100 साल पहले चोरी हुई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति कनाडा से आयी भारत, 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर में की जायेगी स्थापित

भारत से 100 साल पहले चोरी कर कनाडा भेजी गई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति वापस आ गयी है। इस मूर्ति को उत्तर प्रदेश में काशी विश्वनाथ मंदिर में 15 नवंबर को स्थापित किया जायेगा। उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट के मिनिस्टर सुरेश राणा और नीलकंठ तिवारी ने आज मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को नई दिल्ली में प्राप्त किया। सेंट्रल मिनिस्टर मीनाक्षी लेखी और जीके रेड्डी ने यूपी गवर्नमेंट को मूर्ति सौंपी।

100 साल पहले चोरी हुई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति कनाडा से आयी भारत, 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर में की जायेगी स्थापित
  • मां अन्नपूर्णा की पुनर्स्थापना यात्रा तेरह नवंबर को लखनऊ पहुंचेगी

नई दिल्ली। भारत से 100 साल पहले चोरी कर कनाडा भेजी गई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति वापस आ गयी है। इस मूर्ति को उत्तर प्रदेश में काशी विश्वनाथ मंदिर में 15 नवंबर को स्थापित किया जायेगा। उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट के मिनिस्टर सुरेश राणा और नीलकंठ तिवारी ने आज मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को नई दिल्ली में प्राप्त किया। सेंट्रल मिनिस्टर मीनाक्षी लेखी और जीके रेड्डी ने यूपी गवर्नमेंट को मूर्ति सौंपी।

13 नवंबर को लखनऊ पहुंचेगी पुनर्स्थापना यात्रा
मौके पर मीनाक्षी लेखी ने कहा कि एक समय था जब भारत की परंपराएं टूटे हुए घड़े के समान रिसरिस कर देश के बाहर जा रही थीं। अब उसे मरम्मत और मजबूत करके वापस संजोने का काम हो रहा है। लेखी ने इस अवसर पर कहा कि एक समय था जब भारत की परंपराएं टूटे हुए घड़े के समान रिसरिस कर देश के बाहर जा रही थी और आज उसको मरम्मत और मजबूत करके वापस संजोने का काम हो रहा है।  मां अन्नपूर्णा की पुनर्स्थापना यात्रा 13 नवंबर को लखनऊ पहुंचेगी। प्रदेश के विभिन्न जिलों से होते हुए यात्रा लखनऊ पहुंचेगी। यात्रा को यादगार बनाने के लिए विभिन्न तरह की तैयारियां की गई हैं। अलग-अलग स्थानों पर बीजेपी कार्यकर्ता व श्रद्धालु फूलों की वर्षा करेंगे। इसके अलावा पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण व आरती करते हुए प्रसाद वितरण भी किया जायेगा। 
मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को 15 नवंबर को वाराणसी में सीएम योगी आदित्यनाथ बाबा दरबार क्षेत्र में आगवानी कर स्थापित करेंगे। यह मूर्ति वाराणसी में बाबतपुर से कचहरी, अंधरापुल, मलदहिया, कमच्छा,भेलूपुर होते हुए दुर्गा मंदिर (दुर्गाकुंड) में रखी जाएगी। यहां से दूसरे दिन लंका और सोनारपुरा, मदनपुरा, गोदौलिया, ज्ञानवापी होते हुए बाबा दरबार में 15 नवंबर को पहुंचेगी। वाराणसी में पंद्रह नवंबर को एकादशी के मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन किया जायेगा।

यूपी गवर्नमेंट ने मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को नई दिल्ली से सड़क मार्ग से वाराणसी लाने का फैसला किया है। इस दौरान जगह-जगह पर शोभा यात्रा निकाली जाएगी। मूर्ति गुरुवार को नई दिल्ली से सड़क मार्ग से गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ तथा हाथरस लाई जाएगी। इस दौरान सभी जगह पर लोगों को इस शोभा यात्रा का सहभागी भी बनाया जाएगा। इसके बाद शुक्रवार को शोभा यात्रा का पड़ाव एटा, मैनपुरी, कन्नौज तथा कानपुर नगर में रहेगा। कानपुर नगर के बाद मां अन्नपूर्णा की मूर्ति शनिवार को सड़क मार्ग से कानपुर से रवाना होकर उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी तथा आयोध्या पहुंचेगी। अयोध्या में रात्रि प्रवास के बाद मूर्ति की शोभा यात्रा रविवार को सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर होकर वाराणसी पहुंचेगी। वाराणसी में 15 को मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 नवंबर को इस मूर्ति को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित करेंगे। मां अन्नपूर्णा की मूर्ति 1903 में चोरी हो गई थी। इसे कुछ दिन पहले कनाडा से भारत लाया गया है।

ऐसे मिली मूर्ति वापस

यह मूर्ति 18वीं शताब्दी की है। माना जा रहा है कि इसे 1913 में काशी के घाट से चुराकर कनाडा भेज दिया गया था। वहां पर यह मैकेंजी आर्ट गैलरी में रेजिना यूनिवर्सिटी के संग्रह का हिस्सा थी। इस मूर्ति की वसीयत 1936 में नार्मन मैकेंजी ने करवाई थी। मूर्ति को गैलरी के संग्रह से जोड़ा गया था। यह मामला उस वक्त सामने आया जब इस साल गैलरी में एक एग्जीबिशन की तैयारी चल रही थी। इस दौरान एक कलाकार दिव्या मेहरा की नजर इस मूर्ति पर पड़ी। उन्होंने इस मुद्दे को उठाया। इसके बाद सरकार ने अपनी तरफ से मूर्ति की वापसी के प्रयास शुरु किए।