बिहार: जनादेश का अपमान करने वाले से बड़ा कोई गद्दार नहीं: RCP सिंह

एक्स सेंट्रल मिनिस्टर आरसीपी सिंह ने सीएम नीतिश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा- मेरी औकात उनसे ज्यादा है। इससे पहले सीएम नीतीश ने आरसीपी को उनकी हैसियत की याद दिलाई।

बिहार: जनादेश का अपमान करने वाले से बड़ा कोई गद्दार नहीं: RCP सिंह
  • मेरी औकात नीतीश कुमार से ज्यादा 
  • 1982 में वो रोड पर घूम रहे थे, मैं UPSC एग्जाम पास कर IAS बन गया
पटना। एक्स सेंट्रल मिनिस्टर आरसीपी सिंह ने सीएम नीतिश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा- मेरी औकात उनसे ज्यादा है। इससे पहले सीएम नीतीश ने आरसीपी को उनकी हैसियत की याद दिलाई।
जनसम्पर्क कार्यक्रम - भोजपुर एवं रोहतास । pic.twitter.com/oPs5Zb4KXV

— RCP Singh (@RCP_Singh) September 12, 2022

पटना में पत्रकारों से बातचीत में आरसीपी सिंह ने कहा कि '1982 में जब वो सड़क पर घूम रहे थे। तब मैं गांव में पढ़ कर UPSC एग्जाम पास कर IAS बन गया था। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग पास करने के बाद नीतीश कभी कोई परीक्षा दिए थे। एक बार नेवी की एग्जाम दिए तो फेल कर गये थे। जेडीयू की तरफ से गद्दार कहे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि तीन बार जनादेश का अपमान करने वाले से बड़ा कोई गद्दार नहीं हो सकता है। ललन सिंह का नाम सुनते ही RCP सिंह ने कहा- वो मेरे साथ हैं, उनके बारे में कुछ नहीं बोलना है।
नीतीश कुमार की औकात मुझे नेता बनाने की नहीं
आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार उन्हें नेता बनाने वाले कौन होते हैं। उनकी क्या औकात है। आपको किसने नेता बनाया है। आप जन्मते ही नेता हैं क्या। 1977 में क्या आपकी औकात थी। एमएलए का टिकट मिला था हार गये थे। 1980 में क्या हुआ था। हार गये थे। आपके मन में अगर मेरे प्रति कुंठा है, तो कुंठा से ग्रसित मत होइए। लोकतंत्र में सभी की हैसियत बराबर होती है। भारत के संविधान में सभी बराबर हैं। आप सीएम क्यों हैं, क्योंकि जनता ने आपको चुना है। आप अपने नाम से सीएम नहीं हैं। हट जायेंगे तो सब खत्म।
 सीएम नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह आरसीपी सिंह के बारे में कहा था कि उनके बारे में हम कुछ बोलते हैं? जानना चाहिए कि उनकी हैसियत क्या है। वो बीजेपी के अंदर थे और जेडीयू में रहते पार्टी का नुकसान कर रहे थे। अब चले गये, जाने दीजिए। क्या वैल्यू है। उनके बारे में चर्चा बंद कीजिए। नीतीश कुमार ने कहा था कि उनको राजनीति में कौन लाया? IAS थे, कौन प्राइवेट सेक्रेटरी बनाया? कहां से कहां बना दिया। पार्टी में जगह दी। राजनीति में जगह दी। अपनी जगह उन्हें अध्यक्ष बना दिया। वो बीजेपी के हाथ में चले गये, तब उसको मुक्त कर दिया गया। उनके बोलने का कोई मतलब है।
'महिला सशक्तीकरण की बात करने वाले सीएम पार्टी की महिला नेत्रियों में करा रहे झगड़ा'
आरसीपी सिंह ने कहा कि जो कार्यकर्ता अबतक जिस पार्टी का विरोध कर रहे थे, उसके साथ चुनाव में किस मुंह से जायेंगे। सासाराम में पत्रकारों से बात करते हुए आरसीपी ने सीएम नीतीश कुमार को एक बार फिर जमकर खरी-खोटी सुनाई। आरसीपी सिंह आज रोहतास के चेनारी होते हुए कैमूर के लिए रवाना हो गए, इसके पहले जिला मुख्यालय सासाराम में कार्यकताओं ने उनका स्वागत किया, जिंदाबाद के नारे लगे। कर्यकर्ताओं ने बिहार का सीएम कैसा हो, आरसीपी जैसा हो के नारे भी लगाए।
 ये कैसा महिला सशक्तिकरण
 पत्रकारों के एक सवाल पर आरसीपी ने कहा देखिए पार्टी कहां जा रही है। सीएम नीतीश कुमार महिला सशक्तीकरण की बात करते हैं, लेकिन पार्टी के दो महिला नेत्री पहले मंत्री थी, पार्टी की मजबूत नेता थी, लेकिन सीएम की क्या नीति है, दोनों में फूट डाल दिया। आरसीपी सिंह का इशारा पूर्व मंत्री और विधायिका बीमा भारती एवं मंत्री सिंह के विवाद की ओर था।
चुनाव में पता चलेगा
आरसीपी ने कहा कि निखिल मंडल शानदार प्रवक्ता थे, लेकिन अब उनकी सीट पर राजद के सीटिंग मंत्री है। जितने सांसद-विधायक है किसके खिलाफ चुनाव लड़ें हैं, लेकिन अब चुनाव में कैसे जायेंगे और क्या कहेंगे।