बिहार: सीवान के महेंद्रनाथ मंदिर में भगदड़, दो महिला समेत तीन की मौत

बिहार के सीवान में सावन की पहली सोमवारी पर महेंद्रनाथ मंदिर में एंट्री के दौरान मची भगदड़ में दबकर तीन लोगों की मौत हो गई है। इसमें दो महिलाएं और एक युवक शामिल है। मृत युवक निकेश प्रसाद उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के सुंदरपुर का रहने वाला है।

बिहार: सीवान के महेंद्रनाथ मंदिर में भगदड़, दो महिला समेत तीन की मौत

पटना। बिहार के सीवान में सावन की पहली सोमवारी पर महेंद्रनाथ मंदिर में एंट्री के दौरान मची भगदड़ में दबकर तीन लोगों की मौत हो गई है। इसमें दो महिलाएं और एक युवक शामिल है। मृत युवक निकेश प्रसाद उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के सुंदरपुर का रहने वाला है।

यह भी पढ़ें: गजल सिंगर भूपिंदर सिंह का निधन, पीएम नरेन्द्र मोदी ने जताया दुख
भगदड़ में मरने वालों की पहचान उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के सुंदरपुर के रहने वाले दुर्गेश प्रसाद का पुत्र निकेश प्रसाद(20),जीरादेई थाना क्षेत्र के पथार गांव निवासी दिलीप बैठा की पत्नी सोहागमति देवी (50) , हुसैनगंज थाना क्षेत्र के प्रतापपुर गांव निवासी मुस्ताक चौधरी की पत्नी लीलावती देवी (55) के रूप में हुई है। घायलों में हुसैनगंज थाना क्षेत्र के प्रतापपुर गांव निवासी दीनानाथ यादव की पत्नी अजोरिया देवी व जनक देव भगत की पत्नीशिव कुमारी,दरौंदा पुलिस स्टेशन एरिया के बगौरा निवासी प्रिया कुमार व  सुनीता कुमारी के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि भगदड़ के दौरान कुछ लोग तालाब में कूद गये  थे। जिससे युवक की डूबने से मौत हो गई। वहीं एक घायल महिला का इलाज चल रहा है। मंदिर परिसर में कुछ देर अफरा तफरी का माहौल बन गया। पुलिस प्रशासन का कहना है कि हादसे में छह लोग घायल हैं। इसमें तीन महिला और तीन पुरुष शामिल हैं। सभ घायलोंका इलाज सीवान सदर अस्पताल में चल रहा है। लेकिन वहां मौजूद लोगों ने बताया कि इसमें 24 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
मौके पर मौजूद  लोगों ने बताया कि पहले मंदिर 12 बजे खुलता था। इसबार चारजे खुलना था। भीड़ और लोगों के हंगामे के चलते मंदिर रात 2 बजे खोला गया। एकदम से भीड़ बढ़ गई और अफरा-तफरी मच गई। आगे भी लोग थे, पीछे भी लोग। निकलने का कहीं रास्ता नहीं था। लोग एक दूसरे को कुचलने लगे। एक और श्रद्धालु ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसमें कई लोगों को चोट भी आई। पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं थी। पुलिस अगर लाठीचार्ज नहीं करती, लोगों को समझाती तो हालात इतने नहीं बिगड़ते। घायलों के इलाज की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। लोग अपने अपनों को लेकर इधर-उधर भाग रहे थे।
घटना की सूचना मिलते ही सिसवन पुलिस स्टेशन पुलिस और चैनपुर महादेवा ओपी पुलिस मंदिर परिसर में सुरक्षा घेरा बना दिया है। पूजा करने वाले श्रद्धालुओं पर विशेष नजर रखी जा रही है। साथ ही धक्का-मुक्की करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी चेतावनी जारी किया गया है। वही भीड़-भाड़ इलाके में पुलिस की तैनाती की गई है।