बोकारो: कोविड हॉस्पीटल के उद्घाटन समारोह में आमंत्रण नहीं मिलने से नाराज अमर बाउरी नाराज, विरोध में डीसी ऑफिस में फर्श पर बैठे

पश्चिम बंगाल की तरह अब झारखंड में भी अफसर जनप्रतिनिधियों के लिए तय सामान्य प्रोटोकॉल का भी पालन विपक्षी जनप्रतिनिधियों के साथ नहीं कर रहे हैं। इसे लेकर मंगलवार को बोकारो में हाई वोल्डेज ड्रामा हुआ। एमएलए अमर कुमार बाउरी डीसी ऑफिस के फर्श पर बैठक गये। चीफ सेकरटेरी सुखदे सिंह के फोन कर आग्रह किये जाने के बाद बाउरी धरना से उठ गये। 

बोकारो: कोविड हॉस्पीटल के उद्घाटन समारोह में आमंत्रण नहीं मिलने से नाराज अमर बाउरी नाराज, विरोध में डीसी ऑफिस में फर्श पर बैठे
  • चीफ सेकरटेरी के फोन पर धरना से उठे

बोकारो। पश्चिम बंगाल की तरह अब झारखंड में भी अफसर जनप्रतिनिधियों के लिए तय सामान्य प्रोटोकॉल का भी पालन विपक्षी जनप्रतिनिधियों के साथ नहीं कर रहे हैं। इसे लेकर मंगलवार को बोकारो में हाई वोल्डेज ड्रामा हुआ। एमएलए अमर कुमार बाउरी डीसी ऑफिस के फर्श पर बैठक गये। चीफ सेकरटेरी सुखदे सिंह के फोन कर आग्रह किये जाने के बाद बाउरी धरना से उठ गये। 
क्या है मामला
इलेक्ट्रो स्टील वेदांता के माध्यम से सेक्टर पांच स्थित पुस्तकालय मैदान में बने अस्थाई कोविड-19 हॉस्पीटल का सीएम हेमंत सोरेन द्वारा ऑनलाइन उद्घाटन किया गया। इस समारोह में चंदनकियारी एमएलए अमर बाउरी को आमंत्रण पत्र तक नहीं भेजा गया। जबकि इलेक्ट्रोस्टील वेदांता का प्लांट अमर बाउरी के विधानसभा क्षेत्र चंदनकियारी में ही स्थित है। अपनी उपेक्षा से नाराज व आहत अमर बाउरी बोकारो डीसी ऑफिस के फर्श पर ही बैठ गये। 
अमर बाउरी को मनाने और फर्श से उठाने के लिए बेरमो एमएलए कुमार जयमंगल, गेामिया विधायक डॉ. लंबोदर महतो सहित जिले के डीसी व अन्य भी पहुंचे लेकिन वह नहीं माने। मामला चीफ सेकरेटरी सुखदेव सिंह तक पहुंच गया। चीफ सेकरेटरी ने एमएलए बाउरी को को मनाने के लिए फोन किया। उनके आश्वासन के बाद एमएलए धरने से उठे। इसके बाद स्थिति सामान्य हुई।

दलित अपमान का आरोप 

सीएम हेमंत सोरेन ने मंगलवार को इलेक्ट्रोस्टील वेदांता के माध्यम से सेक्टर पांच स्थित पुस्तकालय मैदान में बने अस्थाई कोविड हॉस्पीटल का ऑनलाइन उदघाटन किया। कार्यक्रम की सूचना व निमंत्रण नहीं मिलने से एक्स मिनिस्टर व चंदनकियारी एमएलए अमर कुमार बाउरी खासे आहत हो गये। उन्होंने कहा कि वे दलित हैं, इसलिए कंपनी के साथ-साथ जिला प्रशासन के अफसरों ने भी सूचना देना उचित नहीं समझा। सीएम भी एक एमएलए हैं। इस प्रकार प्रतिशोध की भावना के साथ सरकार काम करेगी, यह ठीक नहीं है। इस तरह की राजनीति झारखंड में पहले नहीं होती थी। पश्चिम बंगाल में सुनने को मिलती थी। अब झारखंड में भी होने लगी। इसके बाद एमएलए समाहरणालय में फर्श पर बैठ गये।

सीएम हेमंत सोरेन पर बोला हमला
एमएलए अमर बाउरी ने कहा कि सीएम दलित व आदिवासी की बात करते हैं। उन्हीं की सरकार में दलित व आदिवासियों के साथ अन्याय हो रहा है। हेमंत सोरेन सरकार को कॉरपोरेट घराना चला रही है। आज अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाना इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है। सरकार चल नहीं रही कारपोरेट सरकार को चला रहे हैं। यह केवल उनका अपमान नहीं बल्कि संपूर्ण चंदनकियारी व दलित समाज का अपमान है.

कंपनी व एमएलए के बीच विवाद

बीजेपी गवर्नमेंट में एमएलए अमर बाउरी से इलेक्ट्रोस्टील कंपनी के अच्छे रिश्ते रहे हैं। हाल के दिनों में कंपनी में लोकल लोगों को नियोजित करने तथा क्षेत्रीय विकास की मांग को लेकर विवाद हुआ। एमएलए ने कंपनी के विरोध में धरना दिया। दोनों के बाद दूरी और बढ़ गई।