झारखंड के चीफ सेकरेटरी व डीजीपी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस, MP निशिकांत दुबे का बड़ा खुलासा

झारखंड के चीफ सेकरेटरी और डीजीपी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी। गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने दी जानकारी। पूरी खबर पढ़ें Threesocieties.com पर।

झारखंड के चीफ सेकरेटरी व डीजीपी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस,  MP निशिकांत दुबे का बड़ा खुलासा
निशिकांत दुबे व मनोज तिवारी । (फाइल फोटो)
  • लोकसभा अध्यक्ष ने चीफ सेरटेरी, डीजीपी, देवघर के डीसी व एसपी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा 
  • होम मिनिस्टरी से मांगी रिपोर्ट 

रांची। बीजेपी के गोड्डा एमपी डॉ. निशिकांत दुबे और दिल्ली के एमपी मनोज तिवारी पर देवघर के बाबा मंदिर पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एफआइआर दर्ज होने के बाद, सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर इसे विशेषाधिकार हनन का मामला बताया था। निशिकांत दुबे ने बताया कि मामले में चीफ सेकरटेरी, डीजीपी, देवघर के डीसी व एसपी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा गया है।
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प्रोटोकॉल उल्लंघन और असंवैधानिक कार्य का आरोप
लोकसभा अध्यक्ष ने सोमवार को सदन में कहा कि यह मामला उनके विचाराधीन आ गया है। उन्होंने पूरे मामले की रिपोर्ट गृह मंत्रालय से भी मांगी है। एमपी निशिकांत दूबे ने इस पूरे मामले को घोर असंवैधानिक कार्य बताते हुए विशेषाधिकार हनन का मामला बताया था। उन्होंने प्रोटोकॉल मानदंडों का भी उल्लंघन बताया था। एमपी निशिकांत ने लोकसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया था कि झारखंड सरकार चीफ सेकरटेरी, डीजीपी, देवघर के डीसी व एसपी को के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। एमपी ने यह भी अनुरोध किया था कि इस बात की जांच का आदेश दिया जाए कि हेमंत सोरेन के सीएम बनने के बाद से उनके विरुद्ध कितनी एफआइआर दर्ज की गयी है।
मंदिर में इंट्री को लेकर दर्ज हुई है एफआइआर
पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पूर्व महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर के बयान पर शुक्रवार को गोड्डा एमपी डॉ. निशिकांत दुबे और दिल्ली के एमपी मनोज तिवारी एवं अन्य पर निकास द्वार से मंदिर में प्रवेश करने का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज की गयी थी। एमपी डॉ. निशिकांत दुबे शनिवार को देवघर आये और बाबा मंदिर पुलिस स्टेशन पहुंचकर गिरफ्तार करने का आग्रह किया। लेकिन कानूनी प्रावधानों में तकनीकी कारणों से उनकी गिरफ्तारी करने से इनकार कर दिया गया।
यह है मामला
झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में कथित रूप से जबरन प्रवेश करने के आरोप में बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी सहित अन्य के खिलाफ एक FIR दर्ज करायी गयी है। पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पूर्व महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर की कंपलेन पर बाबा मंदिर पुलिस स्टेशन में सात अगस्त को एफआईआर दर्ज की गयी है।  पंडा धर्मरक्षिणी सभा के कार्तिकनाथ ठाकुर ने पुलिस को दिये गये कंपलेन में कहा है कि श्रावणी मेले के दौरान मंदिर में वीवीआईपी दर्शन और गर्भगृह में प्रवेश पर रोक थी। इसके बावजूद दो अगस्त को मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे, उनके पुत्र कनिष्ककांत दुबे, दोनों एमपी के पीए और देवघर के कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने सभी प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए जबरन गर्भगृह में प्रवेश किया।
पुलिस कंपलेन में है आरोप, एमपी के कारण अफरातफरी मच गयी
पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पूर्व महामंत्री ने कंपलेन में आरोप लगाया है कि निकास द्वार पर तैनात पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की गयी, जिससे मंदिर कैंपस में भगदड़ जैसी अफरातफरी मच गयी। श्रद्धालुओं के साथ कोई भी अप्रिय घटना घट सकती थी। सांसदों द्वारा जबरन प्रवेश कर पूजा करने से पूजा बाधित हुई और व्यवधान भी हुआ। कार्तिकनाथ ठाकुर ने कंपलेन में बताया है कि दो अगस्त की  रात लगभग 8:45 बजे से नौ बजे के बीच सायंकालीन कांचा जल पूजा के दौरान यह घटना हुई है। पुरोहितों ने एमपी और उनके साथियों को गर्भगृह में प्रवेश से मना किया
पुलिस कंपलेन में कहा गया है कि पुरोहितों ने एमपी और उनके साथियों को गर्भगृह में प्रवेश से मना किया, लेकिन स्थानीय व्यक्ति अभयानंद झा ने मनोज तिवारी और उनके सचिव को जबरन अंदर पहुंचा दिया। मंदिर कैंपस में मौजूद हजारों श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी फैल गयी। पंडा धर्मरक्षिणी महासभा के पूर्व महासचिव ने निशिकांत दुबे पर मंदिर में अराजकता फैलाने का भी आरोप लगाया है। बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में पूजा के दौरान नियमों और व्यवस्थाओं को लेकर विवाद हुआ था। इस मामले में सांसद निशिकांत दूबे पर कथित रूप से नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगा था, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया है।