झारखंड: नगर निकाय चुनाव की तैयारी पूरी, दिसंबर में हो सकता है वोटिंग, चुनाव आयोग की घोषणा शीघ्र

झारखंड निर्वाचन आयोग ने नगर निकाय चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है। दिसंबर में चुनाव कराये जा सकते हैं। इस माह कभी भी इसकी घोषणा हो सकती है।

झारखंड: नगर निकाय चुनाव की तैयारी पूरी, दिसंबर में हो सकता है वोटिंग, चुनाव आयोग की घोषणा शीघ्र

रांची। झारखंड निर्वाचन आयोग ने नगर निकाय चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है। दिसंबर में चुनाव कराये जा सकते हैं। इस माह कभी भी इसकी घोषणा हो सकती है।

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राज्य निर्वाचन आयुक्त डीके तिवारी ने शनिवार को सभी जिलों में चुनाव तैयारियों की समीक्षा सभी डीसी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारियों तथा एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की। उन्होंने सभी डीसी को तैयारियां दुरुस्त रखने तथा नियमों का अध्ययन का सावधानीपूवर्क चुनाव संपन्न कराने को तैयार रहने का सुझाव दिया। वीडियो कांफ्रेंसिग में नगर विकास विभाग के सचिव विनय चौबे, एडीजी ऑपरेशन संजय लाटकर, गृह विभाग के अपर सचिव प्रदीप तिग्गा व अन्य अफसर भी शामिल हुए।

18 नवंबर तक करें अतिरिक्त ईवीएम का उठाव

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने जिलों में चुनाव तैयारियों की पूरी जानकारी ली। इस क्रम में उन्होंने मतदान केंद्रों की स्थापना की समीक्षा में कोडरमा, साहिबगंज, लोहरदगा, रांची, सरायकेला खरसावां जिले के उपायुक्तों को पूरा तथा त्रुटिरहित रिपोर्ट देने को कहा गया। कुछ जिलों जैसे गुमला, रामगढ़, साहिबगंज एवं जामताड़ा ने अतिरिक्त ईवीएम की मांग की। इसपर राज्य निर्वाचन आयुक्त ने सभी जिलों को आवश्यकता के अनुसार अतिरिक्त ईवीएम का प्रस्ताव देने के निर्देश देते हुए कहा कि अतिरिक्त ईवीएम का आवंटन कर दिया जाएगा। अतिरिक्त ईवीएम का उठाव हर हाल में 18 नवंबर तक करने को कहा गया।

जिलों को कोषांगों का गठन करने का आदेश

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण तथा विभिन्न कोषांग का गठन कर इसकी सूचना आयोग को देने को कहा। चुनाव के दौरान विधि व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सुरक्षा बलों की मांग गृह विभाग से करने को कहा। इसपर एडीजी-अभियान संजय लाटकर ने कहा कि कुछ सुरक्षा बल गुजरात विधानसभा चुनाव में तैनात किये गये हैं। इनके 12 दिसंबर तक लौटने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए आवश्यक सुरक्षा बलों की सूची तैयार की जाए।

 चुनाव के दौरान राजनीतिक टकराव की भी आशंका

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दौरान राजनीतिक टकराव की संभावना हो सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए पर्याप्त सुरक्षा बलों की व्यवस्था की जाए। जिन जिलों ने संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की सूची आयोग को नहीं सौंपी थी उन्हें अविलंब सूची सौंपने को कहा गया। बज्रगृह एवं मतगणना हाल की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने को कहा गया। वाहनों की आवश्यकता का आकलन समय पर करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसपर ध्यान दिया जाए कि आम लोगों को कोई परेशानी न हो। बता दें कि वर्ष 2020 में लंबित निकाय चुनाव, अगले वर्ष पूरे होनेवाले तथा नवसृजित निकायों में चुनाव संयुक्त रूप से होंगे। सभी 24 जिलों के कुल 48 निकायों में चुनाव एक चरण में होगा।

कैंडिडेट को खर्च का ब्यौरा सौंपने का अंतिम मौका

राज्य निर्वाचन आयोग ने वर्ष 2018 के निकाय चुनाव में चुनाव खर्च का ब्यौरा नहीं देनेवाले उम्मीदवारों को जिला निर्वाचन कार्यालय में ब्यौरा सौंपने का अंतिम मौका दिया है। ऐसे उम्मीदवारों को 17 नवंबर तक चुनाव खर्च का ब्यौरा सौंपने को कहा गया है। इस समय सीमा तक ब्यौरा नहीं सौंपनेवाले उम्मीदवार निकाय चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।

नगर निकाय चुनाव की ये तैयारियां पूरी

मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन सभी जिलों में कर दिया गया है।

सभी जिलों ने आयोग द्वारा आवंटित ईवीएम का उठाव कर लिया है।

सभी जिलों में निर्वाची पदाधिकारी व सहायक निर्वाची पदाधिकारियों की नियुक्ति कर ली गई है।

मतदान केंद्रों का सत्यापन लगभग पूरा कर लिया गया है।