Bihar: जहानाबाद में पुलिस की गोली से जख्मी नालंदा के स्टूडेंट की मौत, 44 दिनों से था हॉस्पिटल में इलाजरत

बिहार के जहानाबाद में पुलिस की गोली से जख्मी नालंदा के स्टूडेंकी गुरुवार की देर रात मौत हो गयी। नालंदा जिले के तेल्हाड़ा पुलिस स्टेशन एरिया के कोरथु गांव निवासी रविन्द्र यादव का बेटा सुधीर कुमार 44 दिनों से हॉस्पिटल में इलाजरत था। 

Bihar: जहानाबाद में पुलिस की गोली से जख्मी नालंदा के स्टूडेंट की मौत, 44 दिनों से था हॉस्पिटल में इलाजरत
मृतक सुधीर कुमार (फाइल फोटो)।

जहानाबाद। बिहार के जहानाबाद में पुलिस की गोली से जख्मी नालंदा के स्टूडेंकी गुरुवार की देर रात मौत हो गयी। नालंदा जिले के तेल्हाड़ा पुलिस स्टेशन एरिया के कोरथु गांव निवासी रविन्द्र यादव का बेटा सुधीर कुमार 44 दिनों से हॉस्पिटल में इलाजरत था। 

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जहानाबाद जिले में 28 मार्च को वैकिल चेकिंग के दौरान बाइक नहीं रोकने पर ओकरी पुलिस स्टेशन की पुलिस ने बाइक सवार स्टूडेंट को गोली मार दी थी। जख्मी को इलाज के लिए नालंदा के हिलसा फिर पटना में एडमिट कराया गया था। ओकरी के थानेदार राजकिशोर प्रसाद ने छात्र की मौत की पुष्टि की है।
पुलिस चेकिंग देखकर भागा तो ASIने मार दी गोली
ओकरी पुलिस स्टेशन एरिया के अनंतपुर गांव के पास 28 मार्च को पुलिस वैकिल चेकिंग कर रही थी। इसी बीच सुधीर वहां से बाइक लेकर गुजर रहा था। हेलमेट और ड्राइविंग लाइसेंस नहीं रहने के कारण वह पुलिस को देखते ही भागने लगा, जिससे पुलिस ने उसे गोली मार दी थी।सुधीर निजी काम से अपने गांव से जहानाबाद जा रहा था। युवक को दाहिनी तरफ छाती में गोली मारी गई थी, जो रीढ़ में जा अटकी थी। मामले में ओकरी थाने के एएसआई मुमताज अहमद को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया था। पुलिस चेकिंग टीम में शामिल थानेदार चंद्रहास सिंह समेत एएसआई भीम कुमार, सिपाही विनय कुमार और सिपाही कुमार महेश को सस्पेंड कर दिया गया था। 
एएसआई मुमताज अहमद पर सुधीर कुमार की मर्डर की कोशिश और आर्म्स एक्ट का मामला ओकरी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। एएसआई की ज्बत सर्विस रिवॉल्वर व कारतूस को कोर्ट में पेश किया गया था। स्टूडेंट के पिता के बयान पर थानेदार चंद्रहास कुमार पर भी मुकदमा किया गया था।हत्यारोपित एएसआई मो. मुमताज खान पिछले ढाई साल से ओकरी माडल पुलिस स्टेशन में तैनात था। वह मूल रूप से सासाराम जिले का निवासी है।घटना के दिन चेकिंग स्पॉट पर थानेदार चंद्रहास सिंह, एएसआई भीम कुमार, सिपाही विनय कुमार और सिपाही कुमार महेश एक साथ एक जगह तैनात थे, जबकि एएसआई मुमताज उनसे तीन सौ मीटर दूर खड़ा था। इसी बीच बाइक सवार सुधीर गुजरा तो पुलिस टीम ने उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन उसने बाइक की स्पीड बढ़ा दी थी। यह देख तीन सौ मीटर आगे खड़े एएसआई मुमताज ने अपनी पिस्टल निकाल ली और हाथ देकर उसे रोकना चाहा, नहीं रुकने पर उसपर गोली दाग दी थी।
गोली लगने के बाद आराम फरमा रही थी पुलिस
स्टूडेंट को गोली मारने के बाद पुलिस टीम ओकरी पुलिस स्टेशन आकर आराम फरमा रही थी। पुलिस इस बात से अनभिज्ञ थी कि युवक को गोली जा लगी है। दो-तीन घंटे के बाद मामला उजागर हुआ। 23 वर्षीय सुधीर कुमार किसान रविंद्र यादव का इकलौता पुत्र था। वह हिलसा में बीए पार्ट वन का स्टूडेंट था। पटना में रहकर कोचिंग करता था। छठ पूजा को लेकर छुट्टी में गांव आया हुआ था। एक साल पहले ही उसकी शादी हुई थी। उसकी तीन बहनें हैं।

सनकी है आरोपी एएसआइ, रिवॉल्वर के साथ रखता था गड़ासा
नालंदा के निर्दोष स्टूडेंट सुधीर को गोली मारने वाला मुमताज अहमद सनकी मिजाज का एएसआई था। वह सर्विस रिवॉल्वर के साथ अपने पास हमेशा एक धारदार हथियार (गड़ासा) रखता था। थाने में हर दिन उसपर धार चढ़ाता था। इसकी भनक वरीय अधिकारियों को भी थी। लेकिन सबकुछ जानने के बाद भी उसकी हरकत को अनसुना किया जाता रहा। वह वर्दी भी कम ही पहनता था। हाफ पैंट-टी-शर्ट या लूंगी-टी-शर्ट में ही गश्ती या छापेमारी के लिए निकल जाता था। घटना के दिन भी वह टी-शर्ट व हाफ पैंट में अनंतपुर बिना किसी आदेश के ही पहुंचा था।