उत्तर प्रदेश: सीतापुर में पिता ने पोस्टमार्टम के बाइक से लाया बेटे की बॉडी, वीडीओ वायरल 

सीतापुर जिला अस्पताल में लाचार पिता अपने अपने मासूम बेटे का बॉडी की पोस्टमार्टम हाउस ले जाने के लिए गिड़गिड़ाता रहा, मदद मांगते रहा लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। परिजन बाइक से ही बॉडी रखकर मर्च्युरी से पोस्टमार्टम हाउस ले गये। एसपी ने मामले में इंचार्ज शशांक पांडे को लाइन क्लोज,कांस्टेबल शशिधर मिश्र को सस्पेंड व एंबुलेंस ड्राइवर नीलेश को सेवा मुक्त कर दिया है।

उत्तर प्रदेश: सीतापुर में पिता ने पोस्टमार्टम के बाइक से लाया बेटे की बॉडी, वीडीओ वायरल 
  • एसपी ने वाहन चालक को किया सेवा मुक्त
  • चौकी इंचार्ज लाइन क्लोज, कांस्टेबल सस्पेंड

लखनऊ। सीतापुर जिला अस्पताल में लाचार पिता अपने अपने मासूम बेटे का बॉडी की पोस्टमार्टम हाउस ले जाने के लिए गिड़गिड़ाता रहा, मदद मांगते रहा लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। परिजन बाइक से ही बॉडी रखकर मर्च्युरी से पोस्टमार्टम हाउस ले गये। एसपी ने मामले में इंचार्ज शशांक पांडे को लाइन क्लोज,कांस्टेबल शशिधर मिश्र को सस्पेंड व एंबुलेंस ड्राइवर नीलेश को सेवा मुक्त कर दिया है।

क्या है मामला
तालगांव के देवरिया निवासी रोड एक्सीडेंट में जख्मी अंकुर नामक युवक की मंगलवार शाम जिला अस्पताल में मौत हो गई थी। अंकुर की मौत के बाद शव को जिला अस्पताल की मर्च्युरी में रखवा दिया गया। इसके बाद बुधवार को जिला अस्पताल में पंचायत नामा हुआ। इसके बाद परिवारजन बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस ले जाने का इंतजाम करने लगे। जिला अस्पताल के वाहन से बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजने के लिए परिजनों ने इमरजेंसी में संपर्क साधा। मृतक के पिता छविनग के का कहना है कि इमरजेंसी में कर्मियों ने एंबुलेंस ड्राइवर से बात की तो उसने 10 मिनट में आने की बात बताई। ड्काइवर एक घंटे बाद भी नहीं आया तो परिवारजन दुबारा गये। ड्राइवर नशे में धुत था। इसके बाद परिजन बाइक पर ही शव लेकर पोस्टमार्टम हाउस चले गये।
सोशल मीडिया व वीडीओ हुआ वायरल
तालगांव के देवरिया गांव निवासी छविनग द्वारा बुधवार को अपने बेटे अंकुर की बॉडी बाइक से ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। एसपी आरपी सिंह ने सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह व एसडीएम सदर अमित भट्ट को जांच के लिए भेजा था। जांच के बाद चौकी इंचार्ज शशांक पांडे को लाइन क्लोज कर दिया गया। कांस्टेबल शशिधर मिश्र को सस्पेंड कर दिया। एंबुलेंस ड्राइवर नीलेश को भी सेवा मुक्त कर दिया गया है। जांच में पुष्टि हुई कि एंबुलेंस ड्राइवर शराब के नशे में धुत था।