IMF का अनुमान, 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था को 11.5 परसेंट की रफ्तार से ग्रोथ करेगी

इ़ंडियन इकोनॉमी के वित्त वर्ष 2021 में काफी तेजी से रिकवर करने की संभावना है। IMF ने वित्त वर्ष 2021 के लिए भारत की अर्थव्यवस्था के 11.5 फीसद की रफ्तार से ग्रोथ करने की उम्मीद जताई है।अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)ने अपनी ताजा वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में यह दर्शाया है। 

IMF का अनुमान, 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था को 11.5 परसेंट की रफ्तार से ग्रोथ करेगी
  • रिकॉर्ड 11.5% होगी विकास दर
  • चीन सहित वर्ल्ड के बड़े देशों से बहुत आगे होगा भारत
  • सबसे तेज 11.5 फीसद की ग्रोथ रहने का लगाया अनुमान

वॉशिंगटन। इ़ंडियन इकोनॉमी के वित्त वर्ष 2021 में काफी तेजी से रिकवर करने की संभावना है। IMF ने वित्त वर्ष 2021 के लिए भारत की अर्थव्यवस्था के 11.5 फीसद की रफ्तार से ग्रोथ करने की उम्मीद जताई है।अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)ने अपनी ताजा वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में यह दर्शाया है। 
IMF के अनुसार वर्ष 2021 में इंडिया सबसे अधिक तेजी से ग्रोथ करने वाला देश बन सकता है। आईएमएफ ने कहा कि महामारी के बीच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत ही एक मात्र देश होगा जो डबल डिजिट की ग्रोथ रेट हासिल करेगा।इससे पहले आईएमएफ ने अपनी अक्टूबर में जारी रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2021 के लिए 8.8 परसेंट की ग्रोथ रेट का अनुमान व्यक्त किया था। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था में रिकॉर्ड गिरावट आई है। इसमें आठ परसेंट संकुचन का अनुमान है। 

आईएमएफ ने कहा है कि 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था 11.5 परसेंटकी रफ्तार से बढ़ेगी।बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में यह एकमात्र देश होगा जिसकी गति दोहरे अंकों में होगी। अगला नंबर चीन का है जिसके लिए 8.1 फीसदी रफ्तार का अनुमान है। इसके बाद स्पेन (5.9%) और फ्रांस (5.5%) है।  2020 के लिए अपने अनुमान में संशोधन करते हुए आईएमएफ ने कहा है कि इंडियन इकोनॉमी में आठ परसेंट संकुचन हो सकता है। बड़े देशों में केवल चीन की विकास दर सकारात्मक (2.3%) रह सकती है। आईएमएफ ने यह भी कहा कि 2022 में भारत 6.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ सकता है।जबकि चीन की रफ्तार 5.6 परसेंट रह सकती है। आईएमएफ के ताजा अनुमानों के मुताबिक भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था का तमगा दोबारा हासिल कर लेगा। 

आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2020 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ (-)8 परसेंट रहने का अनुमान व्यक्त किया है। इससे पहले आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2020 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट (-) 10.3 परसेंट रहने का अनुमान व्यक्त किया था।आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2022 के लिए भारत की जीडीपी में 6.8 परसेंट की ग्रोथ रहने की उम्मीद जताई है। रिपोर्ट में बताया कि उन्होंने साल 2021 के लिए वैश्विक ग्रोथ 5.5 परसेंटरहने का अनुमान लगाया है। साथ ही आईएमएफ ने कहा कि यह वायरस और वैक्सीन के आउटकम पर अधिक निर्भर करेगा।

आईएमएफ ने साल 2021 के लिए जिन अर्थव्यवस्थाओं की ग्रोथ का अनुमान जारी किया है, उनमें सबसे अधिक ग्रोथ अनुमान भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ही है। वर्ष  2021 में आईएमएफ ने यूएस के लिए 5.1, जापान के लिए 3.1, यूके के लिए 4.5, चीन के लिए 8.1, रूस के लिए 3.0, और सऊदी अरब के लिए 2.6 फीसद जीडीपी ग्रोथ रहने का अनुमान व्यक्त किया है।आईएमएफ ने साल 2022 के लिए यूएस की अर्थव्यवस्था में 2.5 परसेंट ग्रोथ रहने का अनुमान व्यक्त किया है। आईएमएफ ने वर्ष 2022 के लिए फ्रांस की अर्थव्यवस्था में 4.1 परसेंट, इटली में 3.6 परसेंट, स्पेन में 4.7 परसेंट, जापान में 2.4 परसेंट, यूके में 5 परसेंट, कनाडा में 4.1 परसेंट, चीन में 5.6 परसेंट, सऊदी अरब में 4 परसेंट, ब्राजील में 2.6 परसेंट और साउथ अफ्रीका में 1.4 परसेंट की ग्रोथ रहने का अनुमान जताया है।

आईएमएफ ने वर्ष यूएस की अर्थव्यवस्था में -3.4 परसेंट ग्रोथ रहने का अनुमान व्यक्त किया है। इसके अलावा आईएमएफ ने वर्ष 2020 के लिए फ्रांस की अर्थव्यवस्था में -9.0 परसेंट, इटली में -9.2 परसेंट, स्पेन में -11.1 परसेंट, जापान में -5.1 परसेंट, यूके में -10 परसेंट, कनाडा में -5.5 परसेंट, चीन में 2.3 परसेंट, सऊदी अरब में -3.9 परसेंट, ब्राजील में -4.5 परसेंट और साउथ अफ्रीका में -3.9 परसेंट की ग्रोथ रहने का अनुमान जताया है।