JSSC जेई एग्जाम मे सेटिंग-गेटिंग का आरोप, प्रश्नपत्र लीक की होगी जांच, गड़बड़ी मिली तो हो सकती है कैंसिल

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा तीन जुलाई 2022 को आयोजित जूनियर इंजीनियर एग्जाम (JSSC JE Recruitment-2022) का प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लग रहे हैं। एग्जाम सेटिंग और धांधली होने की बात कही जा रही है। कैंडिडेट्स द्वारा इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। 

JSSC जेई एग्जाम मे सेटिंग-गेटिंग का आरोप, प्रश्नपत्र लीक की होगी जांच, गड़बड़ी मिली तो हो सकती है कैंसिल

एमएलए सरयू राय ने कहा मामले की जांच कराये गवर्नमेंट
रांची। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा तीन जुलाई 2022 को आयोजित जूनियर इंजीनियर एग्जाम (JSSC JE Recruitment-2022) का प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लग रहे हैं। एग्जाम सेटिंग और धांधली होने की बात कही जा रही है। कैंडिडेट्स द्वारा इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। 

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कैंडिडेट्स ने गुरुवार को जेपीएसपी चेयरमैन सुधीर त्रिपाठी से मिलकर प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए  ज्ञापन सौंपा। कैंडिडेट्स ने एग्जाम के प्रश्न पत्र लीक मामले से संबंधित आरोप के एवीडेंस भी जेपीएससी चेयरमैन को दिए। कैंडिडेट्स के अनुसार जेपीएसपी चेयरमैन ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। चेयरमैन ने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो एग्जाम कैंसिल कर दी जायेगी। यग एग्जाम तीन जुलाई को हुई थी। बताया जाता है कि प्रश्नपत्र लीक होने की बात इंटरनेट मीडिया में आने के बाद कार्मिक विभाग ने भी आयोग से इसपर जानकारी ली है।
सरयू राय ने सीएम से की जांच की मांग

निर्दलीए एमएलए सरयू राय ने सीएम हेमंत सोरेन को टैग करते हुए ट्वीट कर कहा है कि जेएसएससी की जूनियर इंजीनियर नियुक्ति परीक्षा के पहले प्रश्नपत्र लीक होने और परीक्षा के दौरान कदाचार की खबरें चिंताजनक हैं। उन्होंने इन आरोपों को गंभीर बताते हुए इसकी जांच कराने और परीक्षा को प्रभावित करनेवाले दोषियों को चिन्हित कर दंडित करने की मांग की है। 
बाबूलाल मरांडी ने जेई एग्जाम की जांच की मांग की

झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी विधायकल दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने जेएसएससी -जेई एग्जाम में खुले हुए प्रश्नपत्र और इस संदर्भ में वायरल आडियो को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने सीएम हेमंत सोरेनर से कहा है कि इन आरोपों और आडियो की गंभीरता से जांच कराई जाए। इस खेल में संलिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई करिए। युवाओं के भविष्य के साथ इस प्रकार से खिलवाड़ किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। जिस प्रकार से प्रश्नपत्र लीक हुए हैं। अब इस परीक्षा को रद करते हुए पारदर्शी तरीके से दोबारा परीक्षा का आयोजन होना चाहिए। बाबूलाल ने अपने ट्वीट में जेएसएससी के कैंडिडेट्स द्वारा उन्हें दिये गये  पत्र की फोटो भी जारी की है। 

आडियो क्लिप वायरल होने पर मामला सामने आया
कैंडिडेट्स का कहना है कि एग्जाम दे रहे कई कैंडिडेट्स ऐसे भी थे, जिन्होंने दो या तीन प्रश्नों के उत्तर दिए थे। ओएमआर शीट खाली छोड़ दी थी। इधर, एक आडियो क्लिप भी वायरल हो रहा है जिसमें एक स्टूडेंट को फोन कर पूछता है कि जेई एग्जाम में कुछ हो रहा है क्या ? इस पर सामने वाला पूछता है कि कहां सेंटर पड़ा है? लड़के के यह बताने पर कि उसका सेंटर रांची पड़ा है। सामने वाला कहता है कि बहुत रेट है। बाद में वह टेलीफोन पर कुछ भी बताने से इन्कार करते हुए कहता है कि कुछ भी जानना हो तो सामने आकर बात करो। हालां कि थ्री सोसाइटीज इस आडियो क्लिप की सत्यता की पुष्टि नहीं करता। अब जांच के बाद ही सच्चाई सामने आयेगी।
ऑडियो में कहा – 20 लाख का रेट चल रहा
कई मोबाइल स्क्रीन शॉट और ऑडियो क्लिप सामने आये हैं जिसमें प्रश्नपत्र लीक होने और सीटों की खरीद-बिक्री की पुष्टि हो रही है।  एक ऑडियो क्लिप में एक कैंडिडेट किसी को फोन कर पूछता है कि जेई में कुछ हो रहा है क्या। इस पर सामने वाला पूछता है कि कहां सेंटर पड़ा है।यह बताने पर कि उसका सेंटर रांची पड़ा है, सामने वाला कहता है कि बहुत रेट है। पूछने पर वह बताता है कि 20 लाख का रेट चल रहा है।जब यह पूछता है कि कैसे करायेगा, तो सामने वाला कहता है कि ट्यूशन देगा। इसके बाद वह टेलीफोन पर कुछ भी बताने से इंकार कर देता है। कहता है कि कुछ भी जानना हो तो सामने आकर बात करो। ऐसी बातें टेलीफोन पर नहीं होती हैं।जेएसएससी जूनियर इंजीनियर एग्जाम में धांधली का आरोप लगाते हुए परीक्षार्थी आंदोलन पर उतारू हैं। रांची समेत कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन भी हुए हैं। परीक्षार्थी पेपर लीक होने और सीटें बेचे जाने का आरोप लगाते हुए इस परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। आरोप है कि सेंटरों पर कई परीक्षार्थी ऐसे भी थे, जिन्होंने दो या तीन प्रश्नों के उत्तर दिए थे। मार्कशीट खाली छोड़ दी थी।
उल्लेखनीय है कि स्टेट में आठ साल बाद इस परीक्षा का आयोजन हुआ है. इस परीक्षा के जरिये जूनियर इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल/सिविल/मेकेनिकल/एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग) के 1289 पदों पर नियुक्ति होनी है। हालांकि पहले 285 वैकेंसी ही निकली गयी थी। लेकिन जेएसएससी ने बाद में 1004 पद बढ़ा दिये थे। विगत जुलाई को हुई एग्जाम में लगभग चार लाख कैंडिडेंट ने हिस्सा लिया था।एग्जाम के तुरंत बाद कई परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया कि परीक्षा के प्रश्नपत्र परीक्षा के एक घंटे पहले ही लीक हो गये थे।