बिहार: नवादा में शराब कारोबार वसूली मामले में बड़ा एक्शन, तीन पुलिस अफसर व एक कांस्टेबल डिसमिस

शराबबंदी कानून को लागू करने में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन पुलिस अफसरों और एक कांस्टेबल समेत समेत कुल चार पुलिसकर्मियों को सर्विस से डिसमिस कर दिया गया है। इनमेंमें एएसआइ संजय कुमार-2, एएसआइ देवेंद्र कुमार, पीएसआइ रतन रजक और कांस्टेूल मुकेश कुमार सिंह शामिल है।

बिहार: नवादा में  शराब कारोबार वसूली मामले में बड़ा एक्शन, तीन पुलिस अफसर व एक कांस्टेबल डिसमिस
  • शराब धंधेबाजों से मिलीभगत और शराबबंदी मामले में लापरवाही बरतने का आरोप 
  • कई अन्य पुलिस वालों पर भी लटक रही है कार्रवाई की तलवार

नवादा। शराबबंदी कानून को लागू करने में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन पुलिस अफसरों और एक कांस्टेबल समेत समेत कुल चार पुलिसकर्मियों को सर्विस से डिसमिस कर दिया गया है। इनमेंमें एएसआइ संजय कुमार-2, एएसआइ देवेंद्र कुमार, पीएसआइ रतन रजक और कांस्टेूल मुकेश कुमार सिंह शामिल है। नवादा एसपी धूरत सयाली सावलाराम ने इसकी पुष्टि की है।

पुलिस हेडक्वार्टर लेवल से हुई कार्रवाई
उक्त चारों पुलिसकर्मियों पर पूर्व के मामले में डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग चल रही थी।इसके बाद पुलिस हेडक्वार्टर लेवल से यह बड़ी कार्रवाई की गई है। बिहार पुलिस मुख्यालय मद्य निषेध प्रभाग के अनुसार ऐसे पुलिस अफसरों व कांस्टेबल पर मद्य निषेध कानून को लागू करने में लापरवाही बरतने का आरोप है। दर्ज एफआइआर एवं डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग के बाद उन्हें डिसमिस किया गया है। इस तरह के आरोप में अब तक स्टेट के 211 पुलिस अफसरों व पुलिस कर्मियों को डिसमिस किया का चुका है। संबंधित जिलों के एसपी से डिसमिस किये गये पुलिस अफसरों व पुलिस कर्मियों के संबंध में पूरा ब्योरा मांगा गया है। 
लगे थे गंभीर आरोप
एएसआइ संजय कुमार-2 और एएसआइ देवेंद्र कुमार सिरदला पुलिस स्टेशन में पोस्टेड थे। स्वाट दस्ता ने दो शराब धंधेबाजों को पकड़ कर सुपुर्द किया था। लेकिन इन लोगों ने रुपये लेकर दोनों को छोड़ दिया। इस मामले में वर्ष 2020 की 23 दिसंबर को तत्कालीन एसपी हरि प्रसाथ एस ने दोनों को सस्पेंड कर दिया था। उन दोनों पर एफआइआर भी दर्ज की गई थी। संजय उस वक्त सिरदला के प्रभारी थानाध्यक्ष थे। वहीं बुंदेलखंड थाना के ओपी प्रभारी साजिद अख्तर, प्रअनि रतन रजक को शराब मामले में 10 नवंबर 2018 को सस्पेंड कर दिया था। इन पर कार से शराब लेकर जा रहे एक धंधेबाज से रुपये वसूलने के लिए चार घंटे तक रोके रखने का आरोप था। कार में 430 पाउच मसालेदार व 43 पाउच देसी झारखंड निर्मित शराब थी।

जिले के कई अन्य अफसरों पर गिर सकती है गाज

शराब मामले में लापरवाही को लेकर कई अन्य पुलिस अफसरों पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है। डिसमिसि किये गये पुलिस अफसरों के अलावा अन्य पर शराब धंधेबाजों का आरोप लगा है। जिसमें उन्हें सस्पेंड किया गया था। कुछ वर्षों पूर्व नरहट, गोविंदपुर थाना में पोस्टेड रहे पुलिस अफसरों पर शराब धंधेबाजों को रुपये लेकर छोड़ देने का आरोप लगा था। उन्हें सस्पेंड कर डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग चल रही है। ऐसे में आशंका है कि उन पुलिस अफसरों पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है।