महाराष्ट्र:अमरावती केमिस्ट मर्डर केस का मास्टरमाइंड इरफान समेत सात अरेस्ट, एन NIA ने दर्ज किया FIR

महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश प्रह्लादराव कोल्हे मर्डर केस का मास्टरमाइंड इरफान शेख रहीम को पुलिस ने शनिवार रात अरेस्ट कर लिया है। उमेश कोल्हे ही मर्डर के सात आरोपियों को पुलिस अब तक अरेस्ट कर चुकी है। 

महाराष्ट्र:अमरावती केमिस्ट मर्डर केस का मास्टरमाइंड इरफान समेत सात अरेस्ट, एन NIA ने दर्ज किया FIR
  • आरोपियों ने स्वीकार किया-नूपुर का समर्थन करने के कारण ली उमेश प्रह्लादराव कोल्हे की जान

मुंबई। महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश प्रह्लादराव कोल्हे मर्डर केस का मास्टरमाइंड इरफान शेख रहीम को पुलिस ने शनिवार रात अरेस्ट कर लिया है। उमेश कोल्हे ही मर्डर के सात आरोपियों को पुलिस अब तक अरेस्ट कर चुकी है। 

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उमेश मर्डर मामले में अभी तक गिरफ्तार सात अभियुक्तों में इरफान शेख रहीम, मुदस्सिर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान, आतिब राशिद  और डॉ. युसुफ बहादुर खान इरफा न एवं वेटरेनरे री डा क्टर यूसुफ खानशामिल हैं। केमिस्ट उमेश प्रह्लादराव कोल्हे (54) की हत्या 21 जून को कर दी गयी थी। उनकी मर्डर को लेकर आशंका जताई गई है कि यह सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के पक्ष में पोस्ट करने के चलते हुई है। सेंट्रल गवर्नमेंट ने  इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी है। एनआइए ने एनआईए ने आरोपियों के खिलाफ UAPA के तहत केस दर्ज कर लिया है। 
उदयपुर और अमरावती दोनों बर्बर मर्डर के तार खोजने की कोशिश
एनआईए ने एमएचए के आदेश के बाद और महाराष्ट्र के डीजीपी रजनीश सेठ की ओर से दायर रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज करने का निर्णय लिया। उदयपुर और अमरावती दोनों बर्बर हत्याओं की निगरानी एनआईए के डीजी दिनकर गुप्ता व्यक्तिगत रूप से कर रहे हैं। एनआईए ने शुक्रवार को अमरावती में अपनी एक टीम भेजी थी और इस नतीजे पर पहुंची है कि नूपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए कोल्हे की मर्डर कर दी गई थी। मुख्य आरोपी शेख इरफान शेख रहीम भी शामिल है। जांच में सामने आया है कि इरफान रायबर हेल्पलाइन नाम की एनजीओ चलाता है। पुलिस की ओर से वारदात वाले दिन 21 जून की रात साढ़े 10 बजे प्रभात चौक के पास महिला महाविद्यालय के पास का एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी की गई है, जिसमें दो आरोपियों को उमेश कोल्हे के पीछे जाते हुए देखा गया। फिर वारदात के बाद वे भागते हुए भी दिखे।

उल्लेखनीय है कि उदयपुर में जिस तरह से टेलर कन्हैयालाल की बर्बरता से हत्या हुई है, ठीक उसी तरह की वारदात 21 जून को उदयपुर से 740 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के अमरावती में भी हुई थी। मृतक उमेश की अमित मेडिकल के नाम से दुकान थी। उनके बेटे संकेत का दावा है कि आरोपी उनका सिर धड़ से अलग करना चाहते थे, लेकिन वह पहुंचा तो भाग गये।

नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट लिखने की वजह से ही हुई मर्डर
पुलिस ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेस में माना कि यह हत्या नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट लिखने की वजह से ही हुई है। अमरावती के डीसीपी उमेश साल्वी ने कहा, 'उमेश कोल्हे की हत्या नूपुर शर्मा की पोस्ट वायरल होने के कारण हुई थी।'पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उसे एक NGO संचालक ने उमेश को मारने के लिए कहा था। उमेश को मारने के लिए दो टीमें लगाई गई थीं। एक टीम को फोन करके उमेश के कॉलेज के पास पलोकल स्थानीय पुलिस के मुताबिक, यहां बीच सड़क पर मेडिकल शॉप के संचालक उमेश प्रह्लाद कोल्हे (54) को गर्दन पर चाकू से वार कर तीन लोगों ने मौत के घाट उतार दिया। तीनों आरोपी घंटाघर हनुमान मंदिर की गली में नूतन कॉलेज के गेट के पास घात लगाकर बैठे थे और जैसे ही उमेश वहां पहुंचे आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया।

पुलिस के अनुसार, कोल्हे की हत्या 21 जून की रात 10 बजे से 10.30 बजे के बीच उस समय की गई थी, जब वह अपनी दुकान बंद कर दोपहिया वाहनस्कूटी से घर लौट रहे थे। उमेश की अमरावती शहर में एक दवा की दुकान है। उसने नुपुर शर्मा के समर्थन में कुछ व्हाट्सऐप समूह में एक पोस्ट कथित तौर पर शेयर किया था। उमेश ने गलती से यह पोस्ट एक ऐसे व्हाट्सऐप समूह में भेज दिया था, जिसमें दूसरे समुदाय के सदस्य भी थे।

बेटा न होता तो गर्दन काट सकते थे आरोपी
उमेश के बेटे संकेत ने बताया, 'यह घटना जब हुई तो मैं पिता से 15 मीटर की दूरी पर अपनी वाइफ के साथ था। वे तीन लोग थे, अचानक बाइक से उतरे और पिताजी के गले के नीचे हमला कर दिया। वे उनकी गर्दन काटना चाहते थे, लेकिन मुझे आता देख वे भाग निकले।'