Jharkhand : जसीडीह में बालूघाट पर चौकीदार की गोली मारकर मर्डर, माफियाओं ने दी थी जान से मारने की धमकी

झारखंड के दिवेघर जिले में जसीडीह पुलिस स्टेशन एरिया के बंका डढ़वा नदी बालू घाट पर बदमाशों ने चौकीदार की गोली मारकर मर्डर कर दी। मृतक की पहचान सिद्धेश्वर मिर्धा (52) के रुप में हुई है। पुलिस ने घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया है।

Jharkhand : जसीडीह में बालूघाट पर चौकीदार की गोली मारकर मर्डर, माफियाओं ने दी थी जान से मारने की धमकी
घटनास्थल पर जुटी भीड़।

देवघर। झारखंड के दिवेघर जिले में जसीडीह पुलिस स्टेशन एरिया के बंका डढ़वा नदी बालू घाट पर बदमाशों ने चौकीदार की गोली मारकर मर्डर कर दी। मृतक की पहचान सिद्धेश्वर मिर्धा मिर्धा (52) के रुप में हुई है। पुलिस ने घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया है।

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बताया जाता है कि जसीडीह पुलिस स्टेशन में कार्यरत चौकीदार सिद्धेश्वर मिर्धा को बंका बालू घाट से इलिगल बालू उठाव के रोकथाम के लिए लगाया गया था। इस बालू घाट की नीलामी नहीं हुई है। यहां से ट्रैक्टर से बालू माफियाओं द्वारा इलिगल रूप से बालू का उठाव किया जाता है। मृतक की पत्नी देवंती देवी ने बताया कि शुक्रवार शाम चार बजे छबेलबदिया गांव निवासी सदानंद राउत ने सिंघेश्वर को फोन किया था। उसने कहा था कि घर में खीर बना है। वह खाने के लिए आये। वहां जाने की बात कहकर सिंघेश्वर घर से निकला था लेकिन देर रात तक वह वापस नहीं आया।
बताया जाता है कि चौकीदार ज्यादातर समय बालू घाट पर ही रहता था। चौकीदार शाम छह बजे वह हर दिन घर आता था। घर में चाय, नाश्ता और खाना खाकर वह फिर से रात को घाट चला जाता था। वह शु्क्रवार की रात घर नहीं आया तो घर वालों ने उसका पता लगाने का प्रयास किया। रात को आठ बजे के बाद से उसका मोबाइल भी लगातार बंद आ रहा था। इसी बीच गांव के कुछ लोगों ने सुबह बालू घाट पर उसका बॉडी देखा। उसके बाद घर वालों और पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर एसपी सुभाष चंद्र जाट, एसडीपीओ पवन कुमार, प्रभारी थाना प्रभारी अविनाश कुमार आदि ने मौके पर पहुंचकर घटना की छानबीन की। पुलिस ने घटनास्थल के पास से एक खोखा बरामद किया है। हालांकि, मोबाइल नहीं मिला है। पुलिस गायब मोबाइल का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
परिजनों का आरोप है कि चार-पांच ट्रैक्टर चालकों ने पहले सिंघेश्वर को अवैध रूप से बालू उठाव को लेकर प्रलोभन दिया था। वह उनकी बात नहीं माना तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई थी। उसने इसकी सूचना थाना के सीनीयर अफसरों को भी दी थी। आरोप है कि छबेबदिया गांव निवासी सदानंद राउत, बंका गांव निवासी बछडू सिंह, बोढनिया गांव निवासी विशेश्वर यादव, महेन्द्र यादव व अन्य ने साजिश के तहत उसकी गोली मारकर मर्डर कर दी है। सुबह लगभग पांच बजे सदानंद उसके घर पर आया था, उसने पूछा कि सिंघेश्वर कहां है।

बालू कारोबारियों के खिलाफ FIr 
सदर अस्पताल के मेडिकल बोर्ड द्वारा मृत चौकीदार की बॉडी का पोस्टमार्टम  किया गया। बोर्ड में डॉ दिवाकर पासवान सहित डॉ रवि कुमार, डॉ रविजीत प्रकाश शामिल थे।पोस्टमार्टम के दौरान चौकीदार के सिर में फंसी गोली को निकालकर एक्जीविट के तौर पर डॉक्टरों ने सीलबंद कराया।चौकीदार की वाइफ  ने सिद्धेश्वर को 21 अप्रैल की शाम में ही बोढ़नियां के विशेश्वर यादव ने फोन कर खीर खिलाने के बहाने बुलाया.। इसके बाद रातभर वे वापस नहीं लौटे और सुबह में डढ़वा नदी के पास उनकी बॉडी मिलीी। वाइफ देवंती देवी के बयान पर सात नेम्ड व अज्ञात के विरुद्ध जसीडीह पुलिस स्टेशन मेंचौकीदार सिद्धेश्वर को साजिश के तहत गोली मारकर मर्डर किये जाने की एफआइआर दर्ज की गयी है। एफआइआर में बोढ़नियां के विशेश्वर यादव, बचड़ सिंह, महेंद्र यादव, छवेलबदिया निवासी सदानंद राउत, बंका के ही मदन यादव, शीतल राय, अर्जुन ठाकुर व अज्ञात को आरोपित बनाया गया है। एफआइआर में कहा गया है कि आरोपित मदन, शीतल व अर्जुन ने पूर्व में सिद्धेश्वर को जमीन विवाद को लेकर धमकी देते हुए कहा था कि तुम बहुत नजर मेंचढ़ गया है, दिखा देंगे। सिद्धेश्वर का मोबाइल भी गायब है।देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट ने कहा  है कि बंका बालूघाट से चौकीदार सिद्धेश्वर मिर्धा का बॉडी बरामद हुआ है। क्रिमिनलों ने गोली मारकर उसकी मर्डर कर दी है। मर्डर के पीछे बालू कारोबारियों का हाथ है या कुछ अन्य कारण, यह आरोपियों के पकड़े जानेके बाद ही स्पष्ट होगा। पुलिस जल्द ही आरोपियों को अरेस्ट कर लेगी।
चौकीदार के आश्रित को 10 लाख मुआवजे की मांग
बताया जाता है कि सिद्धेश्वर मिर्धा की सात बेटी और एक बेटा है। अभी सिर्फ दो बेटी की ही शादी हुई है। अभी पांच बेटी और एक बेटे की शादी होनी है। उसके परिवार का पूरा खर्च उसकी कमाई पर निर्भर था।  झारखंड प्रदेश तुरी समाज के अध्यक्ष चंदन तुरी के नेतृत्व में एक टीम देवघर में सिद्धेश्वर मिर्धा के परिजनों से मिलकर ढाढ़स बंधाया। इसके बाद तुरी समाज के लोगों ने जसीडीह के प्रभारी थानेदार एसआइ अविनाश कुमार से मिलकरआरोपितों को गिरफ्तार कर सजा दिलानेकी मांग की। उन्होंने मृतक के आश्रितों को 10 लाख मुआवजा व नौकरी दिलाने की मांग जिला प्रशासन से की है।