Bihar : अनंत सिंह समेत 32 कैदियों पर FIR दर्ज, बेउर जेल में छोटे सरकार और राजबल्लभ समर्थकों में भिड़ंत

पटना के बेउर जेल प्रशासन ने जेल तोड़ने, कर्मचारियों पर हमला करने, गेट की चाबियां छीननेऔर कैदियों को भगाने के प्रयास के मामले में एक्स एमएलए अनंत सिंह समेत 32 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है। वहीं बाहुबली अनंत सिंह और राजवल्लभ यादव के समर्थकों के बीच बेउर जेल में हुई हिंसक झड़प के बाद पटना डीएम के प्रतिवेदन पर जेल आईजी ने 22 खूंखार बंदियों को भागलपुर जेल में शिफ्ट करा दिया गया है।

Bihar : अनंत सिंह समेत 32 कैदियों पर FIR दर्ज, बेउर जेल में छोटे सरकार और राजबल्लभ समर्थकों में भिड़ंत
अनंत सिंह (फाइल फोटो)।
  • भागलपुर भेजे गये 22 कैदी

पटना। बिहार की राजधानी पटना के बेउर जेल प्रशासन ने जेल तोड़ने, कर्मचारियों पर हमला करने, गेट की चाबियां छीननेऔर कैदियों को भगाने के प्रयास के मामले में एक्स एमएलए अनंत सिंह समेत 31 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है। वहीं बाहुबली अनंत सिंह और राजवल्लभ यादव के समर्थकों के बीच बेउर जेल में हुई हिंसक झड़प के बाद पटना डीएम के प्रतिवेदन पर जेल आईजी ने 22 खूंखार बंदियों को भागलपुर जेल में शिफ्ट करा दिया गया है।

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पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि हमले में शामिल अनंत सिंह समेत 31 कैदियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, दोषी कक्षपाल को सस्पेंड कर दिया गया है। हंगामा करनेवाले 31 कैदियों को चिह्नित कर भागलपुर जेल भेजा गया है। एफआइआर में प्रशासन ने आरोप लगाया है कि एक्स एमएलए ने जेल कर्मियों पर दबाव बनाने और कैदियों को भगाने की कोशिश की। एक्स एमएलए के समर्थकों ने जेल कर्मियों पर हमला किया। उन्होंने जेल के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। 

बेउर जेल तोड़ने की थी साजिश, एक्स एमएलए पर लगे गंभीर आरोप
पटना के बेउर जेल में रविवार को दिन भर हुए बवाल मामले में आरजेडी के एक्स एमएलए और बाहुबली अनंत सिंह की मुश्किलें बढ़ गई है। जेल सुपरिटेंडेंट ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अनंत सिंह और उनके समर्थकों के हंगामे के पीछे की मंशा जेल पर कब्जा जमाना और कैदियों को जेल से भगाना था।

जेल सुपरिटेंडेंट ने एफआइआर में अनंत सिंह समेत 32 कैदियों को घटना के लिए दोषी ठहराया  है। इसमें अनंत सिंह की बैरक और डिविजन खंड का दरवाजा खुला रह जाने का उल्लेख नहीं है, जबकि गेट खुले रहने के कारण ही अनंत सिंह ने कारा प्रशासन पर मर्डर कराने की आशंका जताते हुए अपने समर्थकों के साथ बवाल काटा था।पूरे मामले को लेकर डीएम डा. चंद्रशेखर सिंह ने सदर एसडीएम और फुलवारीशरीफ एएसपी से 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है, लेकिन इसके पहले ही बवाल के लिए कैदियों को जिम्मेदार बता दिया गया। बड़ी बात यह है कि एफआइआर में सुपरिटेंडेंट ने हालात कंट्रोल करने के लिए कैदियों पर हल्का बल प्रयोग करने की बात स्वीकार की है। हालांकि, इस दौरान कितने बंदी घायल या चोटिल हुए, इसका उल्लेख नहीं है। डीएम द्वारा गठित टीम की जांच रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि बेउर थाने में दर्ज एफआइआर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

