देवघर: पहली सोमवारी को बैद्यनाथ धाम में दो लाख से अधिक कांवरियों ने चढ़ाया जल

श्रावणी मेला के पहले सोमवारी को देवघर  बैद्यनाथ धाम में 2,01,503 कांवरियों ने जल चढ़ाया है। बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करने के लिए कांवरियों का तांता लगा रहा। 

देवघर: पहली सोमवारी को बैद्यनाथ धाम में दो लाख से अधिक कांवरियों ने चढ़ाया जल

देवघर।  श्रावणी मेला के पहले सोमवारी को देवघर  बैद्यनाथ धाम में 2,01,503 कांवरियों ने जल चढ़ाया है। बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करने के लिए कांवरियों का तांता लगा रहा। 

यह भी पढ़े:बिहार: सीवान के महेंद्रनाथ मंदिर में भगदड़, दो महिला समेत तीन की मौत
सावन महीने के पहली सोमवारी को बाबाधाम कांवरियों से पटारहा। सुबह चार बजे से बाबा मंदिर के खुले पट के बाद से लगातार कांवरियों जलार्पण करते रहे।  बाबा पर जलार्पण करने आये कांवरियों की कतार बाबा मंदिर से लगभग 12 किलोमीटर दूर कुमैठा स्टेडियम तक पहुंच गयी थी।मां पार्वती मंदिर में जलार्पण कराने वाले भक्तों की कतार मंदिर के पश्चिम द्वार से निकलकर सनबेल बाजार होते हुए सब्जी मंडी के पार तक पहुंच गयी।

श्रावणी मेला के पहली सोमवारी में गर्मी को देखते हुए नगर निगम की टीम पानी के फव्वारे से कांवरिया पथ को नमी कर रहे थे। बारिश नहीं होने के कारण बाबानगरी में काफी गर्मी है। इस दौरान कांवरियों को राहत देने के लिए कांवरिया पथ पर फव्वारे छोड़ उन्हें राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही थी। बाबा मंदिर में जलार्पण करने आये भक्तों की कतार रविवार के रात 10 बजे से ही लगने लगी थी।  रात के लगभग दो बजे कांवरियों की कतार कुमैठा स्टेडियम तक पहुंच गयी थी। बाबा मंदिर का पट सुबह 03:05 बजे खुलने के साथ ही मां काली की पूजा के बाद सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा ने बाबा भोलेनाथ की कांचा जल पूजा की। इसके बाद लगभग 45 मिनट तक बाबा की शोड्षोपचार विधि से पूजा कर पौने चार बजे के करीब आम भक्तों के लिए मंदिर का पट खोल दिया गया। अरघा के माध्यम से कांवरियों को जलार्पण कराने की व्यवस्था को शुरू की गयी।

बाह्य अरघा में जलार्पण करने वाले का दिन भर लगा रहा तांता

सोमवार को शीघ्रदर्शनम कूपन की व्यवस्था बंद रहने के कारण बाह्य अरघा पर अधिक भीड़ दिखी। सुबह पट खुलते ही बाह्य अरघा में जलार्पण करने वाले भक्तों का तांता लगा रहा। पहली सोमवारी को अत्यधिक भीड़ होने के कारण बाबा मंदिर परिसर स्थित नर्वदेश्वर महादेव के मंदिर में पूजा करने वाले स्थानीय लोगों का तांता लगा रहा। इस मंदिर में भी दिन के 10 बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक आम लोगों की भीड़ लगी रही।