सुबह में लॉ मिनिस्टर से गन्ना उद्योग मंत्री बने कार्तिक कुमार, शाम को अनंत सिंह के खास ने दिया इस्तीफा

बिहार कैबिनेट में विधि मंत्री कार्तिक कुमार उर्फ कार्तिकेय सिंह ने बुधवार की सुबह विभाग बदलकर गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया। कार्तिक कुमार शाम को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। सीएम नीतीश कुमार ने कार्तिक का इस्तीफा स्वीकार करते हुए गवर्नमेंर को मंजूरी को लिए भेज दिया है।   

सुबह में लॉ मिनिस्टर से गन्ना उद्योग मंत्री बने कार्तिक कुमार, शाम को अनंत सिंह के खास ने दिया इस्तीफा
पटना। बिहार कैबिनेट में विधि मंत्री कार्तिक कुमार ने को बुधवार की सुबह विभाग बदलकर गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया। कार्तिक कुमार शाम को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। सीएम नीतीश कुमार ने कार्तिक का इस्तीफा स्वीकार करते हुए गवर्नमेंर को मंजूरी को लिए भेज दिया है।   

कार्तिक के स्थान पर गन्ना विभाग के मंत्री शमीम अहमद को विधि मंत्री बनाया गया था। कार्तिक सिंह को बाहुबली अनंत सिंह का खास बताया जाता है। अब कार्तिक कुमार अब राज्य मंत्री परिषद के सदस्य नहीं रहे। गन्ना उद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता को दिया गया है।  कार्तिक को मिनिस्टर बनाये जाने के एक दिन बाद से ही उन्हें लेकर विवाद प्रारंभ हो गया था। किडनैपिंग के एक मामले में उन्हें 16 अगस्त को पटना की एक कोर्ट में सरेंडर करना था, किंतु उसी दिन उन्होंने आरजेडी कोटे से बिहार सरकार में मंत्री के रूप में शपथ ली थी। उसके बाद से ही बीजेपी लगातार हमलावर थी। यहां तक कि सरकार में सम्मिलित कांग्रेस और सरकार को सहयोग दे रहे वामदलों ने भी सरकार से पुनर्विचार का आग्रह किया था।
बीजेपी लीडर व राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने आरोप लगाया था कि अपहरण के मामले में समन जारी होने के बावजूद पेश नहीं होने पर कार्तिक के विरुद्ध वारंट जारी किया गया था। हालांकि, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने सुशील मोदी को गलत बताया था। जब सीएम नीतीश कुमार से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया था कि वारंट के बाद कोर्ट ने गिरफ्तारी के विरुद्ध अंतरिम राहत दे रखी है। उन्हें अदालत से दोषी करार नहीं दिया गया है। हम कोर्ट के निर्देशों का पालन करेंगे। 

बिहटा का वो किडनैपिंग केस जिस कारण मास्टर की मिनिस्टरी चली गयी

कार्तिक कुमार के खिलाफ मोकामा, मोकामा रेल पुलिस स्टेशन समेत बिहटा में क्रिमिनल मामलों में एफआईआर है। हालांकि किसी भी मामले में अब तक कोर्ट ने इन्हें दोषी नहीं बताया है। फिलहाल बिहटा पुलिस स्टेशन में दर्ज किडनैपिंग के केस में उनकी मिनिस्टरी चली गयी। बिहटा में बिजनसमैनराजीव रंजन की 2014 में किडनैपिंग हुई थी। इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया था। राजीव रंजन की किडनैपिंग मामले में कार्तिक कुमार भी आरोपी हैं। बिहटा पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ मामला दर्ज है। इसी मामले कोर्ट ने वारंट जारी किया है। धारा 164 के तहत बयान में नाम आया है। कार्तिक कुमार ने अब तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही बेल के लिए अर्जी दी है।
छोटे सरकार के खास हैं कार्तिक
कार्तिक कुमार अपने समर्थकों के बीच 'कार्तिक मास्टर' के नाम से मशहूर हैं। अनंत सिंह जब से राजनीति में आए, उसी समय से कार्तिक कुमार उनके करीबी रहे हैं। 2005 के बिहार विधानसभा चुनाव के बाद कार्तिक मास्टर और अनंत सिंह की दोस्ती परवान चढ़ी। बाद में अनंत सिंह के अहम चुनावी रणनीतिकार के रूप में कार्तिक मास्टर को पहचान मिली। कहा तो यहां तक जाता है कि अनंत सिंह के साम्राज्य को भी कार्तिक मास्टर संभालते हैं। पर्दे के पीछे रहकर तमाम गोटियां सेट करते हैं। कहा जाता है कि आरजेडी के एक्स एमएलए  अनंत सिंह के अच्छे-बुरे और हर सुख-दुख के सबसे बड़ा साथी मास्टर कार्तिक ही रहे हैं। अनंत सिंह उन्हें 'मास्टर साहेब' कहकर बुलाते हैं। कार्तिक कुमार स्कूल में पढ़ाते थे। वो एक शिक्षक थे। यही वजह रही कि उनके नाम के साथ 'मास्टर' शब्द जुड़ गया। कार्तिक सिंह भी मोकामा के शिवनार गांव के है। कार्तिक मास्टर की पत्नी रंजना कुमारी लगातार दो बार से मुखिया हैं।