झारखंड: बाल-बाल बचे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, कार के सामने आ गया ट्रक, हल्की चोट लगी,जामताड़ा सदर हॉस्पीटल में हुआ इलाज

झारखंड के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख की कार के सामने ट्रक आ जाने से वह बाल-बाल बच गये। राजधानी रांची से जामताड़ा जाने के क्रम में मिनिस्टर की स्पीड कार के सामने एक ट्रक आ गया। मिनिस्टर के ड्राइवर ने सामने से ट्रक को आते देख तत्काल ब्रेक लगाया, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गयी।

झारखंड: बाल-बाल बचे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, कार के सामने आ गया ट्रक, हल्की चोट लगी,जामताड़ा सदर हॉस्पीटल में हुआ इलाज

रांची। झारखंड के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख की कार के सामने ट्रक आ जाने से वह बाल-बाल बच गये। राजधानी रांची से जामताड़ा जाने के क्रम में मिनिस्टर की स्पीड कार के सामने एक ट्रक आ गया। मिनिस्टर के ड्राइवर ने सामने से ट्रक को आते देख तत्काल ब्रेक लगाया, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गयी। हालांकि, कृषि मंत्री श्री पत्रलेख के सर में चोट लगी है। उनकी उंगली में भी फ्रैक्चर हो गया है।


जामताड़ा के सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे
मिनिस्टर बादल पत्रलेख शुक्रवार सुबह जामताड़ा के सदर अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए पहुंचे। वह बिना किसी सरकारी तामझाम के जामताड़ा सदर आये थे। यहां डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की।मिनिस्टर की एक उंगली में फ्रैक्चर है। सिर में भी चोट आयी है।  कृषि मंत्री से जब पत्रकारों ने यह पूछा कि इलाज कराने के लिए वह सदर अस्पताल ही क्यों आये, तो उन्होंने कहा कि सूबे का मंत्री होने के नाते उनकी जिम्मेवारी है कि वह अपने डॉक्टरों पर भरोसा करें। अपने सिस्टम पर भरोसा करें। इसलिए किसी प्राइवेट हॉस्पीटल में जाने की बजाय उन्होंने सरकारी हॉस्पीटल में आना उचित समझा।श्री पत्रलेख ने कहा कि सरकार से जुड़े हर व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में अपना इलाज कराना चाहिए। इससे सरकारी अस्पतालों की स्थिति का भी पता चलता रहेगा। सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए भी जरूरी है कि अफसर व मिनिस्टर सरकारी अस्पतालों में इलाज करायें। उन्होंने कहा कि यहां के डॉक्टरों ने बेहद संजीदगी से उनका इलाज किया।

श्री पत्रलेख पिछले 15 दिनों से लगातार दुमका और बेरमो विधानसभा उपचुनाव के अलावा बिहार के बांका जिले के अमरपुर विधानसभा क्षेत्र में भी वह सक्रिय हैं। उनका इन जगहों पर लगातार ना-जाना लगा रहा है। रांची में गुरुवार को किसानों की ऋण माफी पर एक अहम बैठक की अध्यक्षता कृषि मंत्री ने ही की।गुरुवार सुबह 11 बजे बैठक में शामिल होकर श्री पत्रलेख चन्हो जाकर शहीद अभिषेक साहू के परिजनों से मुलाकात की। शहीद के परिजनों से मुलाकात करने  के बाद कृषि मंत्री बोकारो बेरमो होते हुए जामताड़ा की लौट रहे थे।  इसी दौरान देर रात उनकी कार की एक ट्रक से टक्कर होने से बच गयी। समय रहते कृषि मंत्री की कार के चालक ने सामने से आते हुए ट्रक को देख लिया और उसने अचानक ब्रेक लगा दी। जिस कारण बड़ी दुर्घटना होने से बच गयी।