एमपी:कांग्रेस MLA हरदीप सिंह डांग का विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा,कमलनाथ गवर्नमेंट को खतरा

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के एमएलए हरदीप सिंह डांग ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। डांग ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष व सीएम को भेज दिया है। एमएलए के इस्तीफे से कमलनाथ गवर्नमेंट की मुश्किल बढ़ गयी है। हरदीप सिंह उन लापता चार एमएलए में से एक बताएये जा रहे हैं, जिनके गायब होने की बात सामने आई थी।सीएम कमलनाथ ने कांग्रेस एमएलए के इस्तीफे पर कहा किउन्हें हरदीप सिंह के इस्तीफ की खबर मिली है। मुझे उनकी तरफ से न कोई पत्र मिला और न ही इस पर चर्चा हुई। जब तक मैं व्यक्तिगत रूप से नहीं मिल लेता हूं, किसी तरह की टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा।मध्य प्रदेश के स्पीकर एन.पी. प्रजापति ने कहा कि हरदीप सिंह के इस्तीफे की खबर मिली है। उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर मुझे इस्तीफा नहीं दिया है। जब वे अपना इस्तीफा मुझे देंगे तो नियम के मुताबिक उर पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। एमएलए डांग अपने इस्तीफे में डंग ने लिखा कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी से दुखी हैं। उन्होंने लिखा है कि न मैं कमलनाथ गुट का हूं, न दिग्विजय सिंह और न ही सिंधिया गुट का हूं। मैं सिर्फ कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं। इसलिए मुझे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों का कहना है कि अभी कुछ और विधायक भी इस्तीफा दे सकते हैं।कांग्रेस के एक अन्य लापता विधायक कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह के बेटे ने भी उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भोपाल में दर्ज करवाई है। हरदीप और बिसाहूलाल के अलावा रघुराज कंसाना और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा भी तीन दिन से लापता हैं। मपी में दो दिन से जारी सियासी ड्रामा एमपी में सियासी ड्रामा मंगलवार सुबह दिग्विजय सिंह के ट्वीट के साथ शुरू हुआ। उन्होंने भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस विधायकों को दिल्ली ले जाया गया। एक्स सीएम शिवराज सिंह दिल्ली पहुंचे तो सियासी पारा और चढ़ गया। कांग्रेस ने देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के छह, बसपा के दो (एक निलंबित) और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को रात में दिल्ली भेजा गया। बुधवार दोपहर 6 विधायक भोपाल पहुंचे। इनमें सपा के राजेश शुक्ला (बब्लू), बसपा के संजीव सिंह कुशवाह, कांग्रेस के ऐंदल सिंह कंसाना, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव और बसपा से निष्काषित राम बाई शामिल हैं।इसके बाद भी कांग्रेस के बिसाहूलाल, हरदीप सिंह डंग, रघुराज कंसाना और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा की लोकेशन नहीं मिल रही थी। दिग्विजय ने फिर आरोप लगाया कि भाजपा ने चार विधायकों को जबरन गुड़गांव से बेंगलुरु शिफ्ट किया है।