झारखंड: में तीन साल में 1526 नक्सली अरेस्ट, 51 मारे गये, भारी मात्रा में आर्म्स और गोला-बारूद हुए बरामद: DGP

76 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर रांची में डीजीपी नीरज सिन्हा ने ध्वजारोहन कियाा। मौके पर उन्होंने कहा कि में पिछले तीन वर्षों में नक्सल विरोधी ऑपरेशन के दौरान 1526 नक्सलियों को अरेस्ट किया गया है। विभिन्न एनकाउंटर 51 नक्सली मारे गये हैं। 

झारखंड: में तीन साल में 1526 नक्सली अरेस्ट, 51 मारे गये, भारी मात्रा में आर्म्स और गोला-बारूद हुए बरामद: DGP
  • एक पोलित ब्यूरो मेंबर, एक सेंट्रल कमेटी मेंबर, तीन विशेष क्षेत्र समिति सदस्य, एक क्षेत्रीय समिति सदस्य, 12 जोनल कमांडर, 30 सब-जोनल कमांडर और 61 एरिया कमांडर दबोचे गये

रांची। 76 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर रांची में डीजीपी नीरज सिन्हा ने ध्वजारोहन कियाा। मौके पर उन्होंने कहा कि में पिछले तीन वर्षों में नक्सल विरोधी ऑपरेशन के दौरान 1526 नक्सलियों को अरेस्ट किया गया है। विभिन्न एनकाउंटर 51 नक्सली मारे गये हैं। 

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डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड पुलिस नक्सलियों के खिलाफ लगातार प्रभावी ऑपरेशन चला रही है। विगत तीन साल के दौरान अरेस्ट किय गये नक्सलियों में एक पोलित ब्यूरो सदस्य, एक केंद्रीय समिति सदस्य, तीन विशेष क्षेत्र समिति सदस्य, एक क्षेत्रीय समिति सदस्य, 12 जोनल कमांडर, 30 सब-जोनल कमांडर और 61 एरिया कमांडर शामिल हैं।
भारी मात्रा में आर्म्स और गोला-बारूद बरामद

डीजीपी ने कहा कि नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में आर्म्स और गोला-बारूद और नक्सलियों द्वारा वसूले गये लेवी के लगभग 159 लाख रुपये जब्त किये गये हैं। बरामद किये गये आर्म्स और गोला-बारूद में 136 पुलिस आर्म्स, 40 नियमित आर्म्स, 590 देशी आर्म्स शामिल हैं जिनमें 74 पुलिस हथियार शामिल हैं । इनमें 37,541 कारतूस, 1,048 आईईडी और 9,616 डेटोनेटर हैं।उन्होंने कहा कि नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए तैयार की गई आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के भी सकारात्मक परिणाम मिले हैं। 57 शीर्ष नक्सलियों ने हथियार छोड़ दिये हैं। उन्होंने स्टेट में साइबर क्राइम को रोकने की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि उग्रवादी समूहों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए राज्य में एक साइबर निगरानी प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में एक टोल फ्री साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 शुरू किया गया है।
तीन हजार से ज्यादा साइबर क्रिमिनल अरेस्ट
डीजीपी ने कहा कि साइबर क्रिमिनलों ने 2019 से जून 2022 तक लोगों से 4.48 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। स्टेट में कुल 3001 साइबर क्रि्मिनलों को इस अवधि के दौरान अरेस्ट किया गया। उन्होंने कहा कि उनके पास से बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, सिम कार्ड, क्लोन मशीन, स्वाइप कार्ड, वाहन  और नकदी बरामद की गई।उन्होंने कहा कि मानव तस्करी की रोकथाम के लिए सभी 24 जिलों में मानव तस्करी रोधी यूनिट स्थापित की गई है। डीजीपी ने कहा कि राज्य में 2019 से 2022 के बीच मानव तस्करी से जुड़े कुल 329 मामले सामने आये हैं। तस्करी के कुल 779 पीड़ितों को बचाया गया है।

521 पुलिस स्टेशन  सीसीटीएनएस जोड़े गये

डीजीपी ने पुलिस मोर्डनइजेशन की बात करते हुए कहा कि स्टेट के 521 पुलिस पुलिस स्टेशन को क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्किंग सिस्टम (सीसीटीएनएस) से जोड़ा गया है। इसके माध्यम से सीसीटीएनएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से पुलिस स्टेशनमें एफआईआर की ऑनलाइन प्रविष्टि की जा रही है।उन्होंने कहा कि झारखंड ऑनलाइन एफआईआर सिस्टम (जेओएफएस) शुरू किया गया है। इसके तहत अब तक कुल 1,00,473 मामले प्राप्त हुए हैं। इनमें से 84,571 मामलों का निपटारा किया गया है। कुल 15,902 मामले लंबित हैं। 2,869 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है।

डायल 112 शुरुआत होगी

झारखंड पुलिस आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) परियोजना के तहत पुलिस (डायल 100), फायर (डायल 101) और एम्बुलेंस (डायल 108) सेवाओं को सफलतापूर्वक एकीकृत करके डायल 112 लागू कर रही है। राज्य में किसी भी घटना या दुर्घटना की स्थिति में लोग 112 नंबर डायल करके चौबीसों घंटे पुलिस, अग्निशमन और एम्बुलेंस आदि जैसी आपातकालीन सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं।