सहिबगंज: वाइफ ही निकली धनजय मिश्रा के मर्डर की साजिशकर्ता, पुलिस ने प्रेमी के साथ भेजा जेल

झारखंड सीएम सह बरहेट एमएलए हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के चचेरे भाई धनंजय मिश्रा उर्फ छोटू मिश्रा की मर्डर के कारणों का खुलासा हो गया है। धनजय की पत्नी दीपिका मिश्रा ने साजिश रचकर मर्डर करायी थी। पुलिस ने दीपीका व जेसीबी ड्राइवर  मसकलैया निवासी कुलेस रजक को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। 

सहिबगंज: वाइफ ही निकली धनजय मिश्रा के मर्डर की साजिशकर्ता, पुलिस ने प्रेमी के साथ भेजा जेल

साहिबगंज। झारखंड सीएम सह बरहेट एमएलए हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के चचेरे भाई धनंजय मिश्रा उर्फ छोटू मिश्रा की मर्डर के कारणों का खुलासा हो गया है। धनजय की पत्नी दीपिका मिश्रा ने साजिश रचकर मर्डर करायी थी। पुलिस ने दीपीका व जेसीबी ड्राइवर  मसकलैया निवासी कुलेस रजक को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। 
पुलिस जांच में अब तक मिले एवीडेंस के अनुसार अवैध संबंध में ही धनंजय मिश्रा की मर्डर की गई है। वैसे पुलिस ने मामले को अभी तक क्लोज नहीं किया है। अन्य पहलुओं पर भी जांच की जा रही है। पुलिस नामजद आरोपित आदित्य यादव, अंतेश यादव व छोटू चौधरी की अरेस्टिंग में जुटी हुई है। तीनों के पकड़े जाने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा। धनंजय मिश्रा मर्डर केस की एफआइआर मिर्जाचौकी पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। मिर्जाचौकी थाना प्रभारी अशोक कुमार खुद इस केस के आईओं हैं। धनंजय मिश्रा की बॉडी शनिवार की रात जिरवाबाड़ी ओपी एरिया के महादेवगंज से बरामद किया गया था। मारपीट के बाद गोली मारकर उसकी मर्डर कर बॉडी को जमीन में गाड़ दिया गया था। कुलेस रजक की निशानदेही पर पुलिस ने बॉडी बरामद किया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए दुमका डीआइजी सुदर्शन प्रसाद मंडल घटनास्थल पहुंचकर मामले की जांच की थी। धनंजय मिश्रा उर्फ छोटू मिश्रा की मर्डर मामले में मृतक की मां उमा देवी ने मिर्जाचौकी पुलिस स्टेशन में बेटे के अपहरण कर मर्डर करने का मामला दर्ज करायी थी। । पुलिस को उमा देवी ने बताया कि उसका बेटा धनंजय मिश्रा प्रतिदिन अपनी स्कूटी से कबूतरखोपी निवासी अपने मित्र छोटू चौधरी के साथ मिर्जाचौकी की जमीन पर बाउंड्री कराने के लिए जाया करता था। जहां से प्रतिदिन काम कराकर शाम चार बजे तक घर लौट आता था। बीते चार मार्च की सुबह भी वह घर से मिर्जाचौकी स्थित जमीन पर काम कराने की बात कहकर निकला था। वहां काम कराने के बाद धनंजय कबूतरखोपी के छोटू चौधरी सहित अन्य दो लोगों के साथ घर को निकला था।  देर रात तक धनंजय के घर नहीं पहुंचने पर आसपास के लोगों से उसके बारे पूछताछ की गई।

लापता होने के बाद धनंजय के दोस्त आदित्य यादव, अंकित यादव, छोटू चौधरी के घर जाकर भी धनंजय के बारे पता लगाया गया लेकिन कहीं कोई जानकारी नहीं मिली। इसके बाद पांच मार्च की शाम मिर्जाचौकी पुलिस स्टेशन में बहू दीपिका ने अपने पति धनंजय मिश्रा के लापता होने का आवेदन थाने को दिया। बावजूद उसके बेटा कहीं कोई पता नहीं चल पाया। इस संबंध में पूछताछ  के बाद भी बहू हमें कुछ जवाब नहीं देती बल्कि चोरी छुपे फोन से कहीं बात करती रहती थी। इसके बाद मेरा शक गहराता गया कि उसके बेटे को आदित्य यादव, अंकित यादव, छोटू चौधरी सहित अन्य ने मर्डर की नियत से अपहरण कर मर्डर कर दी है।