झारखंड: CM हेमंत सोरेन ED के सामने नहीं हुए पेश, मांगा तीन सप्ताह का समय

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन गुरुवार को ईडी के रीजनल ऑफिस में पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए  सीएम सचिवालय का कर्मी गुरुवार को करीब 3.30 बजे हेमंत सोरेन का जवाब लेकर ईडी ऑफिस पहुंचा. सीएम के द्वारा भेजे गए पत्र में उन्होंने ईडी से तीन सप्ताह का वक्त मांगा है।

झारखंड: CM हेमंत सोरेन ED के सामने नहीं हुए पेश, मांगा तीन सप्ताह का समय

रांची। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन गुरुवार को ईडी के रीजनल ऑफिस में पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए  सीएम सचिवालय का कर्मी गुरुवार को करीब 3.30 बजे हेमंत सोरेन का जवाब लेकर ईडी ऑफिस पहुंचा. सीएम के द्वारा भेजे गए पत्र में उन्होंने ईडी से तीन सप्ताह का वक्त मांगा है।

यह भी पढ़ें:बिहार: आनंद मोहन आये जेल से बाहर, बेटी की शादी में शामिल होने को मिला 15 दिनों का पेरोल 

रांची में JMM कार्यकर्ताओं का जुटान,  हेमंत बोले- चिंता न करें, सरकार पूरा करेगी कार्यकाल
ED की ओर से सीएम हेमंत सोरेन को समन जारी किये जाने के बाद JMM कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। विभिन्न क्षेत्रों से JMM कार्यकर्ताओं का जुटान रांची के मोरहाबादी मैदान में हुआ.। यहां से पार्टी कार्यकर्ता कांके रोड स्थित सीएम आवास पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने ईडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।  सीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सयंम बरतने को कहा।  उन्होंने कहा कि विपक्ष लाख जतन कर ले, लेकिन राज्य की जनता के मिले समर्थन से यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
ईडी करें हमें अरेस्ट

सीएम हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ईडी की ओर से समन भेजना एक साजिश का नतीजा है। वो डरने वाले नहीं हैं। ईडी आये और मुझे गिरफ्तार करे।  एक आदिवासी का बेटा झारखंड को सफलतापूर्वक चला रहा है, यह विरोधियों को पच नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने के लिए गुरुवार को रायपुर जाने का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था। इसके बावजूद ईडी ने जान-बूझकर आज का दिन चुना। हम घबराने वाले नहीं हैं. हमें गिरफ्तार करके दिखाए।

संयम का परीक्षा न ले विपक्ष

सीएम ने कहा कि अगर हमने जेल अभियान शुरू किया, तो जेल में जगह नहीं बचेगी। हमारे संयम का परीक्षा न ले विपक्ष। कहा कि विपक्ष कभी राजभवन, तो कभी ईडी ऑफिस का चक्कर लगा रहे हैं, ताकि किसी तरह इस सरकार को घेरा जा सके. लेकिन, बताना चाहता हूं कि यूपीए गठबंधन पूरी तरह से मजबूत है. इनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।

हमें डराने की कोई कोशिश न करें

उन्होंने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार को ED-CBI के नाम से डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन यह सरकार किसी से डरने वाली नहीं है। JMM एक आंदोलनकारी पार्टी है। इस पार्टी ने कई आंदोलन को झेला है। अलग झारखंड के लिए कई शहीद हुए। इसके बाद हमें झारखंड अलग राज्य मिला है। इसलिए हमें कोई डराने-धमकाने की कोशिश न करें। विरोध प्रदर्शन को लेकर ईडी कार्यालय में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। ईडी के द्वारा पिछले कई दिनों से हो रही कार्रवाई में कई बड़े कारोबारी और राजनीतिक चेहरे सामने आए हैं. जिसे लेकर ईडी के पदाधिकारियों ने अंदेशा जताया था कि राजनीतिक शख्सियत से पूछताछ के दौरान कार्यकर्ता या समर्थकों के द्वारा विरोध किया जा सकता है। इसी को लेकर ईडी के पदाधिकारियों ने पिछले दिनों पुलिस मुख्यालय को पत्र भेज कर सुरक्षा की मांग की थी। जिसके बाद आज भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है।

