तेजस्वी-तेजप्रताप में सुलह कराने राबड़ी पहुंचीं पटना, खड़ी रहीं घर के बाहर पर बड़े बेटे ने नहीं की मुलाकात

लालू फैमिली में तेजस्वी व तेज प्रताप में वर्चस्व की लड़ाई के बीच राबड़ी देवी रविवार शाम दिल्ली से अचानक पटना पहुंची। वह एमएलसी सुनील सिंह के साथ सीधे तेजप्रताप के आवास पहुंची। राबड़ी देवी की मुलाकात तेजप्रताप से नहीं हो पाई। 

तेजस्वी-तेजप्रताप में सुलह कराने राबड़ी पहुंचीं पटना, खड़ी रहीं घर के बाहर पर बड़े बेटे ने नहीं की मुलाकात

पटना। लालू फैमिली में तेजस्वी व तेज प्रताप में वर्चस्व की लड़ाई के बीच राबड़ी देवी रविवार शाम दिल्ली से अचानक पटना पहुंची। वह एमएलसी सुनील सिंह के साथ सीधे तेजप्रताप के आवास पहुंची। राबड़ी देवी की मुलाकात तेजप्रताप से नहीं हो पाई। 

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बताया जाता है कि तेजप्रताप को पहले ही पता चल गया था कि राबड़ी उनके सरकारी आवास पर आने वाली हैं।इसलिए वह अपने आवास से बाहर चले गये। दोनों की मुलाकात नहीं हो पाई है। राबड़ी बहुत देर तक इंतजार करती रहीं। फिर अपने आवास लौट गईं। राबड़ी ने काफी देर तक तेजप्रताप से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।

बीजेपी व जेडीयू में है लड़ाई : राबड़ी 
दिल्ली से लगभग छह महीने के बाद पटना लौटी राबड़ी देवी ने एयरपोर् पर मीडिया से बातचीत में अपनी फैमिली में लड़ाई से इन्कार किया है। राबड़ी ने कहा कि मेरे घर में कोई झगड़ा नहीं है। बीजेपी व जेडीयू में लड़ाई चल रही है। दोनों सीटों परआरजेडी कैंडिडेट की जीत होगी। राबड़ी देवी ने लालू प्रसाद यादव को लेकर कहा कि उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है। वह जल्द ही पटना आयेंगे। लालू प्रसाद यादव के 20 अक्टूबर को पटना आने की बात कही जा रही है।
सूचना है कि राबड़ी इंतजार करती रही लेकिन तेज प्रताप नहीं आये। राबड़ी वहां अपने आवास लौट गयी। मां के निकलने के थोड़ी देर बाद ही तेजप्रताप यादव अपने आवास पर पहुंचे। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पटना के राजनीतिक गलियारे में कयासों का बाजार गरम है।

RJD कार्यकर्ताओं से मुलाकात में जुटी रहीं राबड़ी देवी
तेज प्रताप यादव के आवास से अपने सरकारी बंगले पर आने के साथ ही राबड़ी देवी आगामी उपचुनाव की तैयारियों को लेकर आरजेडी कार्यकर्ताओं से मुलाकात में जुट गईं। दिल्ली से यात्रा करके लौटने के बाद भी राबड़ी देवी देर शाम तक पार्टी के करीबी नेताओं से बातचीत में जुटी रहीं। राबड़ी देवी का तेज प्रताप यादव से मुलाकात ना होना और अपने आवास पर आते ही उपचुनाव की तैयारियों में जुट जाने की घटना भी कई सवालों को हवा दे रहा है। उललेखनीय कि तेजस्वी यादव पटना में ज्यादातर मां राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर ही रहते हैं।

