नई दिल्ली। कड़कड़डूमा कोर्ट ने नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा भड़काने और आइबी अफसर अंकित शर्मा के हत्यारोपित पार्षद ताहिर हुसैन को सात दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस ने ताहिर को शुक्रवार को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में पेशी हुई। कोर्ट ने ताहिर को सात दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है। अब दिल्ली पुलिस उससे हिंसा मामले में पूछताछ करेगी।
दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन को गुरुवार को गिरफ्तार किया था। ताहिर ने गुरुवार को राउज एवेन्यू की स्पेशळ कोर्ट में सरेंडर के लिए अर्जी दायर की थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कोर्ट कैंपस की पार्किंग से ताहिर को अरेस्ट कर लिया था।
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पुलिस ने पूछताछ के लिए सवालों की लिस्ट बनायी
क्राइम ब्रांच की एसआइटी ने ताहिर हुसैन से पूछताछ से लिए सवालों की लिस्ट तैयार की है। ताहिर से पूछा जायेगा कि 23 फरवरी को दिनभर वह कहां थे? 24 व 25 फरवरी को उनके चांदबाग स्थित घर की छत पर इतने पत्थर, पेट्रोल बम, पॉलीथिन में तेजाब और गुलेल कहां से आए? घर में केमिकल की थैली भी मिली वो कहां से आई? क्या उनकी मौजूदगी में यह सामान छत पर पहुंचा? 24 व 25 फरवरी को वह कहां-कहां गए? 25 फरवरी को जिस समय अंकित की हत्या हुई वह कहां थे?
ताहिर ने Violence वाले दिन किया था 150 फोन कॉल
24 फरवरी से 27 फरवरी तक हिंसाग्रस्त इलाके चांद बाग मुस्तफाबाद और आसपास ही था मौजूद
आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के पर्सनल दो मोबाइल तो अभी तक पुलिस को नहीं मिले हैं। पुलिस मोबाइल की तालश कर रही है। पुलिस को ताहिर हुसैन के फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से कई चौकाने वाली जानकारी मिल रही है। कॉल डिटेल के अनुसार ताहिर त हुसैन बीते 24 फरवरी से 27 फरवरी तक हिंसाग्रस्त इलाके चांद बाग, मुस्तफाबाद और आसपास ही मौजूद था। उसकी लोकेशन 27 फरवरी के बाद जाकिर नगर में मिली। वहां वह दो दिन तक रहा था। इस दौरान उसने अपना मोबाइल नंबर बंद कर रखा था। इसके बदले वह वैकल्पिक मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर रहा था।पुलिस उस मोबाइल की भी तलाश कर रही है।
अलग-अलग लोगों को किया था 150 कॉल
एसआईटी सोर्सेंज के अनुसार ताहिर अपने लिए दो मोबाइल नंबरों का उपयोग करता था। हिंसा की घटना वाली रात में ही वह दोनों मोबाइल को बंद दिया था। वह अन्य मोबाइल से फोन कर रहा था। 24 तारीख की आधी रात 12 बजे जब तक उसके मोबाइल चालू थे। पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल्स खंगाला। सीडीआर के अनुसार ताहिर हुसैन 24 की रात 12 बजे तक चांद बाग स्थित अपने घर में ही मौजूद था। इस दौरान उसने हिंसा वाले दिन 24 तारीख को करीब अलग-अलग लोगों को 150 कॉल किए थे। इनमें 19 नंबरों पर सबसे ज्यादा बातचीत हुई थी।पुलिस यह मान रही है कि जिन नंबरों पर उसकी ज्यादा बातचीत हुई है वह उसके करीबी हैं। उन लोगों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। पुलिस की रडार पर वे सभी 19 लोग हैं। बहुत जल्द उन लोगों को भी पूछताछ में शामिल किया जा सकता है। पुलिस अब हिंसा के दौरान सक्रिय रहे ताहिर के सौतले भाई की तलाश में जुटी हुई है। एसआइटी ने उसकी खोज में एसआइटी दिल्ली-एनसीआर सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 स्थानों पर छापेमारी कर चुकी है। लेकिन उसका कोई पता अभी तक नहीं चल सका है।
हिंसा को लेकर ताहिर के खिलाफ पहला मामला आइबी के कर्मी अंकित की मर्डर का दर्ज किया था। इसके बाद बुधवार को उसके खिलाफ दो और एफआइआर दर्ज किये गये। अन्य एफआईआर गोली लगने से घायल हुए अजय गोस्वामी ने उत्तर पूर्वी जिले के दयालपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया है कि वे गत 25 फरवरी को अपने चाच के घर गये थे। इसी दौरान उन्होंने मेन करावल नगर रोड पर भीड़ को पत्थरबाजी और गोलीबारी करते देखा था। ताहिर हुसैन के मकान से काफी लोग गोलियां चला रहे हैं।वहां से चली एक गोली उनके पैर में लगी थी। खजूरी खास पुलिस स्टेशन में कांस्टेबल संग्राम सिंह द्वारा कराई गई एफआईआर में ताहिर का नाम है।