बिहार: PFI की RSS से तुलना पर राजनीतिक बवाल, बीजेपी ने की पटना SSP को हटाने की मांग

बिहार की राजधानी पटना एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लो द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से तुलना करने पर राजनीतिक बवाल मच गया है। इस मामले में एसएसपी घिरते नजर आ रहे हैं। बीजेपी ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए एसएसपी को हटाने की मांग की है। 

बिहार: PFI की RSS से तुलना पर राजनीतिक बवाल, बीजेपी ने की पटना SSP को हटाने की मांग

पटना। बिहार की राजधानी पटना एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लो द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से तुलना करने पर राजनीतिक बवाल मच गया है। इस मामले में एसएसपी घिरते नजर आ रहे हैं। बीजेपी ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए एसएसपी को हटाने की मांग की है। 

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एसएसपी के तुलना वाले इस बयान के सामने आते ही पुलिस मुख्यालय हरकत में आ गया। एसएसपी के इस विवादित बयान को लेकर उन्हें शोकॉज किया गया है। सोर्सेज के अनुसार पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी किए शोकॉज में एसएसपी से उस बयान को लेकर जवाब देने को कहा गया, जिसमें उन्होंने पीएफआई की तुलना आरएसएस से की है। उन्हें तय समय में अपने बयान को लेकर जवाब पुलिस हेडक्वार्टर को भेजना होगा। जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को लिखा जा सकता है। हालांकि एडीजी हेडक्वार्टर जितेंद्र सिंह गंगवार ने इससे इन्कार किया है। बचौल ने कहा- दिमागी तौर पर दिवालिया हो गये हैं एसएसपी
बीजेी एमएलए हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा एसएसपी दिमागी तौर पर दिवालिया हो गए हैं। सरकार तुरंत उन्हें बर्खास्त करे। मुख्यमंत्री से अपील है कि इस पर तुरंत संज्ञान लें। उन्होंने कहा कि पीएफआई एक आतंकी संगठन है, जबकि आरएसएस एक सांस्कृतिक और राष्ट्र निर्माण संगठन है। सरकार अविलंब इस पर कार्रवाई करें, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता।बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता डा. निखिल आनंद ने कहा कि आईएएस और आईपीएस अफसरों को राजनीति एवं वैचारिक प्रभाव से ऊपर माना जाता है। पटना एसएसपी का पीएफआई की आरएसएस से तुलना करने वाला बयान शर्मनाक और अत्यंत निंदनीय है। इन अफसरोंके पास कोई पूर्वाग्रह और पूर्वकल्पित धारणा नहीं होनी चाहिए। वे माफी मांगे और राजनीति करना है तो इस्तीफा दें। प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने बयान की निंदा करते हुए कहा कि पटना एसएसपी पीएफआई के प्रवक्ता की तरह बोल रहे हैं। 

सुशील मोदी ने मानवजीत सिंह ढिल्लों को दी नसीहत, माफी मांगे

बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने बयान जारी कर पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों को नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि ढिल्लों को ऐसा बयान तुरंत वापस लेना चाहिए और इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। सुशील मोदी ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ऐसा संगठन है, जो देशप्रेम, उच्च आदर्श और सर्वधर्म समभाव का प्रवर्तन करने में लगभग एक सदी से निष्ठा पूर्वक लगा है। जिस संगठन ने अटल बिहारी वाजपेयी, नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह जैसे अनेक यशस्वी नेतृत्व देश को दिए उसकी तुलना आतंकवाद और कट्टरता को बढ़ावा देने वालों से बिल्कुल नहीं की जा सकती।
वहीं आरजेडी ने ढिल्लो की बात का समर्थन करते हुए कहा है कि पटना के एसएशपी ने संघ की मोडस ऑपेरंडी के बारे में बिल्कुल सही कहा कि ये लोग शारीरिक प्रशिक्षण के नाम पर अपना प्रोपेगैंडा और घृणा फैलाते हैं और किसी क्षेत्र में पांव जमने पर दंगे, मॉब लिंचिंग और अन्य सामाजिक सौहार्द विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में बीजेपी की सहयोगी हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि एसएसपी को बिना वजह विवाद में घसीटा जा रहा है। रिजवान ने सवाल उठाया कि अगर इस्लामिक देश की बात करना क्राइम है तो क्या हिंदू राष्ट्र की बात करना सही है।

उल्लेखनीय है कि फुलवारीशरीफ में पीएफआई ऑफिस पर पुलिस रेड के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान मानवजीत सिंह ढिल्लो ने आरएसएस शाखा की तुलना पीएफआई से कर दी थी। फुलवारीशरीफ में देशविरोधी गतिविधियों के अड्डे का खुलासा होने व दो संदिग्धों के पकड़े जाने के मामले में गुरुवार को एसएसपी मीडियाकर्मियों को जानकारी दे रहे थे। इसमें उन्होंने रेड और गिरफ्तारी की जानकारी दी। इसी दौरान उन्होंने मामले के अनुसंधान की जानकारी देते हुए कहा कि पीएफआई का मॉडल वैसा ही था, जैसे आरएसएस की शाखा का होता है। आरएसएस की शाखा ऑर्गेनाइज की जाती है और वहां लाठी की ट्रेनिंग होती है। वैसे ही ये पीएफआई फिजिकल ट्रेनिंग व फिजिकल एजुकेशन देने के नाम पर यूथ को प्रशिक्षण दे रहा था और अपने एजेंडे व प्रोपगैंडा के माध्यम से युवाओं का ब्रेनवाश कर रहे थे। एसएसपी का यह बयान कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसको लेकर एसएसपी की चौतरफा घेरेबंदी शुरू कर दी गई है। 
पटना में आतंकियों के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। पटना दौरे पर आये पीएम नरेंद्र मोदी इन आतंकियों के निशाने पर थे। इसके लिए 15 दिन से ट्रेनिंग दी जा रही थी। इन लोगों ने नूपुर शर्मा समेत इस्लाम के खिलाफ बोलने वालों की लिस्ट तैयार की थी। राजस्थान के उदयपुर और महाराष्ट्र के अमरावती की तरह बदला लेने की प्लानिंग थी। फुलवारीशरीफ इलाके में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ऑफिस में रेड में भारत को 2047 तक इस्लामिक देश बनाने की साजिश के कागजात मिले थे। पीएम के दौरे से एक दिन पहले ही पुलिस ने दो संदिग्ध आतंकियों अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को अरेस्ट किया था। अतहर ने पुलिस को बताया कि इस मुहिम में 26 लोग शामिल थे, जिनकी पटना में ट्रेनिंग चल रही थी। सभी पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया यानि SDPI से भी जुड़े थे। इन दोनों की सूचना पर गुरुवार को फुलवारी शरीफ के रहने वाले अरमान मलिक को अरेस्ट किया गया है। इस मामले में यह तीसरी बड़ी गिरफ्तारी है। अरमान भी PFI की मीटिंग में शामिल होता था। तीनों संदिग्धों के साथ-साथ कुल 26 लोगों पर FIR दर्ज की गयी है। आतंकियों के पास से इंडिया 2047 नाम के डॉक्यूमेंट भी मिला है। पुलिस के हाथ लगे 7 पेज के डॉक्यूमेंट में पूरी प्लानिंग का जिक्र है। बताया गया है कि पटना के फुलवारीशरीफ के अहमद पैलेस की दूसरी मंजिल को ट्रेनिंग सेंटर बना दिया गया था। इसमें बिहार के बाहर के लोग भी आ रहे थे।