महात्मा गांधी सेतु के इस्ट लेन का उद्घाटन, नितिन गडकरी का दावा- 2024 तक बिहार का रोड नेटवर्क हो जायेगा अमेरिका के बराबर

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी व  बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को महात्मा गांधी सेतु के इस्ट लेन का उद्घाटन किया। महात्मा गांधी सेतु के पुनर्वास योजना पर 1742 करोड़ रुपये की लागत आयी है।

महात्मा गांधी सेतु के इस्ट लेन का उद्घाटन, नितिन गडकरी का दावा- 2024 तक बिहार का रोड नेटवर्क हो जायेगा अमेरिका के बराबर

पटना। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी व  बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को महात्मा गांधी सेतु के इस्ट लेन का उद्घाटन किया। महात्मा गांधी सेतु के पुनर्वास योजना पर 1742 करोड़ रुपये की लागत आयी है।

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समारोह को संबोधित करते हुए नितिन  गडकरी ने कहा कि जिस तेजी के साथ बिहार में काम हो रहा है, वे विश्वास दिलाना चाहते हैं कि 2024 के समाप्त होने के पहले सड़कों के नेटवर्क के मामले में बिहार, अमेरिका की बराबरी में आ जायेगा।उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार के लिए जिस पैकेज की घोषणा की थी उसमें सिर्फ सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से सूबे में 55 हजार करोड़ रुपये की लागत से सड़कों एवं पुल का निर्माण कार्य हो रहा है। काफी तेजी से बिहार बदल रहा है। सीएम नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में बिहार तरक्की की इबारत लिखेगा। 


कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन व शिलान्‍यास 
उन्‍होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली सेंट्रल गवर्नमेंट बिहार की तरक्की को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।  नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम सभी मिलकर सुखी, समृद्ध, संपन्न एवं भयमुक्त बिहार का निर्माण करेंगे।उन्होंने इस मौके पर 2761 करोड़ रुपये की लागत की 100 किमी लंबाई की एनएच की दो परियोजनाओं के लोकापर्ण किया। बिहार में 9607 करोड़ रुपये लागत की 308 किमी लंबाई की एनएच की 11 राजमार्ग परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। गडकरी ने कहा कि सभी 2024 में पूरी कर ली जायेगी। जब होगी विकास की तेज रफ्तार, तब बनेगा समृद्ध बिहार का नारा बुलंद करते हुए गडकरी ने मंत्रालय की ओर से बिहार में चलाई जा रही एनएच, ग्रीन फील्ड एवं एक्सप्रेस-वे व पुल की परियोजनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। 

इथेनॉल से चलेंगी गाड़ियां
गडकरी ने स्टेट के इथेनाल प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए कहा कि बिहार की तरक्की में यह मिल का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि ना सिर्फ यहां इथेनाल के प्लांट लगेंगे बल्कि इससे गाड़ियां चलेंगी। यहां इसके पंप भी लगेंगे। गन्ना एवं मक्के से इथेनाल तैयार होगा। यहां इसका का प्लांट लगने से किसानों को भी काफी लाभ होगा।
हम अच्‍छी सड़कें बना रहे, आप उसके बगल में नए शहर बसाएं
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन ने कहा कि हम बिहार में अच्छी सड़कें बना रहे हैं। उसके बगल में बिहार सरकार नये सिटी का निर्माण करे। उन्‍होंने सीएम नीतीश कुमार से कहा कि आप बिहार सरकार की ओर से उन सड़कों के किनारे सिटी कर निर्माण कीजिए। एनएच के किनारे जमीन का राज्य सरकार अधिग्रहण करे और वहां शहर बसाने का काम करे। मॉल, बड़े होटल, पार्क समेत अन्य सुविधाओं का विस्तार हो। गडकरी ने कहा कि इससे सुंदरता जहां बढ़ जाएगी, वहीं सड़कों के किनारे शहरों का तेजी से विकास होगा और सरकार की आमदनी भी बढ़ेगी। इसमें हम एनएचएआइ की ओर से पूर्ण सहयोग करेंगे। 
नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार होगा समृद्ध 
सेंट्रल मिनिस्टर ने कहा कि बिहार में अच्‍छी-अच्‍छी सड़कें बन रही हैं। उसके बगल में जमीन लेकर लोग पैसे कमा रहे हैं। ऐसे में बिहार सरकार यह पहल करे। उन्‍होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में अच्‍छे रोड बनाकर बिहार भी देश का समृद्ध और संपन्न राज्य बनेगा। नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। नई इंडस्‍ट्री आयेंगी। बिहार में एक लाख करोड़ की लागत से ग्रीन फील्ड (नए हाईवे) बना रहे हैं। पटना, आरा, बक्सर से यूपी के पूर्वांचल तक नौ हजार करोड़ से 118 किमी लंबे ग्रीन कारीडोर का निर्माण हो रहा है। पटना से कोइलवर के बीच एलीवेटेड रोड बनेगा। पटना-आरा-सासाराम के बीच ग्रीन फील्ड कारीडोर बनेगा। आरा के पास सोन नदी पर पुल का निर्माण होगा। बिहार में गंगा पर 18 पुलों का निर्माण हो रहा है। उन्‍होंंने कई अन्य प्रोजेक्ट की चर्चा करते हुए कहा कि ये सब काफी परिवर्तनकारी साबित होंगी। उन्‍होंने यह भी कहा कि मैं जो कहता हूं, वो जरूर पूरा करता हूं। बिहार की तस्‍वीर बदलेगी। बिहार में इथेनाल बनने से किसान समृद्ध होंगे। युवाओं को रोजगार मिलेगा।  

देश के सबसे बड़े स्टील ब्रिज के रूप में शुमार हुआ गांधी सेतु
नितिन गडकरी ने कहा कि यह पुल देश का सबसे बड़ा स्टील ब्रिज हो गया। यह 5.6 किमी का लंबा पुल है। इस तरह का स्टील ब्रिज देश में पहली बार बनकर तैयार हुआ है। इसके निर्माण में 67 हजार टन लोहे का इस्तेमाल हुआ है।गडकरी ने कहा कि एक बार वह खुद भी इस पुल पर लगने वाले जाम में फंस चुके हैैं। विशेषज्ञों से काफी चर्चा हुई थी इसके पुनर्निर्माण पर। पुराने समय में गैमन इंडिया ने इसका निर्माण कराया था। पीयर अभी भी ठीक हैैं। जिस कंपनी ने स्टील के सुपर स्ट्रक्चर पर इसके पुनर्निर्माण योजना के तहत काम किया था, उसने पहले इसके लिए देश के बाहर से स्टील आयात किया था। पर बाद में जब आयात मुश्किल हो गया तो फिर मैैंने इस बारे में कई विशेषज्ञों से बात की। इसके बाद में देश में इस पुल के स्टील डेक तैयार किए जाने को ले लोहा तैयार हुआ।  गडकरी ने कहा कि गांधी सेतु के समानांतर जिस फोर लेन पुल का निर्माण हो रहा। वह सितंबर 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। छह किमी लंबे इस पुल का 20 प्रतिशत काम अभी तक पूरा हुआ है। इस पुल की निर्माण लागत तीन हजार करोड़ रुपये है।
कार्यक्रम में पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस, वन एवं पर्यावरण मंत्री अश्वनी चौबे, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद एवं रेणु देवी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने सभा को संबोधित किया। वहीं इस मौके पर बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, उर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, पीएचईडी मंत्री डा. रामप्रीत पासवान, पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, सांसद एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, वीणा देवी, अजय मंडल, गोपाल जी ठाकुर, रामकृपाल यादव, पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव उपस्थित थे।