झारखंड:अफसरों की कार्यशाली पर MLA में आक्रोश, सीपी सिंह ने अफसरों को कहा घटिया व घूसखोर

झारखंड विधानसभा में मंगलवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के एमएलए का गुस्सा स्टेट के अफसरों के खिलाफ दिखा। सीनीयर बीजेपी एमएलए सीपी सिंह ने एडीजी मुरारी लाल मीणा को घटिया अफसर कह दिया। उन्होंने रांची के डीसी छवि रंजन को घूसखोर कहा। वहीं कांग्रेस एमएलए अनूप सिंह ने एमएलए की बेईज्जती का मामला उठाया।

झारखंड:अफसरों की कार्यशाली पर MLA में आक्रोश, सीपी सिंह ने अफसरों को कहा घटिया व घूसखोर
  • अनूप सिंह कहा-राजभवन में हुई MLA की बेइज्जती
रांची। झारखंड विधानसभा में मंगलवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के एमएलए का गुस्सा स्टेट के अफसरों के खिलाफ दिखा। सीनीयर बीजेपी एमएलए सीपी सिंह ने एडीजी मुरारी लाल मीणा को घटिया अफसर कह दिया। उन्होंने रांची के डीसी छवि रंजन को घूसखोर कहा। वहीं कांग्रेस एमएलए अनूप सिंह ने एमएलए की बेईज्जती का मामला उठाया।
विधानसभा में अनूप सिंह ने कहा कि 21 मार्च की रात राजभवन में डिनर पार्टी थी। डिनर पार्टी में मिनिस्टर, एमएलए और अफसरों को आमंत्रित किया गया था। इस डिनर पार्टी में एमएलए को बेइज्जत किया गया।मिनिस्टर और कई बार एमएलए रहे सुदेश महतो, लंबोदर महतो, इरफान अंसारी जैसे एमएलए को बैठने तक की जगह नहीं मिली।
अनूप सिंह के कहा कि राजभवन की इस घटना से साफ पता चलता है कि कार्यपालिका ने अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभाई। इस कारण एमएलए को बेईज्जती का सामना करना पड़ा। डिनर के बाद जब एमएलए जाने लगे तो रमेश गिरी नाम के पुलिस अफसर ने सभी एमएलए की गाड़ियों को रुकवा कर एडीजी मुरारी लाल मीणा की गाड़ी को अंदर घुसवाया।
 अनूप सिंह ने कहा कि अफसरों को मालूम होना चाहिए कि विधायिका कार्यपालिका से ऊंची है। उन्हें यह मालूम होना चाहिए की डीसी और एसपी का क्या प्रोटोकोल होता है। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा में भी एमएलए को बेईज्जती का सामना करना पड़ता है। स्पीकर, सीएम, मिनिस्टर एक नंबर गेट से घुस जाते हैं, लेकिन जब एमएलए को तीन नंबर गेट से अंदर जाना पड़ता है तब अफसर खड़े तक नहीं होते हैं।
बीजेपी एमएलए ने अफसरों को कहा अपशब्द
झारखंड विधानसभा में मंगलवार को बीजेपी एमएलए ने पुलिस व प्रशासन के अफसरों का नाम लेकर अपशब्द का इस्तेमाल किया। बीजीपी के सीनीयर एमएलए सीपी सिंह ने एडीजी मुरारी लाल मीणा को एक घटिया अफसर कहा। उन्होंने कहा कि रांची के डीसी छवि रंजन ने तीन लाख रुपये लेकर रिवाल्वर का लाइसेंस देने का काम किया है। इसके बाद सदन में हंगामा होने लगा। हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।