मि जैन ने होम डिपार्टमेंट की प्रिंसिपल सेकरेटरी वंदना दादेल को पत्र लिखकर इस केस से जुड़े सभी संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। सोनू अग्रवाल को मिले बॉडीगार्ड  रांची, धनबाद और हजारीबाग जिला से संबंधित थे। वहीं, हजारीबाग के एसपी के अनुसार हाल ही में पुलिस हे़क्वार्टर के आदेश पर आरोपित बॉडीगार्ड (पुलिस कांस्टेबल) के विरुद्ध डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग शुरू हो चुकी है। रांची और धनबाद जिला बल से इस संबंध में जानकारी नहीं मिल पाई है।
रश्मि जैन ने होम सेकरेटरी को दिये गये अपने आवेदन के साथ सेंट्रल होम मिनिस्टरी का लेटर, झारखंड हाई कोर्ट का आदेश, राज्य मानवाधिकार आयोग के आदेश और राज्य सूचना आयोग के आदेश की कॉपी भी लगाई है। उनका आरोप है कि सोनू अग्रवाल व अन्य ने मिलकर डिपार्टमेंट को गलत सूचनाएं दी। वह झारखंड पुलिस के आर्म्स गार्ड को राज्य से बाहर भी ले गया। पुलिस की जांच में भी इसकी पुष्टि हो चुकी है कि सोनू अग्रवाल ने पुलिस बॉडीगार्ड को स्टेट से बाहर ले जाने के लिए सक्षम अफसर से अनुमति नहीं ली थी।

टेरर फंडिंग का आरोपित है सोनू अग्रवाल
सोनू अग्रवाल पर मगध-आम्रपाली कोल प्रोजेक्ट से कोयला ट्रांसपोर्टिंग के दौरान तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के उग्रवादियों को फंड देने का भी आरोप है। टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही एनआइए ने भी सोनू उग्रवाल के ठिकानों पर रेडकी थी। यह मामला अभी इन्विस्टीगेशन के अधीन है।
रश्मि जैन से सोनू अग्रवाल का है विवाद
रश्मि जैन के अनुसार, उनके कोलकाता स्थित ऑफिस में सोनू अग्रवाल झारखंड पुलिस के 10-15 आर्म्स गार्ड के साथ 22 मार्च 2018 को पहुंच गया था। उनके स्टाफ से मारपीट की और ऑफिस में ताला बंद करना चाहता था। दूसरे दिन भी ऑफिस में ताला लगाना चाहा। सोनू अग्रवाल के अनुसार, वह ऑफिस दिव्य ज्योति स्पंज आयरन प्राइवेट लिमिटेड का था। जबकि रश्मि जैन के एडवोकेट के अनुसार वह ऑफिस उनका था। जैन के ऑफिस के सीसीटीवी फुटेज में सभी पुलिस जवानों के चेहरे भी कैद हुए थे। वे झारखंड पुलिस की वर्दी पहने हुए थे। इस पूरे मामले में झारखंड पुलिस के विभिन्न विंग ने जांच की थी।

एमएलए सरयू राय स्टेट गवर्नमेंट को चेताया
झारखंड के एक्स मिनिस्टर सह एमएलए सरयू राय ने मामले में ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि यह गंभीर मामला है। मैंने इसे पहले भी उठाया था। तब यानी 2017-18 में इन्हें एक साथ झारखंड के चार जिलों से बडीगार्ड मिले थे। सत्ता शीर्ष के अनुग्रह से ही ऐसा हुआ था। इनके तत्कालीन मददगार वर्तमान सरकार में उस समय से अधिक प्रभावी हैं। @HemantSorenJMM⁩ ऐसे तत्वों से सावधान रहें।