बीजेपी की साजिश

सत्तापक्ष के एमएलए की बुधवार की सीएम आवास में बैठक पूरे घटनाक्रम को बीजेपी की साजिश करार देते हुए निर्णय लिया गया कि इस साजिश के कारण जो परिस्थितियां बनी हैं, उसका डटकर मुकाबला करेंगे। बैठक में प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की साजिश का पर्दाफाश करने का भी निर्णय लिया गया। तय किया गया कि सरकार को अस्थिर करने में जुटे राज्यपाल और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा। बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि सीएम का रायपुर जाने का कार्यक्रम पूर्व से ही निर्धारित है। वे वहां जाएंगे ही। जहां तक ईडी के समन की बात है तो सीएम की ओर से इस संदर्भ में संवाद किया जायेगा।

सीएम आवास में आयोजित बैठक में निर्णय किया गया कि पांच नवंबर से राज्यपाल रमेश बैस और सरकार को अस्थिर करने में जुटी केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन की शुरूआत होगी। सत्ताधारी गठबंधन के सभी दल आंदोलन में भाग लेंगे और हर जिला मुख्यालय में यह आंदोलन होगा। बैठक समाप्त होने के बाद हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर गवर्नर की साजिश का पर्दाफाश करेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी को अगर आक्रमण करना है तो वह सीधे करे। गवर्नर की मंशा सरकार को बर्खास्त करने की है तो सीधे कार्रवाई करें। बीजेपी के लीडर पीठ में छुरा घोंपना चाहते हैं। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के अलावा राज्य सरकार के मंत्री जगरनाथ महतो को छोड़कर सारे मंत्री और विधायक उपस्थित थे।
एटम बम का छत्तीसगढ़ में ही मिलेगा जवाब
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि गवर्नर ने छत्तीसगढ़ में बयान दिया था कि झारखंड में एटम बम फटेगा। अब उनको छत्तीसगढ़ में ही जवाब दिया जायेगा। कांग्रेस अपने शासनकाल में बनी संवैधानिक संस्थाओं का पूरा सम्मान करती है लेकिन इसके राजनीतिक दुरुपयोग का विरोध होता रहेगा। सीएम को समन किया गया है तो वे जरूर जाएंगे। ईडी को भी एक बार पूछ लेना चाहिए था कि सीएम का कार्यक्रम क्या है और कब वे समय दे सकते हैं। बन्ना गुप्ता ने कहा कि हम लोग कोई भगोड़ा नहीं हैं और ना ही कहीं पीठ दिखाने का काम करेंगे। हमारे सीएम सीना तानकर ईडी के ऑफिस में जायेंगे।
औपचारिक तौर पर ईडी से समय मांगा जा सकता है
सीएम आवास पर बैठक के बाद विधायकों ने बताया कि ईडी के समन को लेकर सीएम हेमंत सोरेन अपने स्तर से तैयारी कर रहे हैं। हालांकि तमाम विधायकों ने इस बात के संकेत दिए कि आज औपचारिक तौर पर ईडी से समय मांगा जा सकता है। इसके लिए झामुमो लगातार विधि विशेषज्ञों के संपर्क में है। उन्हीं के परामर्श पर ईडी से पत्राचार भी होगा।
साजिश के खिलाफ करेंगे आंदोलन
बैठक के बाद झामुमो एमएलए सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि राज्य के वर्तमान हालात पर विशेष चर्चा हुई। पांच नवंबर को सभी जिला मुख्यालय में सरकार के खिलाफ की जा रही साजिश के खिलाफ धरना देंगे। 11 नवंबर को विधानसभा का एक विशेष सत्र आहूत किया गया है। इस दौरान 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति और ओबीसी के 27 प्रतिशत आरक्षण के प्रस्ताव को सदन से पास कर जनता को यह संदेश दिया जायेगा कि सरकार सभी वर्गों के हित में काम कर रही है। मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि विपक्ष जिस तरह सरकार के खिलाफ साजिश रच रही है, उसका हम मजबूती के साथ जवाब देंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 25 और लोकसभा चुनाव में 12 सीट जीती थी। आगामी चुनावों में उसकी हालत और खराब होगी।