जेल सुपरिटेंडेंट ने एफआइआर ने लिखा कि बंदियों ने कारा प्रशासन पर बेवजह दबाव बनाया। उनके इस कृत्य से कोई भी अप्रिय घटना घट सकती थी। 16 जुलाई की सुबह अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने डिवीजन खंड में तैनात कक्षपाल अनिरुद्ध कुमार बैठा की पिटाई की। बीच-बचाव करने आये सहायक अधीक्षक भूटेश कुमार को भी पीटा। इसके बाद कारा के सिंगल सेल में पहुंचकर वहां उपस्थित कक्षपाल संजीव कुमार शाह और गौतम कुमार की पिटाई की और चाबी छीन ली। कैदियों ने सीसी कैमरे भी क्षतिग्रस्त कर दिए। सेल में बंद बंदियों को बाहर निकाल दिया।मारपीट में जेल उपाधीक्षक राजेश कुमार सिंह, सहायक अधीक्षक भूटेश कुमार, कौशल किशोर प्रसाद एवं नीरज कुमार रजक, कक्षपाल संजीव कुमार साह, अमित कुमार बैठा, भरत कुमार, गौतम कुमार, संदीप कुमार, संतोष कुमार और रोशन कुमार को चोटें आई थीं। उनका इलाज कारा अस्पताल में ही किया गया था।

एफआइआर में नेम्ड बंदी
कारा प्रशासन की ओर से मोकामा के एक्स एमएलए अनंत सिंह, गेड़ा, गंगा गौतम, गौतम कुमार उर्फ चीकू दया, गौतम कुमार (पिता छेदी राय), गौतम कुमार (पिता अवधेश सिंह), मोहम्मद आफताब आलम, फिरोज, आफताब, पिंटू यादव, साजन कुमार, सनी कुमार, राकी कुमार, करण कुमार, करण सिन्हा, राजू कुमार, रितेश कुमार, संजीव कुमार, नीरज कुमार, गिरधारी यादव, नीतीश यादव, पंकज यादव, नवल राय, अतुल राज, सौरभ कुमार गुप्ता, बलदेव सिंह, साहिल राज, बबलू कुमार, शिवम कुमार शर्मा, कन्हैया सिंह और दिवाकर यादव पर एफआइआर दर्ज कराई गई थी। एक्स एमएलए को छोड़ कर उनके सभी समर्थकों को भागलपुर और मुजफ्फरपुर की जेलों में शिफ्ट कराया जा चुका है।

डिविजन वार्ड और बैरक का दरवाजा खुला रहने पर हंगामा
बेऊर जेल में रविवार को जमकर हंगामा हुआ। डिविजन वार्ड और बैरक का दरवाजा खुला रह जाने पर अनंत सिंह के समर्थक 40 कैदियों ने पहले बैरक में कैदी की पिटाई कर दी। स्थिति कंट्रोल करने पहुंचे कक्षपाल पर भी हमला किया। एक्स एमएलए के समर्थक लाठी-डंडे से लैस थे। हमले में कक्षपालों सहित 11 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। वहीं अनंत सिंह के समर्थकों का आरोप था कि उनकी मर्डर की साजिश रची गई। इसलिए उनके वार्ड का दरवाजा खुला छोड़ दिया गया।एफआईआर में कहा गया है कि 16 जुलाई को अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने सबसे पहले वार्डन अनिरुद्ध कुमार बैठा पर हमला किया। सहायक अधीक्षक भूतेस कुमार उनके बीच-बचाव करने वहां पहुंचे तो कैदियों ने उनकी भी बेरहमी से पिटाई कर दी। उन्होंने एक सेल पर हमला किया, उसके वार्डन संजीव कुमार शाह और गौतम कुमार की पिटाई की, चाबियां छीन लीं और कैदियों को भगानेका प्रयास किया।
मारपीट और हंगामे की जांच करेंगे जेल आईजी 
बेऊर जेल में एक्स एमएलए अनंत सिंह के समर्थक बंदियों द्वारा अन्य बंदियों एवं कक्षपालों के साथ मारपीट और हंगामे की जांच जेल आईजी शीर्षत कपिल अशोक करेंगे। वे अपनी रिपोर्ट होम डिपार्टमेंट को सौंपेंगे। होम डिपार्टमेंट के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि पूरे मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जायेगी। पिछले साल पटना की एक एमपी-एमएलए कोर्ट ने अनंत सिंह को 2015 के एक मामले में 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद सेवो बेऊर जेल में हैं। बाहुबली अनंत सिंह ने मोकामा से पांच बार जीत हासिल की है। तीन बार जेडीयू से, एक बार आरजेडी और एक बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की है। कोर्ट द्वारा सजा होने के बाद उनकी विधायकी चली गई, जिसके बार आरजेडी के टिकट से उनकी पत्नी नीलम सिंह मोकामा से एमएलए बनीं।
अनंत और राजबल्लभ समर्थकों की भिड़ंत के बाद भागलपुर शिफ्ट किये गये 22 कैदी
बाहुबली अनंत सिंह और राजवल्लभ यादव के समर्थकों के बीच बेउर जेल में हुई हिंसक झड़प के बाद पटना डीएम के प्रतिवेदन पर जेल आईजी ने 22 खूंखार बंदियों को भागलपुर जेल में शिफ्ट करा दिया है। बेउर जेल से कुल 31 बंदियों को यहां के शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा और विशेष केंद्रीय कारा के अति सुरक्षा कक्ष में रखा गया है। पटना से कड़ी सुरक्षा में 22 बंदियों को भेजा गया, जिनमें 13 बंदियों को शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा और नौ बंदियों को विशेष केंद्रीय कारा में शिफ्ट करा दिया गया है।

