सिवान : गर्ल्स हास्टल के बाथरूम में मिले दो हिडेन कैमरे, ब्लैकमेल कर गंदी बात करने का प्रेशर  

बिहार के सिवान जिले के महाराज अनुमंडल मुख्यालय स्थित पारा मेडिकल कालेज की गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं  ने छात्रों की अशोभनीय हरकतों के खिलाफ सोमवार को कालेज कैंपस में जमकर हंगामा किया। सूचना पर सिविल सर्जन डा. यदुवंश शर्मा ने अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डा. एसएस कुमार और डा. सौरभ कुमार को जांच के लिए मौके पर भेजा। दोनों अफसरों ने जांच की तो महिला छात्रावास के दो बाथरूम के गीजर में दो गुप्त (हिडेन) कैमरे लगे मिला। 

सिवान : गर्ल्स हास्टल के बाथरूम में मिले दो हिडेन कैमरे,  ब्लैकमेल कर गंदी बात करने का प्रेशर  
पटना। बिहार के सिवान जिले के महाराज अनुमंडल मुख्यालय स्थित पारा मेडिकल कालेज की गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं  ने छात्रों की अशोभनीय हरकतों के खिलाफ सोमवार को कालेज कैंपस में जमकर हंगामा किया। सूचना पर सिविल सर्जन डा. यदुवंश शर्मा ने अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डा. एसएस कुमार और डा. सौरभ कुमार को जांच के लिए मौके पर भेजा। दोनों अफसरों ने जांच की तो महिला छात्रावास के दो बाथरूम के गीजर में दो गुप्त (हिडेन) कैमरे लगे मिला। 
उपाधीक्षक डा. एसएस कुमार ने बताया कि पारा मेडिकल कालेज के प्राचार्य 15 अगस्त को ध्वजारोहण करने के बाद आज तक कालेज नहीं आए हैं। रिपोर्ट सिविल सर्जन को दी जायेगी। आक्रोशित छात्राओं का कहना था कि कालेज परिसर शरारती तत्वों का अड्डा बन गया है। कालेज में शैक्षणिक माहौल चौपट हो गया है। फार्मेसी कालेज के छात्र जीएनएम कालेज की छात्राओं पर फब्तियां कसते हैं। पुरुष हास्टल में अश्लील गीत बजाये जाते हैं। हिडेन कैमरा से लिया गया वीडियो वायरल करने की धमकी दी जाती है। मोबाइल फोन पर वीडियो भेज कर गलत चैट करने को कहा जाता है। इस मामले में कुछ छात्राओं समेत सात छात्रों की संलिप्तता है। शिकायत के बावजूद वार्डन व शिक्षक मूकदर्शक बने हैं। इस संबंध में जीएनएम की छात्राओं ने सिविल सर्जन को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है।
 कुछ छात्राएं खराब कर रहीं माहौल
 जीएनएम कालेज की प्रिंसिपल मीना सिंह ने बताया कि फार्मेसी कालेज के कुछ छात्र-छात्राएं पारा मेडिकल कालेज का शैक्षणिक माहौल खराब कर रही हैं। कुछ छात्राओं का पुरुष हास्टल में आना-जाना लगा रहता है। मना करने पर वे मारपीट पर उतारू हो जाती हैं। इसको लेकर फार्मेसी कालेज के प्राचार्य अभिषेक सिंह से कई बार बात की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।