लालू यादव ने जनशक्ति यात्रा रुकवाने के लिए राबड़ी को पटना भेजा?
तेज प्रताप यादव सोमवार को जयप्रकाश नारायण की जयंती पर पटना के गांधी मैदान से कदम कुआं स्थित जेपी आवास पर जनशक्ति यात्रा निकालने वाले हैं। सोर्सेज का कहना है कि परिवार और पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आनन-फानन में राबड़ी देवी को दिल्ली से पटना भेजा है ताकि वह तेज प्रताप यादव को जनशक्ति यात्रा निकालने से रोक सकें। मां राबड़ी देवी से तेज प्रताप यादव के कन्नी काटने से जनशक्ति यात्रा टलना फिलहाल असंभव लग रहा है।लालू यादव और राबड़ी देवी समेत परिवार के सभी लोगों को अंदेशा है कि तेज प्रताप यादव जनशक्ति यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव समेत पार्टी के कई नेताओं पर खुलकर हमला कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में दो सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में आरजेडी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में गलत मैसेज जा सकता है। इसलिए लालू प्रसाद यादव चाहते हैं कि किसी भी सूरत में तेज प्रताप यादव सार्वजनिक रूप से अपने छोटे भाई को लेकर किसी किस्म का बयान ना दें। वे चाहते हैं कि परिवार के अंदर बातचीत से किसी भी विवाद को सुलझाया लिया जाए।

विवाद के बीच रैली में रिलॉन्च नहीं होना चाहते हैं लालू!
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जेल से बाहर आने के बाद राजनीतिक रैलियों में रिलॉन्च होने की तैयारी में हैं। उपचुनाव के लिए आरजेडी की ओर से जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में लालू यादव का नाम सबसे ऊपर रखा गया है। परिवार के लोगों का मानना है कि अगर उपचुनाव में तेज प्रताप यादव आरजेडी कैंडिडेट यों और तेजस्वी यादव के खिलाफ बयानबाजी करते हैं तो यह लालू प्रसाद यादव की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है। लालू नहीं चाहते हैं कि वह उपचुनाव की रैलियों में तेज प्रताप यादव के विरोध के बीच भाषण करें। इसलिए उन्होंने राबड़ी देवी को पटना भेजकर किसी भी सूरत में दोनों भाइयों के विवाद को सुलझाने को कहा है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की नजर में मां के रूप में राबड़ी देवी एक बेहतर मध्यस्थ हो सकती हैं। लालू प्रसाद 20 से 22 अक्तूबर के बीच उप चुनाव में प्रचार के लिए पटना आ सकते हैं. चूंकि तेज प्रताप , अपनी मां राबड़ी देवी को विशेष लगाव रखते हैं। इसलिए वे प्रभावी भूमिका में हैं।
माना जा रहा है कि इस बार तेज प्रताप यादव के तेजस्वी यादव के खिलाफ

राबड़ी देवी की बात मानते रहे हैं तेज प्रताप यादव
लालू प्रसाद यादव की फैमिली के करीबी लोगों का कहना है कि तेज प्रताप यादव परिवार में सबसे ज्यादा मां राबड़ी देवी की ही बातें मानते हैं। वाइफ एश्वर्या के साथ दूरियों पैदा होने पर भी मां राबड़ी देवी हमेशा तेज प्रताप यादव के साथ खड़ी रही थीं। कई मौकों पर परिवार में राबड़ी देवी तेज प्रताप यादव की इच्छाएं पूरी करती रही हैं। बयानबाजी और लालू प्रसाद यादव के दिल्ली में कैद करके रखने वाले बयान से राबड़ी आहत हैं। राबड़ी देवी भली-भांति समझती हैं कि दोनों भाइयों के विवाद से सबसे ज्यादा परिवार और पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव की छवि को नुकसान हो रहा है। इसलिए राबड़ी देवी इस बार तेज प्रताप यादव की राजनीतिक डिमांड पूरी करने के बजाय उन्हें समझा-बुझाकर सारा विवाद सुलझाने के लिए पटना आई हैं। हालांकि राबड़ी देवी के पटना आगमन पर तेज प्रताप यादव ने जो रवैया दिखाया है उसे स्पष्ट है कि इस राजनीतिक परिवार का विवाद फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है।