झारखंड: साहिबगंज में पंकज मिश्रा समेत आठ पर FIR, पहले पुलिस कर चुकी थी इसी केस को खत्म करने की घोषणा

झारखंड के साहिबगंज के नीबू पहाड़ पर इलिगल स्टोन माइनिंग मामले में अंतत:एससी-एसटी पुलिस स्टेशन में पंकज मिश्रा सहित आठ लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया गया है। मामले में पंकज मिश्रा के अलावा जयप्रकाश नगर निवासी विष्णु यादव व पवित्र कुमार यादव, शोभनपुर भट्ठा निवासी राजेश यादव, लकड़ाकोल निवासी संजय कुमार यादव, रामपुर करारा निवासी बच्चू यादव व संजय यादव तथा मंगलहाट निवासी सुमेश मंडल आरोपित बनाये गये हैं। 

झारखंड: साहिबगंज में पंकज मिश्रा समेत आठ पर FIR, पहले पुलिस कर चुकी थी इसी केस को खत्म करने की घोषणा
  • साहिबगंज के नीबू पहाड़ पर इलिगल स्टोन माइनिंग से जुड़ा है मामला

साहिबगंज। झारखंड के साहिबगंज के नीबू पहाड़ पर इलिगल स्टोन माइनिंग मामले में अंतत:एससी-एसटी पुलिस स्टेशन में पंकज मिश्रा सहित आठ लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया गया है। मामले में पंकज मिश्रा के अलावा जयप्रकाश नगर निवासी विष्णु यादव व पवित्र कुमार यादव, शोभनपुर भट्ठा निवासी राजेश यादव, लकड़ाकोल निवासी संजय कुमार यादव, रामपुर करारा निवासी बच्चू यादव व संजय यादव तथा मंगलहाट निवासी सुमेश मंडल आरोपित बनाये गये हैं। 

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शिकायतकर्ता विजय हांसदा द्वारा कोर्ट में अपनी कंपलेन पर कायम रहने का आवेदन देने और पुलिस पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाने के बाद उक्त सभी पर मामला दर्ज  किया गया है। इनलोगों पर इलिगल माइनिंग के अलावा शिकायतकर्ता के साथ मारपीट, गाली-गलौज व उत्पीड़न का आरोप है।
पहले पुलिस ने कहा था विजय केस लड़ने से कर चुका है इनकार
आर्म्स एक्ट में जेल में बंद इस मामले के कंपलेनेंट साहिबगंज के मिर्जाचौकी पुलिस स्टेशन एरिया के भवानीचौकी निवासी ग्राम प्रधान विजय हांसदा से ईडी के अफसरों ने एक जिन पहले  पूछताछ की थी। दुमका के डीआइजी सुदर्शन मंडल ने 25 नवंबर को विजय हांसदा के शपथ पत्र को आधार बनाकर यह केस बंद करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि विजय हांसदा ने अपनी कंपलेन वापस ले ली है। वह अब इस केस को नहीं लड़ना चाहता है।
कंपलेनेंट विजय हांसदा ने किया पुलिस के दावे का खंडन
पुलिस के बयान के अगले ही दिन विजय हांसदा ने कोर्ट में इस दावे का खंडन करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने उससे सादे कागज पर साइन करवाकर केस वापस करने के कागजात तैयार कर लिए। इसके बाद ईडी के अफसरों ने विजय हांसदा से जेल में पूरे मामले को लेकर पूछताछ की।

जेल में बंद विजय हांसदा से SP-SDPO ने की पूछताछ
आर्म्स एक्ट में साहिबगंज जेल में बंद मिर्जाचौकी पुलिस स्टेशन एरिया के भवानीचौकी निवासी विजय हांसदा से शनिवार को एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा व एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने दो घंटे तक पूछताछ की। दोनों अफसरों ने विजय से आर्म्स एक्ट के साथ उसके कंपलेन के आधार पर एससी-एसटी पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले के संबंध में पूछताछ की।
पुलिस हेडक्वार्टर ने साहिबगंज एसपी को किया शो कॉज
पुलिस हेडक्वार्टर ने भी इस संबंध में साहिबगंज एसपी व अन्य अफसरों को शो-काज किया है। ईडी पहले भी आशंका जता चुका है कि पंकज मिश्रा के खिलाफ दर्ज मामलों को एक-एक कर बंद करते हुए साहिबगंज पुलिस ईडी का केस कमजोर कर रही है। पंकज मिश्रा सीएम हेमंत सोरेन का विधायकत प्रतिनिधि है। ईडी ने उस पर अफसरों पर दबाव डालकर मनमाने ढंग से काम करवाने का भी आरोप लगाया है। साहिबगंज एसपी व एसडीपीओ ने भी शनिवार को इस संबंध में विजय हांसदा से पूछताछ की।
यह मामला
विजय हांसदा ने 30 जून को साहिबगंज में एडीजे वन की कोर्ट में नीबू पहाड़ पर हो रहे इलिगल स्टोन माइनिंग को लेकर कंपलेन दर्ज कराया था। कोर्ट ने उसे मामला दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन भेजा था, लेकिन अब तक मामला दर्ज नहीं हुआ था। इस बीच पुलिस ने विजय हांसदा के ही आवेदन को आधार बनाकर केस वापस लेने की घोषणा कर दी थी। विजय हांसदा द्वारा कोर्ट में पुलिस को झूठा ठहराने के बाद मामले में नया मोड़ आया। एससी-एसटी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई गई।

विजय का आरोप माफिया कर रहे इलिगस स्टोन माइनिंग
विजय हांसदा के अनुसार उसने पूर्व में मई में आनलाइन कंपलेन भी की थी। इसमें कहा था कि मेरे गांव के बगल में स्थित झगड़ू चौकी के नजदीक नींबू पहाड़ है। यहां दो-ढाई साल से माफिया इलिगल स्टोन मइनिंग कर रहे हैं। इसमें इलिगल विस्फोटक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इस कारण वहां प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। गांव में रहना मुश्किल हो गया है।विजय हांसदा का आरोप है कि इस शिकायत लेकर वे लोग दो मई, 2022 को नींबू पहाड़ गये। वहां उसके साथ गाली-गलौज की तथा जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया। विरोध करने पर बंदूक की बट से मारपीट की। किसी तरह अपने साथियों के साथ वह लोग भागे। इस क्रम में आरोपितों ने फायरिंग भी की।