Jharkhand : गिरिडीह में पांच करोड़ रुपये कैश लूट मामले में ताबड़तोड़ रेड, रिकवरी एजेंट समेत पांच पुलिस कस्टडी में

झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ के बाटी में पांच करोड़ रुपये कैश लूट की घटना की खुलासे को लेकर गिरिडीह पुलिस ने धनबाद, हजारीबाग समेत कई जगहों पर रेड की है। गिरिडीह पुलिस की स्पेशल टीम ने पांच लोगों को कस्टडी में लिया है। पुलिस टीम पांचों से पूछताछ कर रही है।

Jharkhand : गिरिडीह में पांच करोड़ रुपये कैश लूट मामले में ताबड़तोड़ रेड, रिकवरी एजेंट समेत पांच पुलिस कस्टडी में
कार में रखे पांच करोड़ कैश लूट।
  • धनबाद, हजारीबाग समेत कई जगहों पर गिरिडीह पुलिस का रेड

रांची। झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ के बाटी में पांच करोड़ रुपये कैश लूट की घटना की खुलासे को लेकर गिरिडीह पुलिस ने धनबाद, हजारीबाग समेत कई जगहों पर रेड की है। गिरिडीह पुलिस की स्पेशल टीम ने पांच लोगों को कस्टडी में लिया है। पुलिस टीम पांचों से पूछताछ कर रही है।

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पटना से 21 जून की रात कोलकाता जाने के क्रम में क्रिमिनलों ने जमुआ बाटी के पास पांच करोड़ रुपये कैश लूट लिये थे। यह राशि गुजरात की डीवाई कंपनी की बतायी जा रही है। कंपनी की पटना ब्रांच से पांच करोड़ रुपये लेकर कार कोलकाता के लिए रवाना हुई थी। रकम को डीवाई कंपनी की कोलकाता ब्रांच तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मयूर सिंह जडेजा और जगत सिंह सोलंकी को दी गयी थी।
बताया जाता है कि जमुआ में सफेद स्कॉर्पियो और एसयूवी कार सवार क्रिमिनलों ने पांच करोड़ कैश लूट लिये थे। मामले को लेकर गुजरात के पाटन जिला अंतर्गत सांतलपुर निवासी मयूर सिंह जड़ेजा के आवेदन पर 21 जून को जमुआ एफआइआर दर्ज की गई है। पुलिस सब इंस्पेक्टर नितेश कुमार पांडेय को केस का आइओ बनाया गया है।  पुलिस की एसआइटी एक सप्ताह से लगातार रेड कर रही है। पुलिस 21 जून की तड़के घटनास्थल के आसपास एक्टिव मोबाइल के लोकेशन के आधार पर पांच लोगों को कस्टडी में लिया गया है। पुलिस टीम ने हजारीबाग के बरही से एक व्यक्ति को सोमवार की देर रात उठाया है। पुलिस मंगलवार की सुबह धनबाद के गोविंदपुर रामनगर निवासी रिकवरी एजेंट राजेश उर्फ रजनीश को कस्टडी में लिया है। इस रेड में एसआइटी के डीएसपी मुकेश कुमार महतो व अन्य पुलिस अफसर शामिल थे।

यह है मामला
पुलिस कंपलेन में कार ड्राइवर मयूर सिंह का कहना है कि वह गुजरात में एक टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत है। उसकी पहचान गोविंद सिंह सोलंकी नामक व्यक्ति से हुई। उसने अच्छा काम दिलाने का भरोसा दिलाया। बाद में गोविंद सिंह ने उसे गुजरात से दिल्ली और फिर दिल्ली से कानपुर जाने को कहा। वह कानपुर पहुंचा तो वहां करण भाई नामक व्यक्ति ने उसे रिसीव किया। तीन दिन वहां रुकने के बाद उसकी मुलाकात गुजरात के ही जगत सिंह जडेजा उर्फ जगत भाई से करवायी गयी। जगत सिंह उसे क्रेटा वाहन (आरजे 45 सीयू /9964) में बैठा कर पटना लाया।बकौल मयूर सिंह पटना में उसे बताया गया कि उक्त क्रेटा से पांच करोड़ रुपया पटना से कोलकाता ले जाना है। पटना की डीवाई कंपनी से पांच करोड़ रुपये कैश लेकर गाड़ी के अंदर बने एक बॉक्स में डाल दिया गया। वे लोग कोलकाता के लिए 20 जून की रात लगभग नौ बजे रवाना हुए।
मयूर सिंह चला रहा था कार
मयूर ने पुलिस को बताया है कि पटना से कोलकाता जाने के क्रम में वह और जगत सिंह 21 जून की रात लगभग 1.30 बजे जमुआ में टिकामगहा गांव के पास स्थित एक पेट्रोल पंप में तेल भरवाया। यहां से आगे बढ़े ही थे कि बाटी गांव के पास एक स्कॉर्पियो ने ओवरटेक कर गाड़ी रुकवायी। स्कॉर्पियो से पांच लोग उतरे और क्रेटा का दरवाजा खुलवा चाबी ले ली। हम दोनों को स्कॉर्पियो पर जबरन बैठने को कहा। इस दौरान दोनों के साथ मारपीट भी की। जब दोनों स्कॉर्पियो पर बैठ गये तो क्रिमिनलों में से एक उनकी क्रेटा वाहन की ड्राइविंग सीट पर बैठ गया। उसे ले गया। स्कॉर्पियो के साथ एक एसयूवी भी था। दोनों को स्कॉर्पियो से कच्ची रास्ते होते हुए इधर-उधर घुमाने के बाद उतार कर चलते बने।
मयूर सिंह ने पुलिस को दिये गये आवेदन में कहा है कि वे दोनों इधर-उधर भटकते रहे और सुबह पांच बजे सड़क पर पहुंचे। पास में ही एक होटल के पास उन्हें अपनी कार क्रेटा कार दिखी। कार केपास पहुंचा तो देखा कि कार के फर्श के निचले हिस्से में बने बॉक्स टूटा हुआ था। बॉक्स में से रकम गायब कर दी थी। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व ग्रामीणों ने जमुआ पुलिस को लावारिस हालत में सड़क के किनारे खड़े लावारिस क्रेटा की सूचना दी थी।