धनबाद: सिंह मेंशन से सिद्धार्थ गौतम लड़ेंगे मेयर का चुनाव, किया एलान

कोयलांचल के बड़े राजनीतिक घराने सिंह मेंशन फैमिली से  इस बार सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह मेयर का चुनाव लड़ेंगे। यह जानकारी उन्होंने कुंती निवास स्थित अपने आवास में प्रेस कांफ्रेंस में की। 

धनबाद: सिंह मेंशन से सिद्धार्थ गौतम लड़ेंगे मेयर का चुनाव, किया एलान
  • तकनीकी कारणों से रामधीर की पतोहू आसनी नहीं लड़ सकेंगी चुनाव
धनबाद। कोयलांचल के बड़े राजनीतिक घराने सिंह मेंशन फैमिली से  इस बार सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह मेयर का चुनाव लड़ेंगे। यह जानकारी उन्होंने कुंती निवास स्थित अपने आवास में प्रेस कांफ्रेंस में की। 

उन्होंने बताया कि यह फैसला उन्होंने परिवार की सहमति के बाद लिया है। उन्होंने कहा कि मेरा पूरा परिवार बीजेपी में हैं, अगर दलीय आधार पर चुनाव की घोषणा होती है या बीजेपीकी ओर से कोई निर्णय होता है तो फिर बाद में अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। इस बार मेयर का पद रिजर्व नहीं है चुनाव दलीय आधार पर भी नहीं होनेवाला है। इन्हीं सब चीजों को ध्यान में रख कर परिवार की ओर से फैसला लिया गया है कि वह चुनाव लड़ें। 
रामधीर की पतोहू नहीं लड़ पायेंगी चुनाव
सिंह मेंशन की ओर से रामधीर सिंह की पतोहू सह शशि सिंह की वाइफ आसनी सिंह के मेयर का चुनाव लड़ने की बात थी। चुनाव आयोग द्वारा नगर निकाय चुनाव में दो से अधिक बच्चों के माता-पिता के चुनाव लड़ने पर रोक हैं। ऐसे में आसनी सिंह मेयर चुनाव नहीं लड़ पायेंगी। आसनी तीन बच्चों की मां है। शशि सिंह के दो बेटी व एक बेटे हैं। रामधीर सिंह का वाइफ इंदू देवी धनबाद की प्रथम मेयर रह चुकी है। 
 2010 में पहली मेयर बनी थीं रामधीर की वाइफ इंदु सिंह

2010 में हुए पहले निगम चुनाव में इंदु सिंह धनबाद नगर निगम की पहली मेयर निर्वाचित हुई थीं। 2010 में मेयर का पद सामान्य महिलाओं के लिए आरक्षित था। निगम के दूसरे चुनाव में 2015 में चंद्रशेखर अग्रवाल मेयर बने।

लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं सिद्धार्थ
सिद्धार्थ गौतम 2029 में निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर धनबाद से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। लोकसभा चुनाव में 9487 वोट लाकर चौथे स्थान पर रहे थे। 
पिता, मां व भाई रह चुके हैं झरिया एमएलए
सिद्धार्थ गौतम के पिता सूर्यदेव सिंह झरिया के कई टर्म झरिया के एमएलए रह चके हैं। मां कुंती देवी बीजेपी से दो टर्म व बड़े भाई संजीव सिंह एक टर्म झरिया के एमएलए रह चुके हैं। नीरज सिंह मर्डर केस में जेल में बंद रहने के कारण पिछले विधानसभा चुनाव में रागिनी सिंह बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ी थी लेकिन कांग्रेस की पूर्णिमा नीरज सिंह से पराजित हो गयी।