Dhanbad : सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बचाने की पहल, हेमंत व बन्ना से मिले MLA राज सिन्हा व कांग्रेस लीडर अशोक सिंह

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल कैंपस में केंद्र सरकार के सहयोग से लगभग 187 करोड़ की लागत से 25 एकड़ जमीन पर बने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को बचाने की पहल तेज हो गयी है। यहां के उपकरणों को एम्स कल्याणी और जबलपुर भेजे जाने की योजना के खिलाफ धनबाद एमएलए राज सिन्हा एवं झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं कांग्रेस लीडर अशोक कुमार सिंह ने मंगलवार को विधानसभा कैंपस में हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता से मुलाकात की।

Dhanbad : सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बचाने की पहल, हेमंत व बन्ना से मिले MLA राज सिन्हा व कांग्रेस लीडर अशोक सिंह
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बचाने की पहल।

धनबाद। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल कैंपस में केंद्र सरकार के सहयोग से लगभग 187 करोड़ की लागत से 25 एकड़ जमीन पर बने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को बचाने की पहल तेज हो गयी है। यहां के उपकरणों को एम्स कल्याणी और जबलपुर भेजे जाने की योजना के खिलाफ धनबाद एमएलए राज सिन्हा एवं झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं कांग्रेस लीडर अशोक कुमार सिंह ने मंगलवार को विधानसभा कैंपस में हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता से मुलाकात की।

यह भी पढ़ें:झरिया MLA पूर्णिमा सिंह ने की CM हेमंत सोरेन से मुलाकात, झमाडा के त्रुटिपूर्ण पानी बिल और बकाये बिल पर चर्चा

हेल्थ मिनिस्टर ने आश्वासन दिया कि उपकरण स्थानांतरित नहीं किए जायेंगे। इस संबंध में उन्होंने निर्देश जारी कर दिया है ।
एमएलए राज सिन्हा ने मामले में सीएम हेमंत सोरेन एवं हेल्थ मिनिस्टर से मुलाकात कर लेटर दिया है। एमएलए ने लेटर में लिखा है कि 187 करोड़ की लागत से 25 एकड़ जमीन पर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनकर तैयार है। 2015 में सेंट्रल व स्टेट गवर्नमेंट में हुए एमओयू के तहत 80 करोड़ भवन निर्माण में और 87 करोड़ रुपये मशीन एवं विभिन्न उपकरण खरीदने पर खर्च किये गये हैं। केंद्र सरकार 85% और राज्य सरकार 15% राशि खर्च करेगी।

उन्होंने लिखा है कि धनबाद में एकमात्र बड़ा सरकारी हॉस्पिटल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज है, जहां कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज की व्यवस्था नहीं है ।स्पेशलिस्ट चिकित्सकों एवं प्रशिक्षित कर्मचारियों की बहाली नहीं होने के कारण यह अस्पताल बंद पड़ा हुआ है। ऐसी स्थिति में उपकरण लगानेवाली एजेंसी हाइट्स ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को जानकारी दी है कि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के खुलने के आसार नहीं होने के कारण सभी उपकरण एम्स कल्याणी एवं एम्स जबलपुर भेजी जायेगी। ऐसी स्थिति में झारखंड के लोगों को खासकर मजदूर किसान एवं गरीबों को गंभीर बीमारियों के इलाज में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इससे झारखंड की प्रतिष्ठा पर भी आंच आयेगी। 
एमएलए श्री सिन्हा एवं श्री सिंह ने सीएम एवं हेल्थ मिनिस्टर से व्यक्तिगत हस्तक्षेप करते हुए इस सुपर स्पेशलियटी अस्पताल को बचाने का प्रयास करने का आग्रह किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उपकरण हस्तांतरित होने नहीं दिया जायेगा।