एक मार्च से कोविड-19 वैक्सीनेशन के दूसरे फेज की होगी शुरुआत,60 साल से अधिक उम्र वालों को लगेगी कोरोना वैक्सीन 

कोविड-19 वैक्सीनेशन के दूसरे फेज की शुरुआत एक मार्च से हो रही है। इसके तहत बुजुर्गों 10 हजार सरकारी चिकित्सा केंद्रों व 20 हजार प्राइवेट चिकित्सा केंद्रों में वैक्सीन दिया जायेगा।

एक मार्च से कोविड-19 वैक्सीनेशन के दूसरे फेज की होगी शुरुआत,60 साल से अधिक उम्र वालों को लगेगी कोरोना वैक्सीन 
  • Union Cabinet का फैसला गवर्नमेंट हॉस्पीटल में होगी फ्री

नई दिल्ली। कोविड-19 वैक्सीनेशन के दूसरे फेज की शुरुआत एक मार्च से हो रही है। इसके तहत बुजुर्गों 10 हजार सरकारी चिकित्सा केंद्रों व 20 हजार प्राइवेट चिकित्सा केंद्रों में वैक्सीन दिया जायेगा। सेंट्रल कैबिनेट की बुधवार को हुई बैठक में लिये गये फैसले के बारे में सूचना एंव प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर व लॉ मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने जानकारी दी। 

10 हजार सरकारी केंद्रों पर और लगभग 20 हजार से ज्यादा निजी अस्पतालों में लगेगा टीका
जावड़ेकर ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में कोविड-19 वैक्सीनेशन के बारे में चर्चा की। वैक्सीनेशन का दूसरा फेज सोमवार, एक मार्च से शुरू किया जायेगा। एक मार्च से 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के 10 करोड़ से ज्यादा लोगों और 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग जिनको कोई दूसरी बीमारी है उनका टीकाकरण किया जायेगा।10 हजार सरकारी केंद्रों पर और लगभग 20 हजार से ज्यादा निजी अस्पतालों में यह टीका लगाया जायेगा जो 10 हजार सरकारी केंद्रों पर जाकर टीका लगवाएंगे उनको मुफ्त टीका लगेगा और जो निजी अस्पताल में लगावाएंगे उनको शुल्क देना होगा। शुल्क कितना होगा इसके बारे में स्वास्थ्य विभाग 2-3 दिन में घोषणा करेगा।

पुडुचेरी विधानसभा भंग

जावड़ेकर ने बताया कि कैबिनेट में पुडुचेरी के मुद्दे पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि पुडुचेरी में सीएम नारायणसामी के इस्तीफे के बाद किसी ने सरकार बनाने का दावा नहीं किया इसलिए एलजी ने आर्टिकल 239 के तहत विधानसभा भंग करने की सिफारिश की आज इसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। अब राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद वहां की विधानसभा भंग होगी।

PLI योजनाओं को मंजूरी
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में अप्रैल 2020 में घोषित मोबाइल फोन व इसके कंपोनेंट के लिए PLI योजनाओं को मंजूरी दी गई। उन्होंने बताया कि इसकी लागत 35,000 करोड़ रुपये है और इससे 22,500 नौकरियां शुरू होंगी। उन्होंने कहा कि लैपटॉप और आईपैड बनाने वाली वर्ल्ड की टॉप पांच कंपनियों को हम भारत में लाना चाहते हैं। इसके साथ हम भारतीय कंपनियों को भी शामिल करेंगे। आने वाले पांच सालों में हमारा लक्ष्य 3,26,000 करोड़ रुपये का उत्पादन करना होगा।रविशंकर ने कहा कि IT हार्डवेयर उत्पादों का योगदान देश में इस वक्त 5-10% है। आने वाले पांच सालों में यह 20-25% होगा और 2 लाख लोगों को नौकरियां मिलेगी। हार्डवेयर का उत्पादन 1 ट्रिलियन डिजिटल अर्थव्यवस्था में भी अच्छा योगदान देगा। 

अब तक एक करोड़ बीस लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गयी
उल्लेखनीय है कि कोरोना टीकाकरण की शुरुआत भारत में 16 जनवरी से हुई थी। तब से अब तक एक करोड़ बीस लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स से शुरुआत हुई थी। इसके बाद दो फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाई जाने लगी। सरकार ने 20 फरवरी तक समय सीमा तय की थी कि सभी हेल्थकेयर वर्कर्स को कोरोना वायरस वैक्सीन का पहला डोज लगा दिया जाए। अफसरों ने बताया कि आठ स्टेट के 75 परसेंट हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीन की पहली डोज दे चुके हैं।
देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के नए मामलों में तेजी देखी गई है। इस वजह से टीकाकरण की गति भी बढ़ाए जाने की चर्चा की जाने लगी है। सेंट्रल गवर्नमेंट अगले चार से छह हफ्तों में वैक्सीनेशन की दर पांच लाख प्रति दिन ले जाने की योजना बना रही है। सरकार देश में 200 जगहों पर रोजाना किए जा रहे टीकाकरण की संख्या को दोगुना तक बढ़ा सकती है।