हरियाणा : DGP पद से हटाए गए शत्रुजीत कपूर, ओपी सिंह बने कार्यवाहक डीजीपी
हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए डीजीपी शत्रुजीत कपूर को पद से हटा दिया है। वाई पूरन कुमार आत्महत्या केस के बाद ओपी सिंह को कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
चंडीगढ़। हरियाणा में पुलिस प्रशासन से जुड़ा एक बड़ा फैसला सामने आया है। राज्य सरकार ने पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर को उनके पद से हटा दिया है। आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार आत्महत्या केस में नाम आने के बाद वे दो महीने के अवकाश पर थे। अवकाश अवधि पूरी होने से पहले ही सरकार ने उन्हें डीजीपी पद से रिलीव कर दिया।
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सरकारी आदेश के अनुसार, डीजीपी रैंक के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह को अगले आदेश तक कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया है। ओपी सिंह इससे पहले हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के महानिदेशक और एफएसएल मधुबन के निदेशक के रूप में सेवाएं दे रहे थे।
शत्रुजीत कपूर को क्यों हटाया गया?
आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या से जुड़े मामले में शत्रुजीत कपूर का नाम सामने आने के बाद सरकार पर लगातार दबाव बढ़ रहा था। इस केस में कई वरिष्ठ अधिकारी जांच के दायरे में हैं। कपूर अवकाश के बाद दोबारा डीजीपी पद संभालने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए उन्हें पद से हटा दिया। अब शत्रुजीत कपूर को हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन (आवास निगम) के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
ओपी सिंह बने कार्यवाहक DGP
राज्य सरकार के ताजा आदेश में 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है। हालांकि, उनका कार्यकाल लंबा नहीं होगा क्योंकि वे 31 दिसंबर 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं और उन्हें सेवा विस्तार नहीं मिल पाया है।
रिटायरमेंट और आगे की प्रक्रिया
शत्रुजीत कपूर: रिटायरमेंट – 31 अक्टूबर 2026
ओपी सिंह: रिटायरमेंट – 31 दिसंबर 2025
सरकार अब हरियाणा के स्थायी पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति के लिए यूपीएससी को नया पैनल भेजने की तैयारी में है।
नये DGP के लिए संभावित नाम
सरकार द्वारा भेजे जाने वाले पैनल में ये नाम शामिल हो सकते हैं:
शत्रुजीत कपूर (1990 बैच)
संजीव कुमार जैन (1991 बैच)
अजय सिंघल (1992 बैच)
आलोक कुमार मित्तल (1993 बैच)
अरशिंद्र सिंह चावला (1993 बैच)
वाई पूरन कुमार सुसाइड केस
इस हाई-प्रोफाइल मामले में अब तक 15 रिटायर्ड और मौजूदा IAS-IPS अधिकारी नामजद हैं। चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है और कई अधिकारियों से पूछताछ भी हो चुकी है। इस पूरे घटनाक्रम में सबसे ज्यादा असर शत्रुजीत कपूर के करियर पर पड़ा है।






