धनबाद व रांची में कारोबारियों से रंगदारी मांगने वाला अभिनव सिंह यूपी में अरेस्ट, स्पेशल ब्रांच की सूचना पर हुई कार्रवाई

नबाद के एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह सेत चार लोगों की मर्डर करने वाला एक शूटर कुख्यात अमन सिंह का खासमखास अभिनव सिंह को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ से अरेस्ट किया है। पुलिस पूछताछ में अभिनव सिंह ने कहा है कि रांची जेल में बंद अमन सिंह ने झारखंड के कोल बेल्ट वर्चस्व जमाने के लिए यूपी और झारखंड के क्रिमिनलों का गैंग बनाया है।

धनबाद व रांची में कारोबारियों से रंगदारी मांगने वाला अभिनव सिंह यूपी में अरेस्ट, स्पेशल ब्रांच की सूचना पर हुई कार्रवाई
  • 50 हजार का ईनामी है अभिनव
  • जेल में बंद कुख्यात अमन सिंह के कहने पर मांगता था रंगदारी
  • बाघमारा एमएलए ढुल्लू महतो के सहयोगी राजेश गुप्ता को मारने की थी साजिश

लखनऊ। धनबाद के एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह सेत चार लोगों की मर्डर करने वाला एक शूटर कुख्यात अमन सिंह का खासमखास अभिनव प्रताप सिंह को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ से अरेस्ट किया है। पुलिस पूछताछ में अभिनव सिंह ने कहा है कि रांची जेल में बंद अमन सिंह ने झारखंड के कोल बेल्ट वर्चस्व जमाने के लिए यूपी और झारखंड के क्रिमिनलों का गैंग बनाया है।

50 हजार का ईनामी अभिनव प्रताप सिंह यूपी के कुख्यात अजय सिंह सिपाही का मौसेरा भाई है।अभिनव सिंह बीजेपी एमएलए ढुल्लू महतो के करीबी राजेश गुप्ता पर भी हमला किया था।
झारखंड स्पेशल ब्रांच ने मांघी थी यूपी STF से मदद

पिछले कई माह से रांची और धनबाद के कारोबारी और कोल कंपनियों से रंगदारी मांगी जा रही थी। रंगदारी नहीं देने पर कई लोगों को जान मारने की धमकती दी गयी। कईयों पर हमला किया गया।वर्चुअल नंबर से रंगदारी मांगने के कारण पुलिस को क्रिमिनलों तक पहुंचने में  परेशानी हो रही थी।पुलिस छानबीन के दौरान धनबाद और रांची जेल में बंद उत्तर प्रदेश के क्रिमिनल अमन सिंह और धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू के द्वारा इन घटनाओं को उत्तर प्रदेश के शूटर के माध्यम से कराये जाने की जानकारी मिली। इसके बाद झारखंड स्पेशल ब्रांच के एडीजी मुरारी लाल मीणा ने यूपी एसटीएफ को इस घटना में शामिल क्रिमिनलों को अरेस्टिंग में सहयोग करने का अनुरोध किया गया था।इसके बाद यूपी एसटीएफ ने लखनऊ से अभिनव प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया।

अमन ने कोल बेल्ट में वर्चस्व स्थापित करने के लिए गैंग बनाया

नीरज सिंह मर्डर केस में जेल में बंद अमन सिंह झारखंड के कोल बेल्ट अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए झारखंड और उत्तर प्रदेश के क्रिमिनलों का गैंग बनाया है। अभिनव सिंह और अन्य क्रिमिनल आपस में इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से संपर्क में रहकर धनबाद और रांची में क्राइम को अंजाम दे रहे हैं। अभिनव सिंह के द्वारा गैंग को संचालित किया जा रहा था।

अभिनव ने ही राजेश गुप्ता के घर पर बम फेंका था 
एमएलए ढुल्लू महतो के करीबी राजेश गुप्ता के आवास पर बम विस्फोट करने और गोली चलाने वाला बदमाश अभिनव प्रताप सिंह ही है। झारखण्ड पुलिस ने उस पर 50 हजार रु का इनाम घोषित कर रखा था।अभिनव को नीरज सिंह हत्याकांड के आरोप में रांची जेल में बंद रिंकू और अमन सिंह का खास आदमी बताया जाता है। ये तीनों बदमाश UP के बाहुबली मुन्ना बजरंगी के लिए काम किया करते थे।गैंग ने बाघमारा क्षेत्र में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए ही ढुल्लू महतो के करीबी राजेश गुप्ता का तीन दिनों तक रेकी किया था। अभिनव प्रताप सिंह ने अपने साथी के साथ राजेश गुप्ता के घर पर बम फेंककर कर तथा फायरिंग कर दहशत का माहौल बनाने का प्रयास किया था।

अभिनव को धनबाद लाने की तैयारी

लखनऊ STF के ASP अनिल सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि झारखं स्पेशल ब्रांच के ADG मुरारी लाल मीणा ने STF से सहयोग मांगा था।और रांची की एक टीम भी लखनऊ में कैम्प किए हुए है। आज अभिनव प्रताप सिंह की गिरफ्तारी हुई है। कोर्ट की प्रक्रिया पूरी कर झारखंड पुलिस अभिनव को रांची ले जायेगी।
धनबाद जेल के एक अफसर की मर्डर की प्लानिंग विफल
झारखंड के जेल में बंद यूपी के क्रिमिनलअमन सिंह और धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू ने एक जेल अफसर की मर्डर कराने की साजिश रची थी। यह खुलासा UP के स्पेशल टास्क फोर्स के गिरफ्त में आये अभिनव प्रताप सिंह ने किया है। स्पेशल टास्क फोर्स ने लिखित प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है कि अमन सिंह और रिंकू ने अभिनव प्रताप सिंह को धनबाद जेल के एक अफसर की मर्डर करने की जिम्मेवारी सौंपी थी। अभिनव ने स्वीकरोक्ति बयान में कहा है कि उसे व्हाट्सअप पर उक्त अफसर का पूर्ण विवरण उपलब्ध करायेजाने की बात कही गयी थी। लेकिन विवरण मिलने के पहले ही उसकी (अभिनव) गिरफ्तारी हो गयी।

 

 

अभिनव प्रताप सिंह ने STF के समक्ष बयान दिया  है कि कतरास के राजेश गुप्ता की मर्डर करने के नियत से उसका रैकी किया जा रहा था। मौका नही मिल पाने के कारण मर्डर नहीं की जा सकी। तब उसके घर पर बम और गोली चला दहशत फैलाने का प्रयास किया गया। एक आउटसोर्सिंग कम्पनी के मैनेजर रेड्डी की गाड़ी पर भी उन्होंने ही गोली चलाई थी।