अनंत समर्थकों ने की थी कक्षपाल समेत सिपाहियों की पिटाई
आदर्श केंद्रीय कारा बेउर में बीते 16 जुलाई की सुबह डिविजन वार्ड में सजा काट रहे मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने कक्षपाल समेत सिपाहियों की पिटाई कर दी थी। डिविजन वार्ड के दो दरवाजे पूरी रात खुले रह गये थे। इस पर अनंत सिंह ने हत्या की साजिश की आशंका जताई थी। उस समय सूचना मिलते ही जेल आईजी शीर्षत कपिल अशोक, एआईजी, सदर एसडीएम समेत कई वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और बल प्रयोग कर हालात पर काबू पाया था। लगभग पांच घंटे तक उपद्रव जैसी स्थिति बनी रही थी। उस दौरान जेल प्रशासन और बंदियों के बीच कई बार हिंसक झड़पे हुई थी।
डिविजन वार्ड में बंद हैं अनंत सिंह 
एक्स एमएलए अनंत कुमार सिंह बेउर जेल के डिविजन वार्ड में कैद हैं। वे वार्ड के निचले तल पर रहते हैं, जबकि ऊपरी मंजिल पर पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव की बैरक है। 15 जुलाई की रात वार्ड का मुख्य दरवाजा और अनंत सिंह की बैरक का द्वार खुला रह गया था। 16 जुलाई की सुबह जब इसकी जानकारी अनंत सिंह और उनके समर्थकों को मिली तो उन्होंने कक्षपाल एवं सुरक्षा में तैनात सिपाहियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। पुलिस की लाठी से अनंत सिंह समेत 15 बंदी चोटिल हुए थे।
शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा शिफ्ट किये गये बंदी
कन्हैया सिंह, बलदेव सिंह, साहिल राज उर्फ साहिल राज शर्मा, नीरज कुमार उर्फ बादशाह, रिंकेश कुमार उर्फ रिंकेश, सन्नी कुमार, साजन कुमार, मुहम्मद फिरोज, गौतम कुमार, गंगा गौतम, राजू कुमार, शिवम कुमार शर्मा।
विशेष केंद्रीय कारा भेजे गये कैदी
नीतीश यादव, गेंड़ा महतो, गेन्हारी यादव, संजीव कुमार उर्फ छोटू, नवल राय उर्फ बुढ़िया, बब्लू कुमार उर्फ बबली, सौरभ गुप्ता, पंकज यादव, करण सिन्हा, राकी कुमार उर्फ नीतीश, गौतम कुमार उर्फ चिक्कू, आफताब खान, आफताब आलम।