धनबाद: गंसाडीह फायर एरिया में गोफ में समाया मजदूर, झुलसे हाल में लोगों ने खींचकर निकाला, बीजीएच में एडमिट

बीसीसीएल के गंसाडीह-3 नंबर आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट के समीप रविवार की सुबह जोरदार आवाज से साथ भूधंसान  हुआ। एक बड़े आकार का गोफ बन गया जिसमें रास्ते से गुज रहा रमेश पासवान उर्फ उमेश पासवान (35) समा गया। गोफ के बाहर सिर्फ उसके हाथ की अंगुली दिखाई दे रही थी। लोकल स्ती के लोगों ने किसी तरह खींच कर रमेश को बाहर निकाला। वह पूरी तरह झुलस गया है।

धनबाद: गंसाडीह फायर एरिया में गोफ में समाया मजदूर, झुलसे हाल में लोगों ने खींचकर निकाला, बीजीएच में एडमिट

धनबाद। बीसीसीएल के गंसाडीह-3 नंबर आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट के समीप रविवार की सुबह जोरदार आवाज से साथ भूधंसान  हुआ। एक बड़े आकार का गोफ बन गया जिसमें रास्ते से गुज रहा रमेश पासवान उर्फ उमेश पासवान (35) समा गया। गोफ के बाहर सिर्फ उसके हाथ की अंगुली दिखाई दे रही थी। लोकल स्ती के लोगों ने किसी तरह खींच कर रमेश को बाहर निकाला। वह पूरी तरह झुलस गया है। गंभीर हालत में उसे इलाज के लिए बीजीएच में एडमिट कराया गया है।

बताया जाता है कि रमेश घर से निकलकर शौच के लिए जंगल की ओर जा रहा था। प्रोजेक्ट और बस्ती से सटे थोड़ी दूर अचानक उमेश के जमीन पर पैर रखते ही भू धंसान की घटना हुई।वह  गोफ में समा गया। बीसीसीएल ने इलाके को पूर्व से भू धंसान और अग्नि प्रभावित डैंजर एरिया घोषित किया है। उमेश दैनिक मजदूरी करता है। उसके तीन छोटे-छोटे बच्चे है। 

घटना के बाद वार्ड 11 के पार्षद प्रतिनिधि बदरी रविदास, दीनानाथ सिंह और बस्ती के लोगो ने विरोध प्रदर्शन कर बीसीसीएल गोधर और यूसीसी आउट सोर्सिंग प्रबंधन से उमेश पासवान के परिवार को मुआवजा और समुचित इलाज की व्यवस्था करने की मांग की है वार्ड 11 के पार्षद प्रतिनिधि बदरी रविदास ने गोधर के पीओ नवीन कुमार और आउटसोर्सिंग मैनेजर संतोष सिंह से मोबाइल पर वार्ता की। हर संभव मदद का आश्वासन मिला।