राजस्थान: जयपुर में ताई का मर्डर किया, मार्बल कटर से बॉडी के किए कई टुकड़े, अलग-अलग जगहों पर फेंका

राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक इंजीनियर ने अपनी ताई की सिर फोड़कर मर्डर कर दी। मार्बल कटर से बॉडी के आठ टुकड़े कर ट्राली बैग में भर कर इन्हे दिल्ली-सीकर एनएच पर तीन अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया।

राजस्थान: जयपुर में ताई का मर्डर किया, मार्बल कटर से बॉडी के किए कई टुकड़े, अलग-अलग जगहों पर फेंका
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक इंजीनियर ने अपनी ताई की सिर फोड़कर मर्डर कर दी। मार्बल कटर से बॉडी के आठ टुकड़े कर ट्राली बैग में भर कर इन्हे दिल्ली-सीकर एनएच पर तीन अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया।
आरोपी ने जयपुर टाउन के विधाधर नगर स्थित सेक्टर दो में 11 दिसंबर को वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपित इंजीनियर अनुज शर्मा उर्फ अचित्य गोविंद दास (33) को अरेस्ट कर लिया। पुलिस पूछताछ में उसने ताई सरोज देवी(62) की मर्डर करने की बात स्वीकार की है। वह अपने ताई सरोज द्वारा एक धार्मिक कार्यक्रम में जाने से रोके जाने से नाराज था। इस कारण तैश में आकर उसने सरोज की मर्डर कर दी।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
सरोज देवी रसोई में खाना बना रही थी। इस दौरान पीछे से अनुज आया और उसने लोहे के हथौड़े से सरोज के सिर पर वार कर किया। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपित ने बॉडी को रसोई से घसीट कर कमरे में बने शौचालय में छिपा दिया। उसके बाद बाजार जाकर मार्बल कटर लिया,जिससे उसने सरोज की बॉडी को आठ टुकड़ों में काट कर ट्राली बैग में भर लिया। इसके बाद मौका देखकर उसने आठों टुकड़े दिल्ली-सीकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिए।
आरोपी अनुज ने 12 दिसंबर को सरोज की बड़ी बेटी पूजा को मोबाइल पर फोन कर बताया कि ताई एक दिन पहले गाय को रोटी देने के लिए घर से बाहर गई थी, तब से वापस नहीं आई है। विधाधर नगर पुलिस स्टेशन पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी है। पूजा और उसकी छोटी बहन मोनिका का ससुराल बीकानेर में हैं। दोनों बहनें 13 दिसंबर को जयपुर पहुंच गई। दोनों बहनों ने 16 दिसंबर को अपनी मां की मर्डर के मामले में अपने चचेरे भाई अनुज शर्मा पर संदेह  जताया था। जांच के बाद पुलिस ने अनुज को अरेस्ट कर लिया है। सरोज का बेटा अमित विदेश में रहता है। पूजा और मोनिका ने बताया कि उनके पिता की मौत,1995 में हो गई थी। उसके बाद से सरोज विद्याधर नगर में चाचा बद्री प्रसाद शर्मा के पास रहती थीं।
ताई ने कीर्तन में जाने से रोका था
पुलिस पूछताछ में अनुज ने बताया कि 11 दिसंबर को सुबह साढ़े आठ मर्डर की गई। अनुज 'हरे कृष्णा' संस्थान से जुड़ा है। वह कीर्तन में दिल्ली जाना चाहता था। सरोज ने उसे जाने से रोका तो तैश में आकर अनुज रसोई में खाना बनाते समय उसकी लोहे के हथौड़े से मर्डर कर दी। उसने बॉडी चाकू से काटने की कोशिश की।लेकिन शव कटा नहीं । इस पर शव को शौचालय में रखकर बाजार से मार्बल कटर लिया। मार्बल कटर से उसने बॉडी के आठ टुकड़े कर ट्राली बैग में भरकर अलग-अलग जगह फेंक दिए। उसने बॉडी पर मिट्टी डाल दी।
पुलिस उपायुक्त परीस देशमुख ने बताया कि अनुज ने जब सरोज की हत्या की तो उसके पिता बद्री प्रसाद और बहन शिवी इंदौर गए हुए थे। शिवी अविवाहित है। मर्डर करने के बाद अनुज हरिद्वार चला गया था। इससे पहले उसने दीवार पर लगे खून के धब्बे कपड़े से साफ किए। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या करना स्वीकार किया। देशमुख ने बताया कि सरोज देवी कैंसर पीड़ित थीं।