झारखंड: CID डीएसपी JPN चौधरी व महिला सब इंस्पेक्टर रूपा बाख्ला को मिला सेंट्रल होम मिनिस्टरी मेडल

सेंट्रल होम मिनिस्टरी ने देश के 151 बेहतर इन्स्टिगेशन के लिए वर्ष 2022 के लिए सेंट्रल होम मिनिस्टरी मेडल का एलान कर कर दिया है। यह मेडल बेहतर इन्विस्टीगेशन के लिए प्रति वर्ष दिया जाता है। इस वर्ष झारखंड से सीआइडी के डीएसपी जेपीएन चौधरी व रांची जिला बल में चान्हो पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर दारोगा रूपा बाख्ला को सेंट्रल होम मिनिस्टर मेडल मिला है।

झारखंड: CID डीएसपी JPN चौधरी व महिला सब इंस्पेक्टर रूपा बाख्ला को मिला सेंट्रल होम मिनिस्टरी मेडल

रांची। सेंट्रल होम मिनिस्टरी ने देश के 151 बेहतर इन्स्टिगेशन के लिए वर्ष 2022 के लिए सेंट्रल होम मिनिस्टरी मेडल का एलान कर कर दिया है। यह मेडल बेहतर इन्विस्टीगेशन के लिए प्रति वर्ष दिया जाता है। इस वर्ष झारखंड से सीआइडी के डीएसपी जेपीएन चौधरी व रांची जिला बल में चान्हो पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर दारोगा रूपा बाख्ला को सेंट्रल होम मिनिस्टर मेडल मिला है। 

यह भी पढ़ें:पश्चिम बंगाल: छोटी बहू ने ही कर दी फैमिली के चार लोगों की मर्डर, जेठानी से हुआ था विवाद
सीआइडी के डीएसपी जेपीएन चौधरी ने गुमला में समेकित जनजाति विकास अभिकरण के सरकारी बैंक अकाउंट से फर्जी चेक के माध्यम से नौ करोड़ पांच लाख 16 हजार 700 रुपये की अवैध निकासी करने वाले इंटर स्टेट गैंग को पकड़ राशि बरामद किया था। इसके लिए डीएसपी को यह मेडल मिला है। उन्होंने बेहतर इन्विस्टीगेशन से एक बड़े रैकेट का खुलासा किया। चान्हो पुलिस स्टेशन की महिला सब इंस्पेक्टर रूपा बाख्ला को वहां एक गैंगरेप की वारदात को सुलझाने के लिए बेहतर अनुसंधान मामले में मंडल मिला है। चान्हों  में आर्मीबहाली के लिए दौड़ का अभ्यास कर रही एक नाबालिग को अगवा कर कार में गैंगरेप करने वाले सभी तीनों आरोपितों को महिला सब इंस्पेक्टर ने 24 घंटे के अंदर अरेस्ट कर लिया था।
गुमला केस को सुलझाया तो पलामू केस भी सुलझा

गुमला पुलिस स्टेशन में एक अक्टूबर 2019 को समेकित जनजाति विकास अभिकरण के अपर परियोजना निदेशक वीरेंद्र कुमार सिन्हा ने एसबीआइ स्थित सरकारी खाते से नौ करोड़ पांच लाख 16 हजार 700 रुपये के गबन की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। यह मामला फर्जी चेक से निकासी का था। उक्त राशि ओडिशा में एक्सिस बैंक के कोटपाद ब्रांच में ट्रासंफर कर दिया गया था। एक ही व्यक्ति ने दो फर्जी साइन कर इस राशि की निकासी की थी। यह गलत ढंग से एक सुनियोजित साजिश के तहत किया गया था। एफआइआर में एसबीआइ की गुमला शाखा में कार्यरत संबंधित स्टाफ व अफसर को आरोपित किया गया था। गुमला पुलिस स्टेशन में दर्ज इस केस को सीआइडी ने टेकओवर किया था। डीएसपी जेपीएन चौधरी केस के आिओ थे। उन्होंने इस केस का पूरी तरह खुलासा कर राशि की बरामदगी की और इस पूरे गैंग में शामिल इंटर स्टेट गैंग के आठ सदस्यों को अरेस्ट कर जेल भेजा। डीएसपी जेपीएन चौधरी न न सिर्फ गुमला के इस गबन केस को सुलझाया, बल्कि पलामू में भू-अर्जन ऑफिस पलामू के डालटनगंज एसबीआइ स्थित खाते से 12 करोड़ 60 लाख रुपये की अवैध निकासी को भी सुलझा दिया। दोनों ही जिलों में फर्जी निकासी में एक ही गैंग शामिल था।

रूपा बाख्ला ने गैंगरेप केस का 24 घंटे में किया खुलासा
रांची के चान्हो पुलिस स्टेशन में पोस्टेड महिला सब इंस्पेक्टर रूपा बाख्ला ने मात्र 24 घंटे के भीतर एक नाबालिग से गैंग रेप के केस का खुलासा कर दिया। यह केस इसी वर्ष जनवरी महीने की है। आर्मी में दौड़ का अभ्यास करने के क्रम में ही नाबालिग को आइ-10 कार में सवार क्रिमिनलों ने हाइवे से किडनैप कर गैंगरेप किया था। नाबालिग को रास्ते में उतारकर भाग गये थे। नाबालिग ने इसकी सूचना पुलिस को दी। केस का आइओ महिला एसआइ रूपा बाख्ला को बनाया गया। उनके नेतृत्व में टीम ने चान्हो से रिंग रोड के बीच पेट्रोल पंप को छान मारा। रिंग रोड स्थित सौम्या पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज से कार की पहचान हुई। इसके बाद मात्र 24 घंटे के भीतर तीनों ही आरोपित नगड़ी के सोपारम निवासी सोहन कुमार, चान्हो के पंडरी निवासी इरशाद अंसारी व कुदुस अंसारी पकड़े गये। कार व घटना के प्रयुक्त चाकू की भी बरामदगी हो गई थी। पोक्सो एक्ट में दर्ज इस मामले के सभी तीनों आरोपित जेल में हैं। मामला कोर्ट में विचाराधीन है।