नई दिल्ली: टैक्सी सवार दो दहशतगर्दों ने इजरायली दूतावास के पास रखा था बम, जैश-उल-हिंद संगठन ने ली विस्फोट की जिम्मेदारी

आइबी व स्पेशल सेल को दिल्ली लुटियंस जोन इलाके में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित इजरायली दूतावास के पास बम विस्फोट मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिला है। टैक्सी सवार दो दहशतगर्दों ने घटना से चंद मिनट पहले दूतावास के पास बंगले के सामने बने फुटपाथ की झाडिय़ों में गुलाबी रंग के दुपट्टे में लपेटकर बम रखा था।

नई दिल्ली: टैक्सी सवार दो दहशतगर्दों ने इजरायली दूतावास के पास रखा था बम, जैश-उल-हिंद संगठन ने ली विस्फोट की जिम्मेदारी
  • दिल्ली पुलिस मोबाइल नंबरों के जरिये दोनों दहशतगर्दों की पहचान करने की कोशिश में
  • विभिन्न टेलीकाम कंपनियों के 45000 मोबाइल नंबरों का डंप डाटा पुलिस ने उठाया 

नई दिल्ली। आइबी व स्पेशल सेल को दिल्ली लुटियंस जोन इलाके में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित इजरायली दूतावास के पास बम विस्फोट मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिला है। टैक्सी सवार दो दहशतगर्दों ने घटना से चंद मिनट पहले दूतावास के पास बंगले के सामने बने फुटपाथ की झाडिय़ों में गुलाबी रंग के दुपट्टे में लपेटकर बम रखा था। हालांकि, इसकी अभी ऑफिसियल पुष्टि नहीं की गई है। 
वहीं जैश-उल-हिंद नाम के संगठन ने इंटरनेट मीडिया के जरिये विस्फोट की जिम्मेदारी ली है। 
विस्फोट मामले को सुलझाने के लिए आइबी व स्पेशल सेल की तीनों यूनिटों ने जांच तेज कर दी है। आइबी व स्पेशल सेल वर्ल्ड की सबसे मजबूत इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद से भी मदद ले रही है।पुलिस ने शनिवार को ऐप आधारित छह टैक्सी कंपनियों को पत्र लिखकर जानकारी मुहैया कराने को कहा है कि शुक्रवार को उनकी किन-किन टैक्सियों की बुकिंग नई दिल्ली जिले में दूतावास के आसपास जाने के लिए हुई थी। घटना से कुछ देर पहले जिन नंबरों की टैक्सी एपीजे अब्दुल कलाम रोड से गुजरी थीं। उनके ड्राइवर के बारे में टैक्सी कंपनियों को जानकारी देने के लिए कहा गया है। 

सीसीटीवी फुटेज में टैक्सी सवार दो युवकों की फोटो मिली
एनएसजी की टीम ने भी शनिवार को घटनास्थल का मुआयना किया। सेल व क्राइम ब्रांच की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। आसपास के बंगलों के अलावा कनाडा, ब्राजील व इजरायल के दूतावास के आसपास के सीसीटीवी फुटेज में टैक्सी सवार दो युवकों की फोटो मिली हैं। घटना से कुछ देर पहले दोनों वहां आये थे, उनमें एक ने टैक्सी से उतर कर झाडिय़ों में गुलाबी रंग के दुपटटे में बम रख दिया था। फोटोज साफ नहीं है। टेक्नीकल स्पेशलिस्ट से  पहचान करने की कोशिश की जा रही है। बम एक कीप के आकार के गत्ते के बने स्ट्रक्चर में था। इसमें बाल बेयरिंग, लोहे की कील व कांच के टुकड़े आदि थे। पुलिस को मौके पर एक लिफाफा भी मिला जिस पर केवल इजरायल के राजदूत का नाम लिखा था। दूतावास के समीप शुक्रवार की शाम पांच बजे बम के फटने से सड़क पर खड़ी तीन कारों के शीशे टूट गये थे।

45 हजार मोबाइल नंबरों की  जांच

दिल्ली पुलिस मोबाइल नंबरों से दोनों दहशतगर्दों की पहचान करने की कोशिश कर रही हैं। पुलिस ने इसके लिए विभिन्न टेलीकाम कंपनियों के 45000 मोबाइल नंबरों का डंप डाटा उठाया है। यह सभी नंबर घटना के समय इजरायली दूतावास के आसपास एक्टिव थे। इनकी जांच कर पुलिस संदिग्ध नंबरों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।

ईरान से आने वालों की भी रिकार्ड की जांच
दिल्ली पुलिस को मिली चिट्ठी से धमाके के तार ईरान से भी जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में दिल्ली पुलिस ने विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) को भी पत्र लिखकर कहा है कि हाल के दिनों में ईरान से कितने लोग भारत आये हैं। उनके बारे में जानकारी दें, ताकि उनसे भी पूछताछ की जा सके। होटलों में ठहरने वाले संदिग्धों की भी कुंडली खंगाली जा रही है। 
अधजले लाल कपड़े का कनेक्शन

दिल्ली में इजरायली दूतावास के बाहर बम विस्फोट किसने और क्यों किया? इसके खुलासा के लिए कई एजेंसिया लगी है। शुरुआती जांच ऐसे संकेत जरूर मिल रहे हैं जो 2012 में इजरायली दूतावास की कार पर हुए हमले की तरह एक बार फिर ईरान की ओर इशारा कर रहे हैं। घटनास्थल पर मिले एक लेटर में इस छोटे धमाके को ट्रेलर बताया गया है।मौके से एक अधजला लाल कपड़ा सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं कि क्या इसका धमाके से कोई लिंक है? क्या यह उन लोगों से जुड़ा हुआ है जिन्होंने विस्फोटक को दूतावास के बाहर रखा। फिलहाल पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध दिखे हैं, जिनकी जांच की जा रही है।दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल राजधानी दिल्ली में रहने वाले ईरान के कुछ नागरिकों से पूछताछ कर रही है। इनमें कुछ ऐसे विदेशी भी शामिल हैं जिनकी वीजा अवधि खत्म हो चुकी है।

सोर्सेज का कहना  है कि विस्फोट स्थल पर इजराइली दूतावास का पता लिखा एक लिफाफा और लेटर भी मिला है। इसमें ईरान के एक सैन्य जनरल और परमाणु वैज्ञानिक की हत्या का उल्लेख है। यह भी कहा गया है कि यह विस्फोट केवल एक ट्रेलर है। फरवरी 2012 में दिल्ली में इजराइली दूतावास के एक राजनयिक की कार पर हमला हुआ था जब एक बाइक सवार ने ट्रैफिक सिग्नल पर कार में विस्फोटक लगा दिया था। कुछ ही सेकेंड बाद कार में विस्फोट हुआ और राजयनिक तथा तीन अन्य लोग घायल हो गए थे।